पटना: असम में एनआरसी लागू होने के बाद बिहार में भी इसकी मांग होने लगी है. बीजेपी के नेताओं ने बिहार के सीमावर्ती जिलों में भी इसको लागू करने की मांग की है. बीजेपी कोटे से मंत्री विनोद सिंह ने तो इसकी मांग भी कर दी है. उन्होंने कहा है कि बिहार में भी एनआरसी लागू हो.
गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय से जब इसको लेकर मीडियाकर्मियों ने सवाल पूछा तो उन्होंने चुप्पी साध ली. दरअसल, नित्यानंद राय शुक्रवार को दिल्ली से पटना वापस लौटे. इस दौरान पटना एयरपोर्ट पर जब उनसे बिहार में एनआरसी का सवाल पूछा गया तो वह कैमरे से बचते दिखाई दिए.
बीजेपी की ओर से उठ रही एनआरसी की मांग
बहरहाल, नित्यानंद राय ने बिहार में एनआरसी को लेकर भले ही चुप्पी साध ली हो. लेकिन, इसको लेकर बिहार में लगातार जेडीयू और बीजेपी नेताओं के अलग-अलग बयान आ रहे हैं. बीजेपी के नेताओं का मानना है कि सीमावर्ती जिलों में बंगलादेशी घुसपैठी बड़ी संख्या में रह रहे हैं. जिसकी जांच होनी चाहिए.
गठबंधन के कारण नेता साध रहे चुप्पी
वहीं, जेडीयू का कहना है कि बिहार में एनआरसी की कोई जरूरत नहीं है. हालांकि, बिहार में गठबंधन की सरकार है. इसीलिए इस मुद्दे पर खुलकर बीजेपी के बड़े नेता कुछ भी बोलने से परहेज कर रहे हैं. नित्यानंद राय ने भी इस मुद्दे को लेकर मुंह मोड़ लिया.