पटनाः पटना सिटी गायघाट शेल्टर होम मामले (Patna Gaighat Shelter Home Case ) पर समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी ने बड़ा बयान दिया है. मंत्री ने कहा कि मामले में विभाग के डायरेक्टर ने जांच की थी, जिसमें आरोप सही नहीं पाया गया. इस मामले में सरकार सतर्क है और फिर से प्रधान सचिव स्तर के अधिकारी से इसकी जांच करायी जायेगी.
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मंत्री मदन सहनी ने आगे कहा कि मुजफ्फरपुर शेल्टर होम मामले में हम लोग खामियाजा भुगत चुके हैं. ऐसे तो उसकी भी जांच सरकार ने ही कराई थी लेकिन कुछ लोग होते हैं जो गलत काम में लगे रहते हैं. सरकार सतर्क है और जो भी एक्शन लेना होगा लिया जायेगा.
मामले में बिहार सरकार के समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी ने कहा है कि जैसे ही मामला हम लोगों के सामने आया तुरंत निदेशक राजकुमार को जांच के लिए वहां भेजा गया. प्रथम दृष्टया जांच में आरोप सही नहीं पाया गया है लेकिन पूरे मामले पर हम लोग सतर्क हैं और प्रधान सचिव से भी बातचीत करेंगे और पूरी जानकारी लेंगे.
ज्ञात हो कि मुजफ्फरपुर बालिका गृह मामले के कारण बिहार की काफी बहुत बदनामी हुई थी. अब पटना सिटी स्थित गायघाट रिमांड होम में रहने वाली लड़की ने रिमांड होम की सुपरिटेंडेंट वंदना गुप्ता पर गंभीर आरोप लगाए हैं और यह मामला तूल पकड़ रहा है.
पटना सिटी स्थित गायघाट शेल्टर होम में रहने वाली एक लड़की ने वीडियो जारी कर जिस प्रकार से गंभीर आरोप सुपरिटेंडेंट पर लगाए हैं, उसके बाद मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड की याद ताजा हो गई है. एक बार फिर से सरकार पर उंगली उठने लगी है. मामले में विपक्ष भी हमलावर है.
वहीं समाज कल्याण मंत्री का साफ कहना है कि जांच की जा रही है और जो अभी तक जांच की गई है उसमें ऐसा कुछ नहीं है लेकिन कुछ भी ऐसा होता है तो दोषियों पर कार्रवाई होगी. हम लोग लगातार हर जगह जांच करवा रहे हैं. आगे भी हम लोगों की पूरी कोशिश है कि जांच होती रहे.
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