पटना: बिहार सरकार का पथ निर्माण विभाग (Road Construction Department) पटना रिंग रोड के माध्यम से राज्य के सुदूर इलाकों से पटना पहुंचने के 5 घंटे के लक्ष्य पर काम कर रहा है. पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन (Minister Nitin Naveen) के अनुसार 14 बड़ी परियोजना के माध्यम से राजधानी पटना को बिहार के विभिन्न हिस्सों से जोड़ा जा रहा है. इसमें कई परियोजनाओं पर काम तेजी से चल रहा है और आने वाले दिनों में शेष बची योजना पर भी काम शुरू होगा.
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बिहार में नीतीश सरकार ने रोड सेक्टर पर सबसे ज्यादा ध्यान दिया है. पहले 6 घंटे का लक्ष्य बिहार के सुदूर इलाकों से पटना पहुंचने का रखा गया था. पथ निर्माण विभाग का दावा है कि उसे प्राप्त कर लिया गया है और अब 5 घंटे के लक्ष्य पर काम हो रहा है. इसके लिए पटना रिंग रोड का निर्माण हो रहा है. इस रिंग रोड को 14 बड़ी परियोजना से जोड़ा जाएगा. जो बिहार के विभिन्न हिस्सों से पटना से जुड़ेगा. कई योजना पर काम शुरू हो गया है.
पटना-गया-डोभी नेशनल हाईवे 127 किलोमीटर लंबा है और इस पर 1600 करोड़ से अधिक की राशि खर्च हो रही है, ये अगले साल पूरा हो जाएगा. 5 हजार करोड़ की लागत से बनने वाला 189 किलोमीटर लंबा आमस-दरभंगा एक्सप्रेस वे को भी पटना रिंग रोड से जोड़ा जाएगा. कच्ची दरगाह-बिदुपुर पुल से पटना रिंग रोड को जोड़ा जाएगा.
पटना-बख्तियारपुर फोर लेन को भी रिंग रोड से जोड़ा जाएगा.
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इसके अलावा छपरा को पटना रिंग रोड से भी जोड़ने पर सहमति बन गई है. गंडक नदी पर पुल भी बनाया जाएगा. 129 किलोमीटर पटना-बक्सर फोरलेन सड़क भी पटना रिंग रोड से जुड़ेगी, इस योजना पर काम तेजी से चल रहा है. पटना-बेतिया पथ भी पटना रिंग रोड से जुड़ेगा. पटना रिंग रोड का बिहटा सरमेरा पथ 1402 करोड़ की लागत से बन रहा है इसमें एक हिस्से का उद्घाटन भी हो चुका है.
''14 बड़ी परियोजनाएं पटना रिंग रोड से जुड़ेगी. इन परियोजनाओं के जरिए पटना को बिहार के विभिन्न हिस्सों से जोड़ा जा रहा है. इससे मुख्यमंत्री का 5 घंटे में बिहार के सुदूर इलाकों से पटना पहुंचने का सपना पूरा होगा.''- नितिन नवीन, मंत्री, पथ निर्माण विभाग
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बता दें कि पटना रिंग रोड के निर्माण से राजधानी पटना का विस्तार वैशाली और छपरा तक हो जाएगा. इस परियोजना पर 15 हजार करोड़ से अधिक की राशि खर्च होनी है. पटना रिंग रोड में गंगा नदी और गंडक नदी पर कई पुलों का निर्माण होगा. गांधी सेतु के समानांतर और जेपी सेतु के समानांतर पुल बनना है. कुल मिलाकर पटना रिंग रोड बिहार के लिए एक महत्वाकांक्षी परियोजना है. पटना का इससे विस्तार होगा और सुदूर इलाकों से पटना पहुंचना आसान होगा.