पटना: हाजीपुर जेल में शूटआउट के बाद पुलिस प्रशासन अलर्ट मोड पर है. रविवार सुबह से ही पटना के बेउर और फुलवारी जेल सहित प्रदेश के कई जेलों में छापेमारी चल रही है. इस दौरान कई जेलों से मोबाइल, चाकू सहित कई अन्य आपत्तिजनक सामान बरामद किए गए हैं.
प्रदेश के कई जेलों में छापेमारी
आरा मंडल कारा में अहले सुबह जिलाधिकारी के नेतृत्व में छापेमारी की गई. जिलाधिकारी के साथ-साथ एसपी और वरीय अधिकारियों ने सभी वार्डों का निरीक्षण किया. भोजपुर मंडल कारा के अंदर करीबन 2 घंटे तक जेल के सभी वार्डो में छापेमारी के दौरान कई आपत्तिजनक सामान बरामद हुई, जिनमें चाकू, खैनी इत्यादि शामिल हैं. औरंगाबाद मंडल कारा में भी डीडीसी और एसडीपीओ के नेतृत्व में छापेमारी चल रही है. वहीं, मुजफ्फरपुर, भभुआ, आरा, लखीसराय, हाजीपुर मंडल कारा में भी छापेमारी अभियान जारी है.
हाजीपुर शूटआउट मामला
दरअसल, कुछ दिनों पहले हाजीपुर मंडल कारा में एक के बाद एक कई राउंड फायरिंग हुई थी, जिसके बाद जेल में अफरा-तफरी मच गई. इस फायरिंग के दौरान कैदी मनीष कुमार को गोली मारी गई थी, जो जो सोना लूट कांड का आरोपी था. इस मामले में सोना लूट कांड के मास्टरमाइंड अनु सिंह और उसके सहयोगी राजा कुमार को गिरफ्तार किया गया. अनु सिंह के निर्देश पर ही राजा ने कैदी मनीष को गोली मारी थी.
इस घटना के बाद से पुलिस प्रशासन में खलबली मच गई है. सवाल उठता है कि आखिर जेल में हथियार पहुंचा कैसे. इसमें किसी की मिलीभगत तो नहीं है?
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