पटनाः बिहार के पटना में कोरोना विस्फोट हो चुका है. 24 घंटे में 522 केस सामने आए हैं. लेकिन पटना जंक्शन में इससे कोई खौफजदा नहीं है. स्वास्थ्य विभाग, रेल पुलिस को तो छोड़िए, यात्री भी बिना मास्क के स्टेशन पर दिख रहे हैं. एक साथ सैकड़ों की संख्या में लोग घूम रहे हैं. ना मास्क है और ना ही सोशल डिस्टेंसिंग. इससे साफ दिखता है कि बिहार में कोरोना की तीसरी लहर से लोग अनजान हैं. पटना जंक्शन पर कोरोना जांच की व्यवस्था नहीं (Corona Test In Patna Junction) है.
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कोरोना की तीसरी लहर से आप खौफजदा हैं, तो आप पटना जंक्शन की तस्वीरों को देख खौफ में पड़ जाएंगे. पटना में कोरोना के केस लगातार बढ़ रहे हैं. लेकिन लोगों लापरवाह बने हुए हैं. बीते एक सप्ताह के अंदर संक्रमितों की संख्या काफी बढ़ गई है. बाजार, सड़क, रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड में लोग बिना मास्क के चल रहे हैं. कहीं भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया जा रहा है. लापरवाही का आलम आगे भी जारी रहा, तो शहर एक बार फिर कोरोना की गिरफ्त में होगा.
राहत की बात यह है कि आज ही सीएम नीतीश कुमार की क्राइसिस मैनेजमेंट के साथ बैठक होगी. कयास लगाए जा रहे हैं कि इस बैठक में कुछ अहम फैसले लिए जा सकते हैं. हर दिन कोरोना के केस बढ़ने लगे हैं. ईटीवी भारत की टीम ने जब पटना जंक्शन पर पहुंची तो तस्वीरें चौंकानेवाले निकले. लोग सजग तो हैं, लेकिन मास्क पहनना जरूरी नहीं समझ रहे हैं. पटना जंक्शन पर जैसे ही ट्रेन रुकी, सैकड़ों की संख्या में लोग स्टेशन पर उतरे. इनमें से कुछ ही लोगों ने मास्क पहन रखा था. अधिकांश यात्रियों के चेहरे पर मास्क नहीं थे. कोई उन्हें टोकने वाला भी नहीं था.
यात्रियों ने कहा कि हर गेट पर जांच की वयवस्था होनी चाहिए. जांच करवाने के लिए एक गेट से दूसरे गेट पर जाना होगा, तब तक गाड़ी भी छूट सकती है. प्रशासन मास्क पहनने को लेकर कड़ा रुख अपनाएगी, तब जाकर सभी यात्री मास्क भी पहनेंगे और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी करेंगे. पटना जंक्शन पर आने-जाने वालों की भीड़ अक्सर रहती है. यहां कोरोना से एहतियात को लेकर कमोबेश सभी बेखौफ दिख रहे हैं. स्टेशन पर इंट्री के समय पहले से तैनात रहने वाले आरपीएफ व जीआरपी के जवान भी अब नहीं दिख रहे हैं. गेट नंबर 3 पर सिर्फ एक काउंटर लगाकर कोरोना की जांच हो रही है. जहां पर लोग अपनी इच्छा से जांच करा रहे हैं, अन्यथा लोग चलते बन रहे हैं.
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