पटना: पटना नगर निगम (Patna Municipal Corporation) में तख्ता पलट का खेल जोरों से चल रहा है. अभी हाल में ही डिप्टी मेयर मीरा देवी अविश्वास प्रस्ताव में अपनी कुर्सी बचा नहीं सकी थी. लेकिन मेयर सीता साहू (Mayor Sita Sahu) की कुर्सी सही सलामत है.
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पिछले दिनों पटना नगर निगम में सीता साहू के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था, जिसकी वोटिंग शनिवार को हुई. जिसमें 30 पार्षद शामिल हुए. 23 पार्षदों ने मतदान नहीं किया, जबकि 7 पार्षदों ने मतदान में हिस्सा लिया. इस दौरान पक्ष में 2 और 5 विपक्ष में मतदान हुआ.
'विपक्ष के दावे में कोई दम नहीं था. मेरे खिलाफ जो भी आरोप थे वे पूरी तरह निराधार थे. पटना नगर निगम में काम हो रहा है जो जमीनी स्तर पर दिख रहा है. जो कार्य अधूरे हैं उन्हें भी जल्द से जल्द पूरा किया जाएगा.'- सीता साहू, मेयर, पीएमसी
यह पहली बार नहीं हुआ इससे पहले भी सीता साहू के खिलाफ दो बार अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था. लेकिन सीता साहू की कुर्सी बची रही. इस बार भी सीता साहू की कुर्सी बच गई है.
7 पार्षद ने अपने मतदान का प्रयोग किया 5 विपक्ष में और 2 अविश्वास के पक्ष में था. मेयर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव खारिज हो गया.-हिमांशु शर्मा, आयुक्त, पीएमसी
वहीं नगर आयुक्त हिमाशु शर्मा ने कहा कि 29 पार्षदों के द्वारा अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था, जिसपर चर्चा हुई. इस दौरान वोटिंग की प्रक्रिया भी अपनाई गई. वोटिंग के दौरान अविश्वास प्रस्ताव गिर गया और मेयर सीता साहू अभी भी पटना नगर निगम में बनी रहेंगी.
बता दें कि 2017 में पटना नगर निगम की मेयर बनीं सीता साहू के खिलाफ विपक्षी खेमे के पार्षदों ने 2019 में अविश्वास प्रस्ताव लाया था, जो धराशाई हो गया था. डिप्टी मेयर मीरा देवी के खिलाफ लाए गए मेयर गुट के अविश्वास प्रस्ताव पर 29 पार्षदों के हस्ताक्षर थे. मेयर के विरुद्ध लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर 29 पार्षदों के हस्ताक्षर थे.
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