पटना: पीयू के छात्रों पर दर्ज छेड़छाड़ के मामले में लालबाग के लोगों को बयान देना भारी पड़ गया. गुस्साए छात्रों ने सोमवार को अशोक राजपथ पर देर रात जमकर बवाल किया. जिसमें विश्वविद्यालय के गेट के पास छात्र और स्थानीय लोगों में हिंसक झड़प हो गई.
इसमें दोनों ओर से हुए पथराव, फायरिंग और बमबारी में पास की दुकान पर चाय पी रहे एक युवक की मौत हो गई. जबकि कई लोग घायल हो गए. पुलिस ने पीयू के हॉस्टलों में छापेमारी कर 20 छात्रों को हिरासत में लिया है. वहीं, इलाके में तनाव बरकरार है.
युवती पर किया था कमेंट
इलाके के लोगों ने बताया कि शनिवार को कैंटीन में खराब खाना परोसने को लेकर कैवेंटिस और मिंटू हॉस्टल के छात्रों ने अशोक राजपथ पर जमकर बवाल काटा था. इस दौरान छात्रों ने एक युवती पर कमेंट किया था. विरोध करने पर छात्रों ने लाल बाग निवासी एक युवक की पिटाई कर दी थी. इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 8 छात्रों को हिरासत में लिया था.
बयान दर्ज कराने गए थे लोग
लालबाग के तीन लोग पीयू छात्रों पर दर्ज छेड़छाड़ के मामले बयान दर्ज कराने पीरबहोर थाने में गए थे. इस बात की भनक लगने पर हॉस्टल के छात्र आक्रोशित हो गए. इसके बाद दर्जनों छात्र हाथ में लाठी डंडा लेकर विश्वविद्यालय कैंपस से बाहर निकले और लालबाग मोहल्ले की दुकानों पर हमला बोल दिया. स्थानीय लोगों की पिटाई की उसके बाद दोनों पक्ष छात्रों और स्थानीय लोगो में पत्थरबाजी शुरू हो गई. इस दौरान दोनों तरफ से फायरिंग भी हुई. इस झड़प के दौरान पास की दुकान पर चाय पी रहे सब्जी बाग निवासी शौकत अली के सिर पर पत्थर लगने से मौके पर ही उसकी मौत हो गई. जबकि कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए.
लोगों ने किया हंगामा
युवक की मौत से गुस्साए इलाके के लोगों ने सड़क जाम कर घंटों हंगामा किया. हंगामे की सूचना पर पुलिस ने छात्रों को खदेड़ कर भगाया. लेकिन स्थानीय लोग मुआवजे की मांग को लेकर देर रात राजपथ पर डटे रहे. इस सूचना पर एसएसपी गरिमा मलिक भी मौके पर पहुंच गईं. एसएसपी ने पीड़ित परिवार को उचित मुआवजे का आश्वासन देकर शांत कराया. वहीं देर रात तक पुलिस ने हॉस्टल और आसपास के इलाकों में छापेमारी कर 20 लोगों को हिरासत में लिया. जिसमें कई छात्र नेता भी शामिल हैं.
नहीं होती कार्रवाई
जानकारी के अनुसार मिंटू और जंक्शन हॉस्टल के छात्र कैंपस में दहशत के लिए आए दिन कक्षाओं में घुसकर मारपीट को अंजाम देते रहते हैं. पिछले हफ्ते भूगोल विभाग में हॉस्टल के जूनियर छात्रों ने पीजी के छात्र को कक्षा में खींच कर पीटा था. इसके विरोध में कई दिन कक्षाएं स्थगित रही थीं. धरना प्रदर्शन भी हुआ था. हॉस्टल में अवैध कब्जा की शिकायत भी कई बार छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन से की. लेकिन, आजतक इन तमाम बिंदुओं पर पीयू प्रशासन की ओर से कोई भी ठोस कदम नहीं उठाया गया.