पटना: कला संस्कृति मंत्री प्रमोद कुमार मंगलवार को राजधानी के गांधी मैदान में चल रहे पटना पुस्तक मेला पहुंचे. उन्होंने पूरे मेला का भ्रमण किया. इस दौरान मंत्री ने दर्जनों किताबें खरीदी जिनमें गांधी, राधाकृष्णन और नरेंद्र मोदी से जुड़ी किताबें ज्यादा थीं.
'किताबें ज्ञान बढ़ाती हैं और इससे राष्ट्र मजबूत होता है'
इस दौरान मंत्री प्रमोद कुमार ने कहा कि बिहार सदियों तक शिक्षा का सिरमौर रहा है और यह पुस्तकों से ही संभव हुआ है. मेला में आयोजित कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा कि पुस्तकें ज्ञान बढ़ाती हैं और इससे राष्ट्र मजबूत होता है. पुस्तकों के माध्यम से इतिहास को जानने और समझने का मौका मिलता है. कार्यक्रम में उन्होंने राष्ट्रीय पुस्तक मेला में हुए कल्चरल एक्टिविटीज के विजेताओं को सर्टिफिकेट और प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित भी किया.
आयोजकों को दिया धन्यवाद
मंत्री प्रमोद कुमार ने कहा कि किताबें हमारी सांस्कृतिक विरासत है. जिस तरह हमारे जीवन के लिए रोटी कपड़ा और मकान जरूरी है, उसी तरह किताबें भी हमारी जीवन में बेहद महत्वपूर्ण है. उन्होंने कहा कि पुस्तक मेला बिहार के सांस्कृतिक पहचान का प्रतीक है. देश के राज्यों की संस्कृति जानने के लिए पुस्तकें बहुत महत्वपूर्ण हैं. मंत्री ने पुस्तक मेला आयोजकों को भी धन्यवाद दिया.