पटनाः शुक्रवार को मणिपुर में जदयू के 6 विधायकों में से 5 विधायकों ने भाजपा का दामन थाम (JDU MLA Joining BJP In Manipur ) लिया. एक तरफ बिहार में नीतीश कुमार बीजेपी के साथ सियासी खेल कर भाजपा के खिलाफ विपक्षी एकता को मजबूत करने में लगे हुए हैं. दूसरी तरफ उनकी पार्टी के 5 विधायकों के भाजपा में शामिल किये जाने का आरोप लगाते हुए बीजेपी विरोधी पार्टियों ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. बिहार सरकार में भूमि एवं राजस्व सुधार मंत्री आलोक कुमार मेहता (Minister Alok Mehta ) ने कहा कि दूसरी पार्टी को तोड़ने में भाजपा शुरू से लगी रहती है और यह सभी लोग जानते हैं.
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"भाजपा को लेकर चारों तरफ चर्चा है. वे इसी काम में लगे हुए हैं कि कैसे दूसरी पार्टियों के नेताओं को पार्टी से तोड़ा जाए. यह प्रजातंत्र के बहुत खिलाफ है. यह घटना प्रजातंत्र की दृष्टि से देश के लिए बहुत घातक है. भाजपा की यह हरकत लोगों को भी समझ में आने लगा है. इस घटना के बाद से प्रजातंत्र के मूल्यों को समझने में लोगों को ज्यादा समय नहीं लगेगी. प्रजातंत्र का अवमूल्यन हो रहा है. उसे लोग समझते हुए आने वाले दिनों में फैसला करेंगे."-आलोक कुमार मेहता, मंत्री, भूमि एवं राजस्व सुधार विभाग
सीएम नीतीश कुमार मणिपुर मामले पर बोलेः मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि मणिपुर का जब रिजल्ट आया था, हमारे छह विधायक जीते थे. तब सभी लोग यहां मिलने आए थे. अब जब एनडीए से अलग होने के बाद तय हो गया था कि अपनी पार्टी के लोग से मिलने के लिए हम सब जगह जाएंगे तो ऐसा किया गया. ये हो क्या रहा है. जरा सोच लीजिए. किस तरह दूसरी पार्टी के जीतने वाले लोग को अपनी तरफ ले रहे हैं. एक नए ढंग का काम किया जा रहा है. उन सभी एमएलए ने तो कुछ दिन पहले कहा था कि आ रहे हैं यहां मिलने, लेकिन उससे पहले ही सब को पकड़कर अपनी तरफ कर लिया. जो पार्टी का अन्य राज्यों में लोग जीतते हैं, उसको अपनी तरफ कब्जा करना. यही सोचते हैं. यही उनका काम है.
मणिपुर में जेडीयू के पांच विधायक बीजेपी में शामिल: बता दें कि जेडीयू ने इस साल मार्च में मणिपुर विधानसभा चुनाव में 38 सीटों पर प्रत्याशी उतारे थे, जिसमें से छह ने जीत दर्ज की थी. बीजेपी में शामिल होने वाले जेडीयू विधायकों में केएच जॉयकिशन, एन सनाते, मोहम्मद अछबउद्दीन, पूर्व पुलिस महानिदेशक ए एम खाउटे और थांगजाम अरुण कुमार शामिल हैं. अभी तक इन विधायकों की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन जेडीयू के लिए ये ना सिर्फ एक झटका है बल्कि पूर्वोतर में कमजोर होती पकड़ का एक संकेत है. असल में कुछ समय पहले ही अरुणाचल प्रदेश में भी जेडीयू का एक मात्र विधायक बीजेपी में शामिल हो गया था. ऐसे में उस राज्य से जेडीयू का प्रतिनिधित्व ही समाप्त हो गया.
मणिपुर में टूट के बाद बौखलायी JDU: बिहार जेडीयू के प्रवक्ताओं ने बीजेपी पर हमला बोलना शुरू कर दिया है. जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार (JDU Leader Neeraj kumar) ने कहा कि फर्जी नैतिकता के कुलाधिपति बनने का बीजेपी दावा करती है, लेकिन इसके मूल्य चरित्र में कैसा बदलाव आया है. उन्होंने कहा कि अब अटल आडवाणी वाली बीजेपी नहीं है, अब वैचारिक रूप से समाज में वैमनस्य फैलाने और सहयोगियों के साथ विश्वासघात करने का बदलाव बीजेपी में आया है. बिहार ने तो इसको लेकर नजीर पेश कर दी है.
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