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पटना विवि ने यूनिवर्सिटी की 1953.6 स्क्वायर फीट जमीन पटना मेट्रो को देने की दी स्वीकृति - पटना मेट्रो निर्माण कार्य

पटना विश्वविद्यालय (Patna University) ने मेट्रो निर्माण के लिए साइंस कॉलेज की 1953.6 स्क्वायर फीट जमीन देने की स्वीकृति दी है. इससे मेट्रो के निर्माण कार्य में तेजी आएगी. विश्वविद्यालय को सरकार की तरफ से जमीन के बदले किसी प्रकार की क्षतिपूर्ति नहीं दी जा रही है. पढ़ें पूरी खबर....

पटना मेट्रो निर्माण कार्य
पटना मेट्रो निर्माण कार्य
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Published : Apr 27, 2022, 5:42 PM IST

पटना: पटना विश्वविद्यालय प्रबंधन ने अशोक राजपथ से गुजर रहे पटना मेट्रो के लिए साइंस कॉलेज की 1953.6 स्क्वायर फीट जमीन दिए जाने की सैद्धांतिक अनुमति (Patna University Allotted Land to Metro) दे दी है. मंगलवार को पटना विश्वविद्यालय के सिंडिकेट की बैठक हुई. इस बैठक में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर गिरीश कुमार चौधरी की अध्यक्षता में यह निर्णय लिया गया. इस बैठक में विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति प्रोफेसर अजय सिंह, कुलसचिव डॉ कर्नल कामेश कुमार, डीन डॉ अनिल कुमार सहित कई लोग मौजूद रहे.

यह भी पढ़ें: पटना मेट्रो परियोजना के निर्माण में आई तेजी, 2024 से शुरू होना है फेज-वन का संचालन


जमीन के बदले क्षतिपूर्ति नहीं: जानकारी के मुताबिक सरकार ने विश्वविद्यालय प्रबंधन से मेट्रो स्टेशन के निर्माण के लिए साइंस कॉलेज के खेल मैदान की 1953.6 स्क्वायर फीट जमीन की मांग की थी. इसको लेकर के सिंडिकेट की आपात बैठक बुलाई गई और बैठक में बिना सरकार से कोई डिमांड के मेट्रो को जमीन देने की स्वीकृति दे दी गई. इसके बदले सरकार के तरफ से विश्वविद्यालय को किसी प्रकार की क्षतिपूर्ति की जाएगी. यानि विश्वविद्यालय को ना ही जमीन की कोई आर्थिक क्षति पूर्ति मिलेगी और ना ही बदले में कहीं और जमीन दिया जाएगा.

65.94 स्क्वायर फीट की मांग अस्वीकृत: मेट्रो निर्माण एजेंसी की ओर से साइंस कॉलेज के 65.94 स्क्वायर फीट जमीन की और डिमांड की गई थी. यह डिमांड मेट्रो निर्माण के लिए सामान रखने के लिए की गई थी, लेकिन सिंडिकेट की तरफ से यह मंजूरी नहीं मिली. विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर गिरीश कुमार चौधरी (Vice Chancellor Prof Girish Kumar Chaudhary) ने जानकारी दी कि मेट्रो निर्माण के लिए सामान रखने के लिए जो एजेंसी की ओर से जमीन की मांग की जा रही थी. उसे अस्वीकृत कर दिया गया है, क्योंकि इससे पटना साइंस कॉलेज के छात्रों की खेल संबंधी गतिविधियां बाधित हो जाती जो उचित नहीं होगा. इसके अलावा बैठक में आगामी 21 मई 2022 को विश्वविद्यालय का दीक्षांत समारोह आयोजित करने का भी निर्णय लिया गया है.

मेट्रो के निर्माण कार्य में आएगी तेजी:अशोक राजपथ पर पटना साइंस कॉलेज के खेल मैदान में मेट्रो का यूनिवर्सिटी स्टेशन प्रस्तावित है. बीते दिनों एजेंसी की ओर से स्वायल टेस्टिंग कर ली गई थी. अब जबकि विश्वविद्यालय ने भी मेट्रो निर्माण एजेंसी को जमीन देने की स्वीकृति दे दी है तो निश्चित रूप से ऐसा अनुमान किया जा रहा है कि मेट्रो निर्माण कार्य में काफी तेजी आएगी. मेट्रो के निर्माण से अशोक राजपथ पर काफी लोड कम होगा और पटना यूनिवर्सिटी के कॉलेजों में शहर के दूरदराज क्षेत्रों से आने वाले विद्यार्थियों को भी काफी सहूलियत होगी. पटना साइंस कॉलेज के खेल मैदान के जिस क्षेत्र पर मेट्रो स्टेशन का निर्माण कार्य होना है वहां पर लाल और हरे झंडे अभी के समय गाड़े हुए हैं.

