पटनाः यूपी सरकार ने बिहार से लाई जा रही लाशों के अंतिम संस्कार करने पर रोक लगा दी है. जिसके बाद रामगढ़ क्षेत्र से राजद विधायक सुधाकर सिंह ने उत्तर प्रदेश सरकार और बिहार की सरकार पर जमकर हमला बोला है. उन्होंने कहा है कि दोनों सरकारों की एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप की वजह से कैमूर जिले के शवों को बनारस या फिर जमुनिया घाट पर अंतिम संस्कार नहीं करने दिया जा रहा है. नतीजन यूपी से शवों को गंगा नदी में प्रवाहित किया जा रहा है.
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सरकारों पर आंकड़े छिपाने का आरोप
राजद विधायक ने कहा कि रामगढ़ विधानसभा क्षेत्र के अधिकांश लोग मृत्यु के बाद शव को अंतिम संस्कार के लिए काशी ले जाते हैं. लेकिन विषम परिस्थितियों के कारण उन्हें मोक्ष से तो वंचित रहना ही पड़ रहा है. शवों को भी यूं ही गंगा नदी में प्रवाहित कर दिया जा रहा है. राजद विधायक ने दोनों राज्यों की सरकारों पर मिलीभगत से आंकड़े छिपाने का भी आरोप लगाया.
अधिकांश लाशें बिहार की
राजद विधायक ने कहा कि बिहार सरकार भले ही ये दावा कर रही हो कि गंगा में मिल रही अधिकांश लाशें उत्तर प्रदेश की है, लेकिन सच तो ये है कि अधिकांश लाशें बिहार की हैं. नीतीश कुमार आंकड़ा छुपाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार पर बयानबाजी कर रहे हैं.
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जिले के लोगों के समक्ष बड़ी समस्या
बता दें कि कैमूर जिला के पश्चिमी हिस्सा यूपी से सटा हुआ है. उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिला जमुनिया जो महर्षि जमदग्नि के नाम से विख्यात है. जहां पर गंगा गुजरती है हिंदू मान्यताओं के अनुसार शव को अंतिम संस्कार गंगा के तट पर करने की परंपरा बहुत पुरानी है. मगर इन सबके बीच यूपी सरकार ने बिहार से उत्तर प्रदेश में शव का दाह संस्कार पर रोक लगा दी है. ऐसे में लोग कैमूर जिला के लोगों के सामने एक विकट परिस्थिति खड़ा हो गई है, कि अपने मृत परिजनों का अंतिम संस्कार कहां की किया जाएगा?