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मानव श्रृंखला को लेकर RJD का हमला, कहा- जनता के करोड़ों रुपये बर्बाद कर रही है सरकार

राजद नेता ने कहा कि सामाजिक सरोकार के मुद्दों पर जागरुकता अच्छी बात है, लेकिन वे मानव श्रृंखला के नाम पर सरकारी राशि के दुरुपयोग के खिलाफ हैं.

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Published : Jan 11, 2020, 1:43 PM IST

Updated : Jan 11, 2020, 6:35 PM IST

पटना: राष्ट्रीय जनता दल ने एक बार फिर मानव श्रृंखला को लेकर सरकार पर बड़ा हमला बोला है. राजद ने इसे पैसों की बर्बादी बताई है. विपक्ष का कहना है कि पहले शराबबंदी के नाम पर जो मानव श्रृंखला बनी थी, उसका हाल हम लोग देख चुके हैं. इस मानव श्रृंखला का भी हाल कुछ वैसा ही होने वाला है.

राजद ने किया विरोध
राजद नेता मृत्युंजय तिवारी ने नीतीश सरकार को प्रचार-प्रसार वाली सरकार बताया. उन्होंने कहा कि इस सरकार को जनहित के मुद्दों से कोई लेना-देना नहीं है. गरीबी, बेरोजगारी जैसे मुद्दों के लिए सरकार के पास पैसे नहीं हैं. वहीं, मानव श्रृंखला के नाम पर सरकार करोड़ों रुपये बर्बाद कर रही है. राजद नेता ने कहा कि सामाजिक सरोकार के मुद्दों पर जागरुकता अच्छी बात है, लेकिन वे मानव श्रृंखला के नाम पर सरकारी राशि के दुरुपयोग के खिलाफ हैं.

पेश है रिपोर्ट

श्रृंखला में शामिल होना था बाध्यकारी
बता दें कि मानव श्रृंखला के नाम पर पहले शिक्षा विभाग ने सभी स्कूलों को खोलने का आदेश जारी कर दिया था. साथ ही सभी शिक्षकों और बच्चों के लिए मानव श्रृंखला में शामिल होना बाध्यकारी किया था. हालांकि, जब शिक्षकों ने इसका विरोध किया और हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर की गई, तब सरकार को अपना आदेश वापस लेना पड़ा.

सरकार की बढ़ी मुसीबत
इधर, विपक्ष के लगातार हमले भी सरकार के लिए कहीं न कहीं मुसीबत खड़ी कर रहा है. ऐसे में मानव श्रृंखला को लेकर अब बड़े सवाल उठ रहे हैं. बता दें कि 19 जनवरी को सरकार मानव श्रृंखला बनाकर जल जीवन हरियाली, दहेज प्रथा, बाल विवाह और शराबबंदी को लेकर जागरुकता फैलाने वाली है.

यह भी पढ़ें- 'मानव श्रृंखला कुमार' मत बनें नीतीश, पहले के 2 आयोजनों में खर्च का दें हिसाब- पप्पू यादव

पटना: राष्ट्रीय जनता दल ने एक बार फिर मानव श्रृंखला को लेकर सरकार पर बड़ा हमला बोला है. राजद ने इसे पैसों की बर्बादी बताई है. विपक्ष का कहना है कि पहले शराबबंदी के नाम पर जो मानव श्रृंखला बनी थी, उसका हाल हम लोग देख चुके हैं. इस मानव श्रृंखला का भी हाल कुछ वैसा ही होने वाला है.

राजद ने किया विरोध
राजद नेता मृत्युंजय तिवारी ने नीतीश सरकार को प्रचार-प्रसार वाली सरकार बताया. उन्होंने कहा कि इस सरकार को जनहित के मुद्दों से कोई लेना-देना नहीं है. गरीबी, बेरोजगारी जैसे मुद्दों के लिए सरकार के पास पैसे नहीं हैं. वहीं, मानव श्रृंखला के नाम पर सरकार करोड़ों रुपये बर्बाद कर रही है. राजद नेता ने कहा कि सामाजिक सरोकार के मुद्दों पर जागरुकता अच्छी बात है, लेकिन वे मानव श्रृंखला के नाम पर सरकारी राशि के दुरुपयोग के खिलाफ हैं.

