पटना: शिक्षक नियोजन को लेकर अभ्यर्थियों की ओर से लगातार आंदोलन हो रहा है. पिछले दिनों जदयू कार्यालय पर भी अभ्यर्थियों की ओर से जबरदस्त हंगामा किया गया था. सातवें चरण के नियोजन में लगातार विलंब हो रहा है. इस बीच आज मंगलवार को जनसुनवाई कार्यक्रम में जदयू कार्यालय पहुंचे शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी (Education Minister Vijay Kumar Choudhary) ने कहा कि सितंबर महीने के अंत तक 7वें चरण का नियोजन शुरू हो जाएगा. हमलोग उसकी तैयारी कर रहे हैं.
यह भी पढ़ें: सांतवें चरण के शिक्षक नियोजन की मांग, STET- CTET पास उम्मीदवारों का महा आंदोलन
सातवें चरण की तैयारी में विभाग: शिक्षा मंत्री ने आगे कहा कि अभी छठे चरण का नियोजन का कार्य चल रहा है. लेकिन हमलोगों के सामने कई तरह की समस्या आ रही है. जो सबसे बड़ी समस्या है कि अभ्यर्थी 1 से अधिक नियोजन इकाइयों में आवेदन कर देते हैं. ऐसे में नियोजन की तिथि तो एक ही होती है और इसके कारण सीटे खाली रह जाती है. यदि अभ्यर्थी एक साथ 50 नियोजन इकाइयों में आवेदन करेंगे तो कहीं एक ही जगह जाएंगे. हमलोगों ने सभी स्थितियों की समीक्षा की है और छठे चरण के बाद सातवें चरण की प्रक्रिया में लग गए हैं.
"योग्य अभ्यर्थी को हम लोग असमिति विकल्प देते है कि वो जितने जगह से चाहे नियोजन ईकाई में आवेदन दे सकते हैं. वो सब जगह दे देते है. नियोजन की तिथि लगभग एक दिन ही होता है. उनके आवेदन के बाद वह प्रभावी तभी होता है, जब उस दिन अभ्यर्थी नियोजन ईकाई के समक्ष प्रस्तुत हो. उसके कारण कई जगह रिक्तियां रह जाती है. हमलोगों ने इसका लेखा जोखा ले लिया है. छठवां चरण इस महीने समाप्त हो रहा है. इस चरण के समाप्ति के बाद तत्काल हमलोग विभिन्न जिलों से शेष बची रिक्तियां की सूचना लेकर अगले महीने से सातवें चरण की प्रक्रिया शुरू कर देंगे" -विजय कुमार चौधरी, शिक्षा मंत्री
शिक्षकों के कई पद रह गए खाली: शिक्षा मंत्री के बयान के अनुसार सातवें चरण के शिक्षक नियोजन की प्रक्रिया सितंबर महीने से शुरू हो सकती है. दरअसल, छठे चरण के नियोजन में बड़ी संख्या में शिक्षकों के पद खाली रह गए हैं. अब सरकार फिर से सभी जिलों से पूरा डिटेल मंगवा रही है. रिक्तियों का पूरा डिटेल आने के बाद नियोजन को लेकर तिथि की घोषणा की जाएगी. इसको लेकर तैयारी शुरू हो गई है.