पटना: बिहार में शिक्षक नियोजन (Teachers Recruitment In Bihar) चल रहा है. सातवें चरण के नियोजन की मांग को लेकर लगातार चार दिनों से गर्दनीबाग धरनास्थल पर बिहार के विभिन्न जिलों से आए सीटीईटी और बीटीईटी उतीर्ण शिक्षक अभ्यर्थी धरने पर बैठे हुए हैं. सरकार से खफा शिक्षक अभ्यर्थियों ने धरना स्थल पर हवन किया और कहा कि यह हवन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar), शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी (Education Minister Vijay Kumar Choudhary) और शिक्षा विभाग के अधिकारियों के आत्मा शुद्धि करने के लिए हम लोग कर रहे हैं. जिससे उनकी आत्मा शुद्ध हो और जल्द से जल्द सांतवें चरण के शिक्षक नियोजन की तिथि की घोषणा करें.
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'3 सालों से हम लोग इंतजार कर रहे हैं और अभी तक सांतवें चरण के शिक्षक नियुक्ति की तिथि की घोषणा सरकार ने घोषणा नहीं किया है. बार-बार शिक्षा मंत्री सिर्फ आश्वासन देते हैं जबकि विभाग द्वारा किसी भी तरह की लिखित सूचना नहीं निकाली गई है. जब तक लिखित आश्वासन नहीं मिलता है तब तक हम लोग धरना स्थल पर जमे रहेंगे और लगातार सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करते रहेंगे. आज हम लोगों ने मुख्यमंत्री, शिक्षामंत्री और शिक्षा विभाग के अधिकारियों के आत्मा शुद्धि करने के लिए हवन किया है. ऐसे ही कार्यक्रम धरना स्थल पर लगातार चलते रहेंगे और यह कार्य तब तक चलता रहेगा जब तक सातवें चरण के शिक्षक नियुक्ति की तिथि की घोषणा सरकार द्वारा नहीं कर दी जाती है.' - नितेश मिश्रा, शिक्षक अभ्यर्थी
सातवें चरण की तैयारी में शिक्षा विभाग : गौरतलब है कि शिक्षक नियोजन को लेकर अभ्यर्थियों की ओर से लगातार आंदोलन हो रहा है. पिछले दिनों जदयू कार्यालय पर भी अभ्यर्थियों की ओर से जबरदस्त हंगामा किया गया था. सातवें चरण के नियोजन में लगातार विलंब हो रहा है. इस बीच जनसुनवाई कार्यक्रम में जदयू कार्यालय पहुंचे शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी (Education Minister Vijay Kumar Choudhary) ने कहा कि सितंबर महीने के अंत तक 7वें चरण का नियोजन शुरू हो जाएगा. हमलोग उसकी तैयारी कर रहे हैं. शिक्षा मंत्री ने आगे कहा कि अभी छठे चरण का नियोजन का कार्य चल रहा है. लेकिन हमलोगों के सामने कई तरह की समस्या आ रही है. जो सबसे बड़ी समस्या है कि अभ्यर्थी 1 से अधिक नियोजन इकाइयों में आवेदन कर देते हैं.
शिक्षकों के कई पद रह गए हैं खाली : शिक्षा मंत्री ने बताया कि ऐसे में नियोजन की तिथि तो एक ही होती है और इसके कारण सीटे खाली रह जाती है. यदि अभ्यर्थी एक साथ 50 नियोजन इकाइयों में आवेदन करेंगे तो कहीं एक ही जगह जाएंगे. हमलोगों ने सभी स्थितियों की समीक्षा की है और छठे चरण के बाद सातवें चरण की प्रक्रिया में लग गए हैं.शिक्षा मंत्री के बयान के अनुसार सातवें चरण के शिक्षक नियोजन की प्रक्रिया सितंबर महीने से शुरू हो सकती है. दरअसल, छठे चरण के नियोजन में बड़ी संख्या में शिक्षकों के पद खाली रह गए हैं. अब सरकार फिर से सभी जिलों से पूरा डिटेल मंगवा रही है. रिक्तियों का पूरा डिटेल आने के बाद नियोजन को लेकर तिथि की घोषणा की जाएगी. इसको लेकर तैयारी शुरू हो गई है.