पेश है रिपोर्ट

श्रृंखला में शामिल होना था बाध्यकारी
बता दें कि मानव श्रृंखला के नाम पर पहले शिक्षा विभाग ने सभी स्कूलों को खोलने का आदेश जारी कर दिया था. साथ ही सभी शिक्षकों और बच्चों के लिए मानव श्रृंखला में शामिल होना बाध्यकारी किया था. हालांकि, जब शिक्षकों ने इसका विरोध किया और हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर की गई, तब सरकार को अपना आदेश वापस लेना पड़ा.

सरकार की बढ़ी मुसीबत
इधर, विपक्ष के लगातार हमले भी सरकार के लिए कहीं न कहीं मुसीबत खड़ी कर रहा है. ऐसे में मानव श्रृंखला को लेकर अब बड़े सवाल उठ रहे हैं. बता दें कि 19 जनवरी को सरकार मानव श्रृंखला बनाकर जल जीवन हरियाली, दहेज प्रथा, बाल विवाह और शराबबंदी को लेकर जागरुकता फैलाने वाली है.

यह भी पढ़ें- 'मानव श्रृंखला कुमार' मत बनें नीतीश, पहले के 2 आयोजनों में खर्च का दें हिसाब- पप्पू यादव

Intro:राष्ट्रीय जनता दल ने एक बार फिर मानव श्रृंखला को लेकर सरकार पर बड़ा हमला बोला है। राजद ने इसे पैसों की बर्बादी बताया है। विपक्ष का कहना है कि पहले शराबबंदी के नाम पर जो मानव श्रृंखला बनी थी उसका हश्र हम लोग देख चुके हैं। अब इस मानव श्रृंखला का भी हश्र कुछ वैसा ही होने वाला है।


Body:राजद नेता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि यह सिर्फ प्रचार प्रसार की सरकार है। इसे जनहित के मुद्दों से कोई लेना-देना नहीं। लोग परेशान हैं उनकी गरीबी दूर करने, उनकी बेरोजगारी दूर करने के लिए सरकार के पास पैसे नहीं हैं और सरकार मानव श्रृंखला के नाम पर करोड़ो रुपए बर्बाद कर रही है।
राजद नेता ने कहा कि सामाजिक सरोकार के मुद्दों पर जागरूकता अच्छी बात है लेकिन जिस प्रकार से मानव श्रृंखला के नाम पर सरकारी राशि का दुरुपयोग हो रहा है हम उसके खिलाफ हैं।


Conclusion:आपको बता दें कि मानव श्रृंखला के नाम पर पहले शिक्षा विभाग ने सभी स्कूलों को खोलने का आदेश जारी कर दिया था और सभी शिक्षकों और बच्चों के लिए मानव श्रृंखला में शामिल होना बाध्यकारी किया था हालांकि जब शिक्षकों ने इसका विरोध किया और हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर की तब सरकार बैकफुट पर आई और उन्हें अपना आदेश वापस लेना पड़ा।। इधर विपक्ष के लगातार हमले भी सरकार के लिए कहीं न कहीं मुसीबत खड़ी कर रहे हैं। ऐसे में मानव श्रृंखला को लेकर अब बड़े सवाल उठ रहे हैं जो 19 जनवरी को सरकार जल जीवन हरियाली, दहेज प्रथा, बाल विवाह और शराबबंदी पर जागरूकता के लिए बनाने वाली है।
मृत्युंजय तिवारी राजद नेता
Last Updated : Jan 11, 2020, 6:35 PM IST
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