पटना: सोमवार को जनता दरबार (Janata Darbar) का आयोजन होगा. जिसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) गृह विभाग, राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग, मद्य निषेध, निबंधन विभाग, निगरानी विभाग, खान भूतत्व और सामान्य प्रशासन विभाग से संबंधित शिकायत सुनेंगे. गृह विभाग, सामान्य प्रशासन विभाग और निगरानी विभाग मुख्यमंत्री के पास ही है.
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महीने के पहले सोमवार को सबसे ज्यादा भीड़ रहती है, क्योंकि पुलिस और जमीन से संबंधित विवाद लोग लेकर मुख्यमंत्री के पास आते हैं. इस बार जनता दरबार का कार्यक्रम मुख्यमंत्री सचिवालय संवाद के ठीक बगल में बनाए गए हॉल में हो रहा है. जिसमें सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए जा रहे हैं. साथ ही जिन्हें जनता दरबार में बुलाया जा रहा है, उनका पहले से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराया जाता है और उनका वैक्सीनेशन भी किया जाता है. कोरोना जांच नेगेटिव आने के बाद ही उनकी एंट्री होती है.
जिला प्रशासन अपने जिले से विशेष वाहन से जनता दरबार में लोगों को लाते हैं और उन्हें पहुंचाते भी हैं. जनता दरबार के बाहर भी बड़ी संख्या में लोग इस उम्मीद से पहुंच रहे हैं कि मुख्यमंत्री से उनकी मुलाकात हो जाएगी, लेकिन इस बार जनता दरबार में शिकायत सुनने की प्रक्रिया में बदलाव किया गया है. इसके कारण जनता दरबार के बाहर आए लोगों को बिना मुख्यमंत्री से मिले ही लौटना पड़ता है.
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दरअसल, कई ऐसे लोग भी पहुंच जा रहे हैं, जिन्होंने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन 2 महीना पहले कराया है और अब तक नहीं बुलाया गया है. 5 साल के बाद मुख्यमंत्री ने फिर से जनता दरबार शुरू किया है. ऐसे में कुछ लोग वैसे भी पहुंच जा रहे हैं, जो पहले के जनता दरबार में आ चुके हैं. वहीं, जनता के दरबार में संबंधित विभाग के मंत्री के साथ सभी आला अधिकारी भी मौजूद रहेंगे. मुख्यमंत्री लोगों की शिकायत सुनने के बाद ऑन स्पॉट उनकी समस्याओं का निदान करने की कोशिश भी करेंगे.