पटना: महागठबंधन में उठापटक कम होने का नाम नहीं ले रही है. सीट शेयरिंग और को-ऑर्डिनेशन कमेटी की मांग को लेकर मांझी पहले ही महागठबंधन से नाता तोड़ चुके हैं. अब इसी मुद्दे पर रालोसपा भी साथ छोड़ने की तैयारी में है. इसे लेकर आरजेडी ने रालोसपा को जवाब दिया है. आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि सहयोगी दलों पर प्रेशर पॉलिटिक्स करना उचित नहीं है.
'आज भी करते हैं उनका सम्मान'
मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि अभी हमारे सभी सहयोगी साथ हैं. यूं तो निर्णय लेने के लिए सभी स्वतंत्र हैं, लेकिन ये नहीं भूलना चाहिए कि जब रालोसपा एनडीए छोड़ कर आई थी तो आरजेडी ने ही उन्हें पूरा सम्मान दिया था. हम आज भी उनका सम्मान करते हैं. हमारे नेता पहले ही ये साफ कर चुके हैं कि सभी को वाजिब हक मिलेगा. लेकिन फिर भी अगर कोई पार्टी प्रेशर पॉलिटिक्स का सहारा लेती है तो इसमें हमारा कोई दोष नहीं है.
गुरुवार को रालोसपा की बड़ी बैठक
सूत्रों के अनुसार इस बार रालोसपा महागठबंधन में 25 सीटों की डिमांड कर रही है. लेकिन आरजेडी 10 से 12 सीटों से ज्यादा देने को तैयार नहीं हो रही. इसे लेकर ही रालोसपा ने गुरुवार को एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाई है, जिसमें पार्टी महागठबंधन में रहने या अलग होने को लेकर बड़ा फैसला ले सकती है.