पटनाः बिहार पंचायत चुनाव 2021 (Bihar Panchayat Election) में राज्य निर्वाचन आयोग (State Election Comission) ईवीएम और मतपेटिका दोनों का प्रयोग कर रही है. चुनाव को पारदर्शी तरीके से संपन्न कराने को लेकर मीटिंग का दौर लगातार जारी है. राज्य निर्वाचन आयोग रोज नए-नए निर्देश भी जारी कर रहा है. वहीं, आयोग ने इस बार ऑब्जर्वर (Observer) की जिम्मेदारी बढ़ा दी है.
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पहले भी ऑब्जर्वर की ड्यूटी मतदान केन्द्रों पर लगाई जाती थी, लेकिन इस बार चुनाव में ऑब्जर्वर की ड्यूटी सिर्फ मतदान केंद्रों पर ही नहीं रहेगी. इस बार उन्हें प्रत्याशियों और उनके गतिविधियों पर भी नजर रखना होगा. इसे देखते हुए आयोग ऑब्जर्वर की नियुक्ति की तैयारी में है.
इस बार पंचायत चुनाव में ऑब्जर्वर अपने क्षेत्र के प्रत्याशियों के द्वारा चुनाव में तय किए गए खर्च से ज्यादा खर्च करने पर राज्य निर्वाचन आयोग को रिपोर्ट करेंगे. साथ ही ऑब्जर्वर अपने क्षेत्र में शराब की बिक्री पर निगरानी बनाए रखेंगे.
बताते चलें कि राज निर्वाचन आयोग ने 11 चरणों में मतदान कराने की प्रक्रिया की तैयारी पूरी कर ली है. पहले चरण के नामांकन की प्रक्रिया खत्म हो गई है. पहले चरण में नामांकन करने वाले प्रत्याशियों का पत्र राज निर्वाचन आयोग के तरफ से जांच की जा रही है.
वहीं, दूसरे चरण के लिए नामांकन 7 सितंबर से चल रहा है जो 13 सितंबर तक चलेगा. 34 जिलों के 48 प्रखंडों में नामांकन का दौर चल रहा है. 7 सितंबर से 10 सितंबर के बीच अभी तक कुल 41,518 प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल किया है, जिसमें सर्वाधिक 24,150 ग्राम पंचायत सदस्य पद के लिए नामांकन पत्र दाखिल किया गया है.
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7 सितंबर से 10 सितंबर के बीच कुल 20,826 पुरुष प्रत्याशी और 20692 महिला प्रत्याशियों ने नामांकन पत्र दाखिल किया है. द्वितीय चरण में नामांकन के पहले दिन से लेकर 10 सितंबर तक 438 प्रत्याशियों ने ऑनलाइन नामांकन पत्र दाखिल किया है. जिसमें 426 अभ्यर्थियों के द्वारा ऑनलाइन दाखिल किया गया नाम निर्देशन पत्र निर्वाचित पदाधिकारी के समक्ष जमा भी करा दिया गया है.