पटनाः बिहार विधान मंडल का मानसून सत्र 24 जून से शुरू (Monsoon session of Bihar Legislature from June 24) हो रहा है और उसकी तैयारी जोर शोर से चल रही है. मानसून सत्र छोटा है और छोटे सत्र को लेकर विपक्ष ने नाराजगी भी जताई है. वहीं विपक्ष सरकार को कई मुद्दों पर घेरने की तैयारी कर रहा है. अग्निपथ योजना को लेकर भी हंगामा होना तय है. ऐसे सरकार की तरफ से भी विपक्षी सदस्यों के सवाल का जवाब देने की पूरी तैयारी हो रही है. सत्ता पक्ष का यह भी कहना है कि परंपरा रही है मानसून सत्र छोटा बुलाने की रही हैं इसलिए कोई नई बात नहीं है.
पढ़ें- बिहार विधान मंडल का शीतकालीन सत्र: NDA का मनोबल ऊंचा, विपक्ष भी है तैयार
छोटा सत्र होने के कारण विपक्ष में नाराजगीः विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा ने भी तैयारियों को लेकर बैठक शुरू कर दी है. सुरक्षा को लेकर भी जल्द वरीय अधिकारी बैठक करेंगे. बिहार विधान सभा का मानसून सत्र 24 जून से शुरू होगा. मानसून सत्र ऐसे तो छोटा बुलाने की ही परंपरा रही है इस बार केवल 5 दिनों का यह सत्र है और सत्र के पहले दिन मैं तो प्रश्न काल होगा नही ध्यान कर्षण इसलिए सदस्यों के लिए चार ही दिन सवाल पूछने का समय रहेगा और उसमें सरकार को जवाब देना होगा. छोटा सत्र होने के कारण विपक्ष में नाराजगी भी है.
"हम लोगों की मांग रही है कि कम से कम 15 दिनों का सत्र होना चाहिए छोटा सत्र में कई गंभीर सवाल नहीं पूछ पाते हैं ऐसे छोटे सत्र में भी आने वाले बाढ़ की तैयारी को लेकर सरकार को घेरने की कोशिश होगी कि कहीं कोई तैयारी नहीं है पटना में भी 2019 में भयंकर जल जमा हुआ था लेकिन उसके बाद भी बचाव के लिए कोई खास इंतजाम नहीं किया गया है तो वही अग्निपथ योजना को लेकर जो बेरोजगारों में नाराजगी है यह मामला भी उठेगा." -गोपाल रविदास , विधायक माले
"आरजेडी की भी पूरी तैयारी है आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी का कहना है कि "नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव अपने सवालों की बौछार से सरकार की परेशानी बढ़ाएंगे और सरकार को सभी प्रश्नों का जवाब देने की पूरी तैयारी करना चाहिए बेरोजगारी का सवाल है जनता के जो मूलभूत समस्याएं हैं उनको लेकर सवाल पूछे जाएंगे और अग्निपथ योजना को लेकर भी मामला उठेगा"- मृत्युंजय तिवारी, प्रवक्ता आरजेडी
"मानसून सत्र छोटा बुलाने की ही परंपरा रही है कोई नई बात नहीं है. सरकार की तरफ से पूरी तैयारी है. सदस्यों को सवाल पूछने का पूरा मौका मिलेगा."- उपेंद्र कुशवाहा, जदयू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह विधान पार्षद
"सरकार हर सवाल का जवाब देने के लिए तैयार है लेकिन विपक्षी सदस्यों से भी आग्रह है कि सदन को शांतिपूर्ण ढंग से चलने दें. शांतिपूर्ण ढंग से अपने सवालों को रखें. सरकार जरूर उसका जवाब देगी. कहीं कोई समस्या उत्पन्न नहीं होने वाली है."-विनोद शर्मा, प्रवक्ता बीजेपी
2022-23 की प्रथम अनुपूरक व्यय विवरणी भी पेश होगाः 24 जून को शपथ ग्रहण होगा( यदि किसी को लेना होगा तब). उसके बाद बिहार विधान मंडल के सत्र में नहीं रहने की अवधि में महामहिम राज्यपाल द्वारा प्रख्यापित अध्यादेश की प्रमाणित प्रतियों को सदन के पटल पर रखा जाएगा. इस दौरान वित्तीय वर्ष 2022-23 की प्रथम अनुपूरक व्यय विवरणी भी पेश होगा और उसके बाद शोक प्रस्ताव के साथ सदन की कार्यवाही समाप्त हो जाएगी.
बिहार विधान मंडल का मानसून सत्र
24 जून को शपथ ग्रहण होगा( यदि किसी को लेना होगा तब)
25 जून और 26 जून को शनिवार और रविवार होने के कारण बैठक नहीं होगी
27 जून से 30 जून तक सदन की कार्यवाही इस प्रकार से चलेगी
27 जून को गैर सरकारी सदस्यों के संकल्प पेश किए जाएंगेय.
28 जून और 29 जून को राजकीय विधेयक और अन्य राजकीय कार्य होंगे.
30 जून को 2022 -23 के प्रथम अनुपूरक व्यय विवरणी पर चर्चा होगी और फिर सरकार का उत्तर और इससे संबंधित विनियोग विधेयक सदन में रखा जाएगा.
मानसून सत्र केवल 5 दिन का ही सत्र होगाः 24 जून से सदन की कार्यवाही शुरू होकर 30 जून तक चलेगा लेकिन शनिवार और रविवार होने के कारण केवल 5 दिन का ही सत्र होगा. स्वास्थ्य जैसे महत्वपूर्ण विभागों के तो प्रश्नों के उत्तर ही नहीं हो पाएंगे और विपक्षी सदस्यों को इसको लेकर भी नाराजगी है. ऐसे में विपक्ष अग्निपथ योजना का मामला हो बेरोजगारी का मामला हो अपराध शिक्षा और बाढ़ जैसे मुद्दे हो सरकार की मुश्किलें बढ़ाने की तैयारी कर रहा है. कुल मिलाकर देखें तो मानसून सत्र हंगामेदार होने के पूरे आसार हैं.
पढ़ें-बिहार विधानमंडल सत्र: बोले आरजेडी MLC- '19 लाख लोगों के रोजगार के वादे पर विवेचना करे सरकार'