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कोरोना के बाद 20% लोगों में पोस्ट कोविड का असर, पटना एम्स के डॉक्टर से समझिए इसके लक्षण और बचाव का तरीका

बिहार में कोरोना (Corona in Bihar) की चपेट में आए लगभग 20 फीसदी लोग पोस्ट कोविड के शिकार हुए हैं. कई लोगों में सांस की तकलीफ बरकरार है तो कई लोगों में चक्कर आने की समस्या मिल रही है. ऐसे में कोरोना पर स्टडी करने वाले डॉक्टर अनिल कुमार ने पोस्ट कोविड के मामलों को लेकर लोगों को सावधान किया है और उन्होंने जानकारी दी है कि पोस्ट कोविड के कौन-कौन से गंभीर लक्षण है और बचाव के उपाय क्या है.

कोरोना के बाद पोस्ट कोविड का असर
कोरोना के बाद पोस्ट कोविड का असर
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Published : Mar 6, 2022, 8:30 PM IST

पटना: कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर (Third Wave of Corona Infection) के बाद पोस्ट कोविड 19 का असर लोगों के लिए नई मुसीबत बना हुआ है. पटना एम्स
(Patna AIIMS) के ट्रामा इमरजेंसी के विभागाध्यक्ष डॉक्टर अनिल कुमार ने बताया कि पोस्ट कोविड नाम में ही इसका व्याख्यान छिपा हुआ है. इसको डिस्क्राइब करते हुए उन्होंने बताया कि POST-COVID वर्ड में ही जानकारी छिपी (How to avoid Post Covid)हुई है कि कौन सी बीमारियां पोस्ट कोविड में परेशान कर रही हैं.

ये भी पढ़ें- जानिए पटना एम्स के वरिष्ठ डॉक्टर अनिल कुमार से, OMICRON शब्द में ही कैसे छिपा है बचाव का तरीका

POST-COVID वर्ड में ही छिपी जानकारी:
P- Persistent cough: लगातार कफ की शिकायत रहना
O- Overweight: अत्यधिक मोटापा
S- Shortness of Breathing: सांस लेने में तकलीफ
T- Test Loss: खाने-पीने का स्वाद नहीं मिलना
C- Chest Pain: सीने में दर्द की शिकायत
O- Occupational Stress, Anxiety: काम में बेचैनी
V- Vertigo/Viral like Fever: चक्कर या कमजोरी महसूस होना
I- Inattention: काम में मन नहीं लगना या बात भूलना
D- Depression: अवसाद ग्रसित होना

''इसके सिंड्रोम भी हैं कि थकान महसूस होना, मांसपेशियों में दर्द होना, आंखों के सामने अंधेरा छा जाना या फिर कुछ मामलों में फंगस की स्थिति ग्रो होना. पोस्ट कोविड का खतरा कोरोना संक्रमण होने के 3 माह तक होता है और अगर लक्षण की पहचान कर उस पर काम किया जाए तो इससे बचा जा सकता है. लोगों को अभी के समय नियमित कफ बने रहना और सांस लेने में तकलीफ की काफी शिकायत हो रही है, लेकिन इन मामलों में थोड़ा अलर्ट रहना जरूरी है. पोस्ट कोविड इफेक्ट ज्यादातर अपने आप 3 महीने बाद ठीक हो जाते हैं, लेकिन खतरनाक लक्षण वालों में थोड़ा अलर्ट रहना पड़ता है.''- डॉक्टर अनिल कुमार, ट्रामा इमरजेंसी के विभागाध्यक्ष, पटना एम्स

जागरुकता से ही पोस्ट कोविड को मात: डॉक्टर अनिल कुमार ने बताया कि यदि किसी को चेस्ट पेन हो रहा है, सांस फूलने की शिकायत हो रही है, आंखों के सामने अंधेरा छा रहा है या बार-बार बेहोश होना या फिर तेज बुखार के केस कोरोना से उबरने के बाद मिल रहे हैं तो यह वार्निंग साइन है. ऐसे लोगों को तत्काल डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए. उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण होने के बाद लोग यदि संतुलित आहार लेते हैं, शरीर के लिए फिजिकल एक्सरसाइज करते हैं और सही समय पर सोते हैं और गहरी नींद लेते हैं, अपनी दिनचर्या में सुधार लाते हैं तो पोस्ट कोविड लक्षण जल्दी ठीक हो जाएंगे. ऐसे में यह लक्षण कोई बड़ी समस्या नहीं बनेगी. जागरूकता से ही पोस्ट कोविड को मात दिया जा सकता है.

