नई दिल्ली/पटना: आगामी बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर राज्य में सरगर्मी तेज है. गठबंधन दलों के शीर्ष नेतृत्व के नेता लगातार मुलाकात कर सीट शेयरिंग पर एकमत बनाने में जुटे हुए हैं. इसी बीच सूत्रों की मानें तो देर रात बिहार बीजेपी प्रभारी भूपेंद्र यादव से जदयू सांसद ललन सिंह, जदयू सांसद आरसीपी सिंह ने मुलाकात की है. इनके बीच करीब 2 घंटे तक बैठक चली.
सूत्रों के अनुसार बैठक में सीट शेयरिंग पर चर्चा हुई है. 24 या 25 सितंबर को दिल्ली में सीट बंटवारे का ऐलान हो सकता है. अभी तक की जानकारी के मुताबिक बिहार में बीजेपी 122 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है. वहीं जदयू के हिस्से में 121 सीटें जाने की बात कही जा रही है. जहां तक बात है लोजपा की तो बीजेपी अपने कोटे से 22 सीट लोजपा को दे सकती है. वहीं, एनडीए का हिस्सा बने हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा को जदयू अपने कोटे से 6 सीट देगी, इसकी चर्चा है.
243 सीटों पर 'बिहार का रण'
बता दें कि बिहार में विधानसभा की 243 सीटें हैं. जब सीट शेयरिंग का ऐलान होगा तो बीजेपी के अध्यक्ष JP नड्डा, बिहार प्रभारी भूपेंद्र यादव, बिहार जदयू अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद वशिष्ठ नारायण सिंह, जदयू सांसद ललन सिंह और आरसीपी सिंह मौजूद रह सकते हैं. वहीं, यह अनुमान है कि लोजपा कोई मौजूद नहीं रहेगा.
बैठक में बनी सहमति
मंगलवार रात की बैठक में सहमति बनी है कि बीजेपी सीटों के मुद्दे पर लोजपा को समझा लेगी और एनडीए में रहने के लिए मना लेगी. जदयू की तरफ से बैठक में बीजेपी को कहा गया है कि लोजपा से किस तरह बात करनी है? कैसे निपटना है? यह बीजेपी जाने. जदयू ने बीजेपी के पाले में लोजपा की गेंद डाल दी है. वहीं, बीजेपी की तरफ से कहा गया कि लोजपा को हम मना लेंगे. दरअसल, जदयू की तरफ से नाराजगी जाहिर की गई की गई है कि चिराग बार-बार नीतीश पर बयानबाजी करते हैं. ऐसा न किया करें.
जेडीयू-लोजपा में बढ़ रही तनातनी
सूत्रों से खबर मिल रही है कि जदयू और लोजपा के बीच की तनातनी काफी बढ़ गई है. लोजपा बिहार में एनडीए से अलग होकर 143 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है. हर सीट पर जदयू के खिलाफ उम्मीदवार दे सकती है. हालांकि, केंद्र में एनडीए में बनी रह सकती है. चिराग पासवान खुद भी विधानसभा चुनाव लड़ सकते हैं. लोजपा मांग कर रही है कि जदयू नीतीश कुमार को भी विधानसभा चुनाव लड़वाये. फिलहाल तो किसी भी वक्त सीट शेयरिंग का ऐलान हो सकता है.