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बोले रामप्रीत पासवान- 97% लोगों के घरों तक पहुंचा शुद्ध पेयजल, सिर्फ 3% हैं वंचित - ramprit paswan on nal jal scheme

बिहार के पीएचईडी मंत्री रामप्रीत पासवान ने दावा किया है कि 97 फीसदी घरों तक शुद्ध पेयजल पहुंचा दिया गया है और बचे 3 प्रतिशत घरों में भी जल्द पीने का पानी पहुंच जाएगा. पढ़िए पूरी खबर..

ramprit paswan on nal jal scheme
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Published : Oct 6, 2021, 7:47 PM IST

पटना: राज्य में लोगों को शुद्ध पेयजल मुहैया कराने को लेकर लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग ने पूरी रूपरेखा तैयार कर ली है. लगभग राज्य के सभी घरों में शुद्ध पेयजल (Nal Jal Scheme) पहुंचाया जा रहा है. बिहार सरकार के पीएचईडी मंत्री रामप्रीत पासवान (PHED Minister Rampreet Paswan) का कहना है कि लगभग 97% घरों में शुद्ध पेयजल पहुंचाया जा चुका है और बाकि के 3% घरों में भी जल्दा ही पेयजल पहुंचा दिया जाएगा.

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कई जिलों से फ्लोराइड युक्त पानी के मामले भी सामने आते रहते हैं. ऐसे में विभाग के द्वारा 11 जिले को फ्लोराइड मुक्त किया गया है. पीएचईडी विभाग ने उन जिलों को भी चिन्हित कर लिया है, जहां पर फ्लोराइड पानी से लोगों को कई तरह की बीमारी उत्पन्न हो रही है.

देखें वीडियो

ऐसे में विभाग ने पूरी कार्य योजना बना ली है. बता दें कि राज्य के लगभग डेढ़ करोड़ से भी ज्यादा लोगों के घरों में पाइप के माध्यम से शुद्ध पेयजल पहुंचाया जा रहा है. पीएचईडी विभाग के मंत्री रामप्रीत पासवान ने बताया कि राज्य के 97% घरों में शुद्ध पेयजल पहुंचाया जा रहा है.

यह भी पढ़ें- लापरवाह अधिकारियों पर गाज गिरना तय, सात निश्चय पार्ट-2 योजना मेरे लिए चुनौती: पीएचईडी मंत्री

"बचे तीन परसेंट घरों में भी शीघ्र ही जल पहुंचाने को लेकर विभाग तत्पर है. लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग हर महीने पेयजल की शुद्धता की जांच करता है. गुणवत्ता पेयजल की जांच होने से यह पता चलता है विभाग को और क्या शुद्धता को लेकर करना चाहिए. उसपर काम किया जाता है और गुणवत्ता में सुधार किया जाता है."- रामप्रीत पासवान, पीएचईडी मंत्री, बिहार

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कुछ जिलों के पेयजल फ्लोराइड को लेकर विभाग के द्वारा प्रयास किया जा रहा है कि जल्द से जल्द लोगों को शुद्ध पानी पहुंचाया जाए. विभाग के मंत्री ने बताया कि अगले वित्तीय वर्ष मे फ्लोराइड युक्त पानी जिन जिलों में आता है, उसपर काम किया जाएगा. विभाग की कोशिश है कि इस समस्या से जल्द से जल्द लोगों को मुक्त किया जाए, ताकि पानी के कारण लोग गंभीर बीमारियों की चपेट में न आए.

फिलहाल 11 जिले को मुक्त कर लिया गया है. बता दे कि गंगा के तटवर्ती इलाके या पहाड़ी क्षेत्रों आर्सेनिक प्रभावित है. जिसको लेकर रूप रेखा तैयार की गई है. वहीं मंत्री ने बताया कि विभाग के द्वारा जल संचय को लेकर भी लोगों के बीच जागरूकता अभियान चलाया जा रहा था जिसके फलस्वरुप अब लोग जल संचय की ओर ध्यान दे रहे हैं.

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पीएचईडी मंत्री ने बताया कि इस वित्तीय वर्ष में जो बचे बसावट हैं, उसमें शुद्ध पेयजल पहुंचा दिया जाएगा और लोग आसानी से अपने घरों में शुद्ध पेयजल ले सकेंगे. साथ ही पीएचईडी विभाग के द्वारा बने पानी टंकी को समय-समय पर साफ-सफाई कराया जाएगा.

