ETV Bharat / city

बिहार : बीजेपी के राम मंदिर के लिए धन इकट्ठा करने के फैसले पर सियासत तेज

author img

By

Published : Dec 4, 2020, 5:31 PM IST

अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए बीजेपी के बिहार में गांव-गांव से चंदा इकट्ठा करने के फैसले पर अब राजनीति शुरू हो गई है

ram mandir
ram mandir

पटना: अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए बीजेपी के बिहार में गांव-गांव से चंदा इकट्ठा करने के फैसले पर अब राजनीति शुरू हो गई है. वैसे, बीजेपी ने कहा कि ट्रस्ट और श्रद्धालुओं के बीच वह सेतु का काम करेगी.

इस बीच, यह भी कहा जा रहा है कि बीजेपी इसके बहाने गांवों में अपने आधार को और मजबूत करने में जुटी है. बिहार बीजेपी की दो दिन पहले हुए एक बैठक में फैसला हुआ है कि पार्टी अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए धन जुटाएगी, जिसे बाद में राम मंदिर ट्रस्ट को सौंप दिया जाएगा.

बीजेपी प्रवक्ता अरविंद सिंह कहते हैं कि बीजेपी श्रद्धालुओं तथा दानकर्ताओं और राम मंदिर ट्रस्ट के बीच सेतु का काम करेगी. पार्टी के छोटे-बड़े सभी नेता राम मंदिर निर्माण में अपनी ओर से राशि देकर सहयोग करेंगे. साथ ही अपने-अपने इलाके में लोगों से भी जनसहयोग लेंगे. पार्टी की निचली इकाई यानी बूथ व मंडल स्तर के नेता-कार्यकर्ता लोगों से इस काम के लिए राशि मांगेंगे.

''भगवान राम आस्था और स्वभिमान के प्रतीक हैं. राम की कल्पना को चरितार्थ कर लोग उनके आदशरें पर चलने की कोशिश करते है. अगर कोई स्वेच्छा से अयोध्या में बन रहे श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए दान देना चाहता है तो उसे लेकर ट्रस्ट तक पहुंचा देने में क्या बुराई है. राम मंदिर जनभावना का प्रतीक है. तमाम बाधाओं के बाद राममंदिर का निर्माण कार्य प्रारंभ हुआ है.'' - अरविंद सिंह, बीजेपी प्रवक्ता

इधर, आरजेडी प्रवक्ता ने भाजपा के इस फैसले पर कटाक्ष कर रही है. राजद के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी कहते हैं कि भगवान राम सभी के आराध्य हैं.

''भाजपा राम के नाम पर हमेशा राजनीति करती है. भाजपा बेरोजगारी दूर करने की बात नहीं करती, रोजगार निर्माण कब होगा इसकी बात नहीं करती. भाजपा के नेताओं को पहले राम के आदशरें का पालन करना चाहिए.'' - मृत्युंजय तिवारी, आरजेडी प्रवक्ता

इधर, कहा जा रहा है कि अगले साल होने वाले पंचायत चुनाव के मद्देनजर बीजेपी गांवों में अपनी पकड़ को और मजबूत करना चाहती है, जिस कारण इसी बहाने वह पंचायतों के घर-घर तक पहुंचने के प्रयास में जुटी हैं.

पटना: अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए बीजेपी के बिहार में गांव-गांव से चंदा इकट्ठा करने के फैसले पर अब राजनीति शुरू हो गई है. वैसे, बीजेपी ने कहा कि ट्रस्ट और श्रद्धालुओं के बीच वह सेतु का काम करेगी.

इस बीच, यह भी कहा जा रहा है कि बीजेपी इसके बहाने गांवों में अपने आधार को और मजबूत करने में जुटी है. बिहार बीजेपी की दो दिन पहले हुए एक बैठक में फैसला हुआ है कि पार्टी अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए धन जुटाएगी, जिसे बाद में राम मंदिर ट्रस्ट को सौंप दिया जाएगा.

बीजेपी प्रवक्ता अरविंद सिंह कहते हैं कि बीजेपी श्रद्धालुओं तथा दानकर्ताओं और राम मंदिर ट्रस्ट के बीच सेतु का काम करेगी. पार्टी के छोटे-बड़े सभी नेता राम मंदिर निर्माण में अपनी ओर से राशि देकर सहयोग करेंगे. साथ ही अपने-अपने इलाके में लोगों से भी जनसहयोग लेंगे. पार्टी की निचली इकाई यानी बूथ व मंडल स्तर के नेता-कार्यकर्ता लोगों से इस काम के लिए राशि मांगेंगे.

''भगवान राम आस्था और स्वभिमान के प्रतीक हैं. राम की कल्पना को चरितार्थ कर लोग उनके आदशरें पर चलने की कोशिश करते है. अगर कोई स्वेच्छा से अयोध्या में बन रहे श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए दान देना चाहता है तो उसे लेकर ट्रस्ट तक पहुंचा देने में क्या बुराई है. राम मंदिर जनभावना का प्रतीक है. तमाम बाधाओं के बाद राममंदिर का निर्माण कार्य प्रारंभ हुआ है.'' - अरविंद सिंह, बीजेपी प्रवक्ता

इधर, आरजेडी प्रवक्ता ने भाजपा के इस फैसले पर कटाक्ष कर रही है. राजद के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी कहते हैं कि भगवान राम सभी के आराध्य हैं.

''भाजपा राम के नाम पर हमेशा राजनीति करती है. भाजपा बेरोजगारी दूर करने की बात नहीं करती, रोजगार निर्माण कब होगा इसकी बात नहीं करती. भाजपा के नेताओं को पहले राम के आदशरें का पालन करना चाहिए.'' - मृत्युंजय तिवारी, आरजेडी प्रवक्ता

इधर, कहा जा रहा है कि अगले साल होने वाले पंचायत चुनाव के मद्देनजर बीजेपी गांवों में अपनी पकड़ को और मजबूत करना चाहती है, जिस कारण इसी बहाने वह पंचायतों के घर-घर तक पहुंचने के प्रयास में जुटी हैं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.