पटना: राजधानी पटना के सबसे बड़े अस्पताल पीएमसीएच (Patna PMCH) से एक ऐसी खबर सामने आई है, जिसे सुनकर आप भी चौक जाएंगे. दरअसल, पटना जिले के विक्रम पाली के रहने वाले राजकुमार के पिता सौबरण साव का इलाज पीएमसीएच के इमरजेंसी वार्ड में चल रहा है. शुक्रवार को पीएमसीएच के इमरजेंसी वार्ड के गेट नंबर 2 पर मौजूद प्राइवेट गार्ड ने राजकुमार को घेरकर पिटाई (PMCH security personnel injured youth) की. इस घटना में राजकुमार का सिर फट गया है.
गार्ड की पिटाई से घायल राजकुमार ने बताया कि आज उसके पिता को खून की जरूरत थी. वह अपने पिता को खून देने अस्पताल पहुंचा था लेकिन पीएमसीएच इमरजेंसी वार्ड में मौजूद गार्डों की गुंडई की वजह से जो खून वह अपने पिता को देने वाला था, उस खून को पीएमसीएच के गार्ड ने लाठी-डंडे से मार कर बहा दिया. वहीं, इस घटना को कवर कर रहे हैं मीडियाकर्मियों से भी मौके पर मौजूद गार्डों ने दुर्व्यवहार किया. इसकी शिकायत सुपरवाइजर से की गई है.
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दरअसल, राजकुमार के पिता सौबरण साव का हाल ही गॉल ब्लैडर का ऑपरेशन हुआ है. पटना के पीएमसीएच में गुरुवार से उनका चल रहा है. सौबरण साव के बेटे राजकुमार और मुन्ना ने पीएमसीएच इमरजेंसी वार्ड के गेट नंबर 2 पर मौजूद निजी गार्ड पर आरोप लगाते हुए कहा है कि शुक्रवार की सुबह उनकी भाभी पिता के लिए खाना लेकर पहुंची. राजकुमार ने अपनी भाभी को पिता से मिलवाने का प्रयास किया. हालांकि इमरजेंसी वार्ड में जाने से पहले गार्ड गेट पास की मांग की.
राजकुमार ने अपने पास मौजूद गेटपास गार्ड को दिखाया. इसके बावजूद मौके पर मौजूद गार्ड ने उसे और उसकी भाभी को इमरजेंसी बोर्ड के अंदर नहीं जाने दिया. राजकुमार ने जब इसका विरोध किया तो मौके पर मौजूद 10 से 15 की संख्या में गार्डों ने राजकुमार को घेरकर लाठी-डंडों से जमकर पिटाई कर दी. इसमें राजकुमार का सिर फट गया है. घायल राजकुमार कहता है कि पीएमसीएच के डॉक्टरों ने उसके पिता की गंभीर हालत को देखते हुए खून चढ़ाने की बात कही थी. शुक्रवार को वह अपने पिता को खून देने पहुंचा ही था कि अस्पताल के गेट पर मौजूद गार्ड ने उसका खून बहा दिया. इस घटना के बाद अस्पताल परिसर में मौजूद राजकुमार और उसका भाई मुन्ना लोगों से रो-रो कर यही सवाल पूछ रहे हैं कि आखिरकार अब उसके पिता को खून कौन देगा.
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इस घटना के बाद पीएमसीएच के गेट नंबर 2 के पास मौजूद मरीज के परिजनों में अफरा-तफरी का माहौल हो गया. पीड़ित राजकुमार और उसके भाई ने बताया कि इस मामले की सूचना जब पीरबहोर थाने को दी गई तो थाने आकर लिखित आवेदन को कहा गया. राजकुमार का कहना है कि उसके पिता का इलाज चल रहा है और उसे थाने आकर आवेदन देने को कहा जा रहा है. वहीं इस घटना की जानकारी मिलने पर घटना को कवर करने पहुंचे पत्रकारों के साथ भी मौके पर मौजूद गार्डों ने दुर्व्यवहार किया. इसकी शिकायत गार्ड के सुपरवाइजर से की गई तो उन्होंने इस पूरे मामले पर कार्रवाई का आश्वासन दिया.
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