यह भी पढ़ें: पटना मेट्रो निर्माण कार्य का CM नीतीश कुमार ने लिया जायजा, निर्माण कार्य में तेजी लाने का निर्देश

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पटना: पटना विश्वविद्यालय प्रबंधन ने अशोक राजपथ से गुजर रहे पटना मेट्रो के लिए साइंस कॉलेज की 1953.6 स्क्वायर फीट जमीन दिए जाने की सैद्धांतिक अनुमति (Patna University Allotted Land to Metro) दे दी है. मंगलवार को पटना विश्वविद्यालय के सिंडिकेट की बैठक हुई. इस बैठक में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर गिरीश कुमार चौधरी की अध्यक्षता में यह निर्णय लिया गया. इस बैठक में विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति प्रोफेसर अजय सिंह, कुलसचिव डॉ कर्नल कामेश कुमार, डीन डॉ अनिल कुमार सहित कई लोग मौजूद रहे.

यह भी पढ़ें: पटना मेट्रो परियोजना के निर्माण में आई तेजी, 2024 से शुरू होना है फेज-वन का संचालन


जमीन के बदले क्षतिपूर्ति नहीं: जानकारी के मुताबिक सरकार ने विश्वविद्यालय प्रबंधन से मेट्रो स्टेशन के निर्माण के लिए साइंस कॉलेज के खेल मैदान की 1953.6 स्क्वायर फीट जमीन की मांग की थी. इसको लेकर के सिंडिकेट की आपात बैठक बुलाई गई और बैठक में बिना सरकार से कोई डिमांड के मेट्रो को जमीन देने की स्वीकृति दे दी गई. इसके बदले सरकार के तरफ से विश्वविद्यालय को किसी प्रकार की क्षतिपूर्ति की जाएगी. यानि विश्वविद्यालय को ना ही जमीन की कोई आर्थिक क्षति पूर्ति मिलेगी और ना ही बदले में कहीं और जमीन दिया जाएगा.

65.94 स्क्वायर फीट की मांग अस्वीकृत: मेट्रो निर्माण एजेंसी की ओर से साइंस कॉलेज के 65.94 स्क्वायर फीट जमीन की और डिमांड की गई थी. यह डिमांड मेट्रो निर्माण के लिए सामान रखने के लिए की गई थी, लेकिन सिंडिकेट की तरफ से यह मंजूरी नहीं मिली. विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर गिरीश कुमार चौधरी (Vice Chancellor Prof Girish Kumar Chaudhary) ने जानकारी दी कि मेट्रो निर्माण के लिए सामान रखने के लिए जो एजेंसी की ओर से जमीन की मांग की जा रही थी. उसे अस्वीकृत कर दिया गया है, क्योंकि इससे पटना साइंस कॉलेज के छात्रों की खेल संबंधी गतिविधियां बाधित हो जाती जो उचित नहीं होगा. इसके अलावा बैठक में आगामी 21 मई 2022 को विश्वविद्यालय का दीक्षांत समारोह आयोजित करने का भी निर्णय लिया गया है.

मेट्रो के निर्माण कार्य में आएगी तेजी:अशोक राजपथ पर पटना साइंस कॉलेज के खेल मैदान में मेट्रो का यूनिवर्सिटी स्टेशन प्रस्तावित है. बीते दिनों एजेंसी की ओर से स्वायल टेस्टिंग कर ली गई थी. अब जबकि विश्वविद्यालय ने भी मेट्रो निर्माण एजेंसी को जमीन देने की स्वीकृति दे दी है तो निश्चित रूप से ऐसा अनुमान किया जा रहा है कि मेट्रो निर्माण कार्य में काफी तेजी आएगी. मेट्रो के निर्माण से अशोक राजपथ पर काफी लोड कम होगा और पटना यूनिवर्सिटी के कॉलेजों में शहर के दूरदराज क्षेत्रों से आने वाले विद्यार्थियों को भी काफी सहूलियत होगी. पटना साइंस कॉलेज के खेल मैदान के जिस क्षेत्र पर मेट्रो स्टेशन का निर्माण कार्य होना है वहां पर लाल और हरे झंडे अभी के समय गाड़े हुए हैं.

यह भी पढ़ें: पटना मेट्रो निर्माण कार्य का CM नीतीश कुमार ने लिया जायजा, निर्माण कार्य में तेजी लाने का निर्देश

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