पटना: बिहार में पंचायत चुनाव के बाद 2 सीटों मुंगेर के तारापुर (Tarapur) और दरभंगा के कुशेश्वरस्थान (Kusheshwarsthan) में उपचुनाव (By-Election) होना है. उपचुनाव में चिराग पासवान (Chirag Paswan) और पशुपति पारस (Pashupati Paras) फिलहाल बंगले से बेदखल रहेंगे. बंगले को लेकर चाचा-भतीजे के बीच लड़ाई जारी है. पशुपति पारस जहां नीतीश कुमार के समर्थन में उतर आए हैं, वहीं चिराग एनडीए के लिए मुश्किलें खड़ी करने के लिए तैयार हैं.
ये भी पढ़ें- बिहार विधानसभा उपचुनाव: कुशेश्वरस्थान से गणेश भारती और तारापुर से अरुण RJD उम्मीदवार घोषित
विधानसभा के 2 सीटों के लिए बिहार में चुनाव होने हैं. चुनाव में जदयू के सामने दोनों सीटों को बचाने की चुनौती है. बंगले को लेकर पशुपति पारस और चिराग पासवान के बीच विवाद है. चुनाव आयोग (Election Commission) ने उप चुनाव तक बंगला सिंबल को फ्रीज कर दिया है. पशुपति और चिराग पासवान बंगले पर दावा कर रहे हैं. केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार में मंत्री हैं और वह बिहार में भी एनडीए के साथ मजबूती से खड़े हैं.
''मेरी पार्टी का समर्थन एनडीए उम्मीदवारों के साथ होगा. चिराग पासवान को दोनों सीटों पर उम्मीदवार भी नहीं मिलेंगे, अगर मिल भी गए तो 1000-2000 से ज्यादा वोट हासिल होने वाले नहीं हैं.''- पशुपति पारस, केंद्रीय मंत्री
''उपचुनाव में दोनों सीटों पर हमारी जीत तय है, जो भी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के खिलाफ जाएगा उन्हें हार का सामना करना पड़ेगा.''- अरविंद सिंह, बीजेपी प्रवक्ता
ये भी पढ़ें- 'बिहार उपचुनाव में कांग्रेस की अनदेखी, RJD ने महागठबंधन के अन्य दलों को दिखाया आईना'
''पशुपति पारस ने रामविलास पासवान को धोखा देने का काम किया है और उन्हीं की वजह से हमारा सिंबल फ्रीज हुआ है. उपचुनाव में हम मजबूती से मैदान में उतरेंगे और हमारे दोनों उम्मीदवार चुनाव भी जीतेंगे.''- चंदन कुमार, लोजपा प्रवक्ता (चिराग गुट)
''उपचुनाव में मुकाबला दिलचस्प हो गया है. महागठबंधन और एनडीए के बीच जहां सीधा मुकाबला है. वहीं, पशुपति पारस और चिराग पासवान के भविष्य का फैसला भी होगा.''- कौशलेंद्र प्रियदर्शी, वरिष्ठ पत्रकार
चुनाव आयोग के फैसले से उप चुनाव में मुकाबला और भी दिलचस्प हो गया है. पशुपति पारस ने चुनाव में उम्मीदवार नहीं उतारने का फैसला लिया है. पारस राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन को समर्थन देंगे. इधर, चिराग पासवान उप चुनाव में उम्मीदवार देने के लिए तैयार हैं. दोनों सीटों पर चिराग पासवान के उम्मीदवार चुनाव लड़ेंगे, भले ही उनका निशान बंगला ना हो, चिराग पीछे हटने के लिए तैयार नहीं है.