ये भी पढ़ें- बच्चों में बढ़ा मल्टीपल इन्फ्लेमेटरी सिंड्रोम का खतरा, जानिए इसके लक्षण और बचाव के तरीके

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पटना: कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर (Third Wave of Corona Infection) के बाद पोस्ट कोविड 19 का असर लोगों के लिए नई मुसीबत बना हुआ है. पटना एम्स
(Patna AIIMS) के ट्रामा इमरजेंसी के विभागाध्यक्ष डॉक्टर अनिल कुमार ने बताया कि पोस्ट कोविड नाम में ही इसका व्याख्यान छिपा हुआ है. इसको डिस्क्राइब करते हुए उन्होंने बताया कि POST-COVID वर्ड में ही जानकारी छिपी (How to avoid Post Covid)हुई है कि कौन सी बीमारियां पोस्ट कोविड में परेशान कर रही हैं.

ये भी पढ़ें- जानिए पटना एम्स के वरिष्ठ डॉक्टर अनिल कुमार से, OMICRON शब्द में ही कैसे छिपा है बचाव का तरीका

POST-COVID वर्ड में ही छिपी जानकारी:
P- Persistent cough: लगातार कफ की शिकायत रहना
O- Overweight: अत्यधिक मोटापा
S- Shortness of Breathing: सांस लेने में तकलीफ
T- Test Loss: खाने-पीने का स्वाद नहीं मिलना
C- Chest Pain: सीने में दर्द की शिकायत
O- Occupational Stress, Anxiety: काम में बेचैनी
V- Vertigo/Viral like Fever: चक्कर या कमजोरी महसूस होना
I- Inattention: काम में मन नहीं लगना या बात भूलना
D- Depression: अवसाद ग्रसित होना

''इसके सिंड्रोम भी हैं कि थकान महसूस होना, मांसपेशियों में दर्द होना, आंखों के सामने अंधेरा छा जाना या फिर कुछ मामलों में फंगस की स्थिति ग्रो होना. पोस्ट कोविड का खतरा कोरोना संक्रमण होने के 3 माह तक होता है और अगर लक्षण की पहचान कर उस पर काम किया जाए तो इससे बचा जा सकता है. लोगों को अभी के समय नियमित कफ बने रहना और सांस लेने में तकलीफ की काफी शिकायत हो रही है, लेकिन इन मामलों में थोड़ा अलर्ट रहना जरूरी है. पोस्ट कोविड इफेक्ट ज्यादातर अपने आप 3 महीने बाद ठीक हो जाते हैं, लेकिन खतरनाक लक्षण वालों में थोड़ा अलर्ट रहना पड़ता है.''- डॉक्टर अनिल कुमार, ट्रामा इमरजेंसी के विभागाध्यक्ष, पटना एम्स

जागरुकता से ही पोस्ट कोविड को मात: डॉक्टर अनिल कुमार ने बताया कि यदि किसी को चेस्ट पेन हो रहा है, सांस फूलने की शिकायत हो रही है, आंखों के सामने अंधेरा छा रहा है या बार-बार बेहोश होना या फिर तेज बुखार के केस कोरोना से उबरने के बाद मिल रहे हैं तो यह वार्निंग साइन है. ऐसे लोगों को तत्काल डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए. उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण होने के बाद लोग यदि संतुलित आहार लेते हैं, शरीर के लिए फिजिकल एक्सरसाइज करते हैं और सही समय पर सोते हैं और गहरी नींद लेते हैं, अपनी दिनचर्या में सुधार लाते हैं तो पोस्ट कोविड लक्षण जल्दी ठीक हो जाएंगे. ऐसे में यह लक्षण कोई बड़ी समस्या नहीं बनेगी. जागरूकता से ही पोस्ट कोविड को मात दिया जा सकता है.

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