पटना: बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने बड़ा बयान दिया है. उन्हाेंने कहा है कि आजकल जदयू के लोग कहते हैं कि बिहार में किसी भी तरह का डर लोगों में नहीं है लोग निर्भीक होकर सड़क पर घूमते हैं. हम आपको बता दें कि सबसे ज्यादा जनता का डर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को ही दिख रहा है, क्योंकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जो जनता दरबार लगाते हैं उसमें सिलेक्टेड लोगों को ही बुलाते हैं (Sanjay Jaiswal raised question at Janata Darbar ).
इसे भी पढ़ेंः नेता प्रतिपक्ष ने CM पर कसा तंज, बोले- 'जनता से नहीं है कोई सरोकार, सिर्फ करनी है अपनी ब्रांडिंग'
जनता के सवालों का नीतीश कुमार को है डरः जनता दरबार में आने वाले लोगों की जो चयन प्रक्रिया है उसको अगर हम देखें तो स्पष्ट है कि जनता के सवालों का डर नीतीश कुमार को लगता है. इसीलिए अधिकारियों के माध्यम से उन्हें जनता दरबार में बुलाया जाता है. उन्हें लगता है कि बिहार में जो समस्या है उसका पोल खुल जाएगा. अगर खुलेआम लोग जनता दरबार में आकर के अपनी समस्या बताने लगेंगे तो समस्याओं के अंबार लगे हुए हैं. अधिकारियों का जो मनमानी है वह साफ दिखने लगेगा.
जनता की समस्या सुनने की कोशिश नहींः संजय जायसवाल ने कहा कि बिहार के लोगों को अब किस तरह का डर लगने लगा है ये जनता से जाकर जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह को पूछना चाहिए. किस तरह का गठबंधन इन लोगों ने बिहार में बनाया है. उसका ट्रेक रिपोर्ट क्या है, ये भी जनता जानती है. इसके बाद भी कुछ से कुछ बोलते रहते हैं. संजय जयसवाल ने कहा कि जिस राज्य के मुख्यमंत्री ही डरे हुए हैं, जनता की समस्या को भी नहीं सुनने की कोशिश कर रहे हैं, उस राज्य का क्या होगा वो भगवान ही जान सकते हैं.
इसे भी पढ़ेंः पटना में जनता दरबार के बाहर फरियादियों की भीड़, CM से नहीं मिल पाने के कारण निराश
जनता दरबार में इंट्री प्रक्रिया को बदलेंः उन्होंने कहा कि अगर मुख्यमंत्री सच में निर्भीक हैं तो जनता दरबार जो लगाते हैं उसकी इंट्री प्रक्रिया को बदलें. इसके बाद पता चलेगा कि वर्तमान सरकार बनने के बाद जनता कितनी निर्भीक है और बिहार में क्या हो रहा है. अभी तो जो लोग जनता दरबार में आ रहे हैं उनसे पहले ही सवाल पूछ लिया जाता है. और अधिकारी जब मान लेते हैं कि ये सवाल जनता दरबार में मुख्यमंत्री के पास रखा जा सकता है, तब उस आदमी को जनता दरबार तक पहुंचाया जाता है. सिर्फ दिखावे के लिए मुख्यमंत्री अधिकारी को बुलाकर निर्देश देते हैं (selected people in Chief Minister Janata Darbar ).
"अभी जो लोग जनता दरबार में आ रहे हैं उनसे पहले ही सवाल पूछ लिया जाता है. अधिकारी जब मान लेते हैं कि ये सवाल मुख्यमंत्री के पास रखे जा सकते हैं, तब उस आदमी को जनता दरबार तक पहुंचाया जाता है. सिर्फ दिखावे के लिए मुख्यमंत्री अधिकारी को बुलाकर निर्देश देते हैं"- संजय जायसवाल, प्रदेश अध्यक्ष, भाजपा