राज्य के जिन 11 जिले को फ्लोराइड मुक्त किया गया है उनमें गया, औरंगाबाद, सासाराम, नवादा, शेखपुरा, भागलपुर, बांका शामिल हैं. इन तमाम जिलों में लगभग 30 लाख से ज्यादा लोगों को इसका फायदा मिला है.

पटना: राज्य में लोगों को शुद्ध पेयजल मुहैया कराने को लेकर लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग ने पूरी रूपरेखा तैयार कर ली है. लगभग राज्य के सभी घरों में शुद्ध पेयजल (Nal Jal Scheme) पहुंचाया जा रहा है. बिहार सरकार के पीएचईडी मंत्री रामप्रीत पासवान (PHED Minister Rampreet Paswan) का कहना है कि लगभग 97% घरों में शुद्ध पेयजल पहुंचाया जा चुका है और बाकि के 3% घरों में भी जल्दा ही पेयजल पहुंचा दिया जाएगा.

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कई जिलों से फ्लोराइड युक्त पानी के मामले भी सामने आते रहते हैं. ऐसे में विभाग के द्वारा 11 जिले को फ्लोराइड मुक्त किया गया है. पीएचईडी विभाग ने उन जिलों को भी चिन्हित कर लिया है, जहां पर फ्लोराइड पानी से लोगों को कई तरह की बीमारी उत्पन्न हो रही है.

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ऐसे में विभाग ने पूरी कार्य योजना बना ली है. बता दें कि राज्य के लगभग डेढ़ करोड़ से भी ज्यादा लोगों के घरों में पाइप के माध्यम से शुद्ध पेयजल पहुंचाया जा रहा है. पीएचईडी विभाग के मंत्री रामप्रीत पासवान ने बताया कि राज्य के 97% घरों में शुद्ध पेयजल पहुंचाया जा रहा है.

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"बचे तीन परसेंट घरों में भी शीघ्र ही जल पहुंचाने को लेकर विभाग तत्पर है. लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग हर महीने पेयजल की शुद्धता की जांच करता है. गुणवत्ता पेयजल की जांच होने से यह पता चलता है विभाग को और क्या शुद्धता को लेकर करना चाहिए. उसपर काम किया जाता है और गुणवत्ता में सुधार किया जाता है."- रामप्रीत पासवान, पीएचईडी मंत्री, बिहार

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कुछ जिलों के पेयजल फ्लोराइड को लेकर विभाग के द्वारा प्रयास किया जा रहा है कि जल्द से जल्द लोगों को शुद्ध पानी पहुंचाया जाए. विभाग के मंत्री ने बताया कि अगले वित्तीय वर्ष मे फ्लोराइड युक्त पानी जिन जिलों में आता है, उसपर काम किया जाएगा. विभाग की कोशिश है कि इस समस्या से जल्द से जल्द लोगों को मुक्त किया जाए, ताकि पानी के कारण लोग गंभीर बीमारियों की चपेट में न आए.

फिलहाल 11 जिले को मुक्त कर लिया गया है. बता दे कि गंगा के तटवर्ती इलाके या पहाड़ी क्षेत्रों आर्सेनिक प्रभावित है. जिसको लेकर रूप रेखा तैयार की गई है. वहीं मंत्री ने बताया कि विभाग के द्वारा जल संचय को लेकर भी लोगों के बीच जागरूकता अभियान चलाया जा रहा था जिसके फलस्वरुप अब लोग जल संचय की ओर ध्यान दे रहे हैं.

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पीएचईडी मंत्री ने बताया कि इस वित्तीय वर्ष में जो बचे बसावट हैं, उसमें शुद्ध पेयजल पहुंचा दिया जाएगा और लोग आसानी से अपने घरों में शुद्ध पेयजल ले सकेंगे. साथ ही पीएचईडी विभाग के द्वारा बने पानी टंकी को समय-समय पर साफ-सफाई कराया जाएगा.

राज्य के जिन 11 जिले को फ्लोराइड मुक्त किया गया है उनमें गया, औरंगाबाद, सासाराम, नवादा, शेखपुरा, भागलपुर, बांका शामिल हैं. इन तमाम जिलों में लगभग 30 लाख से ज्यादा लोगों को इसका फायदा मिला है.

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