नई दिल्ली/पटना: बिहार में राज्यसभा चुनाव में सीट बंटवारे को लेकर आरजेडी और कांग्रेस के बीच रार ठन गई है. शक्ति सिंह गोहिल की चिट्ठी के बाद से सियासी पारा उबाल पर है. कांग्रेस चाहती है कि आरजेडी अपने कोटे की एक राज्यसभा सीट उसे दे. लेकिन, आरजेडी इसके लिए तैयार नहीं है. राज्यसभा सांसद मनोज झा ने कहा कि इसकी संभावना नहीं है. दोनों दलों का गठबंधन काफी पुराना है. उम्मीद करता हूं आरजेडी और कांग्रेस के ये मजबूत रिश्ते बने रहेंगे.
'नहीं लिखनी चाहिए थी इस तरह की चिट्ठी'
आरजेडी के राज्यसभा सांसद मनोज झा ने कहा है कि हमने हमेशा लोकसभा चुनाव 27 सीट या 30 सीटों पर लड़ा था, लेकिन इस बार हमने महागठबंधन के अन्य दलों के लिए कुर्बानी दी और लोकसभा चुनाव काफी कम सीटों पर लड़े. इसलिए शक्ति सिंह गोहिल को इस तरह की चिट्ठी नहीं लिखनी चाहिए थी. उन्हें 'प्राण जाए पर वचन न जाए' की बात नहीं करनी चाहिए थी.
'पार्टियों के शीर्ष नेतृत्व में अच्छे संबंध'
मनोज झा ने कहा कि कांग्रेस प्रभारी गोहिल को पता होना चाहिए कि कांग्रेस और आरजेडी का यह गठबंधन काफी पुराना और मजबूत है. सोनिया गांधी और आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव ने बहुत साल पहले कांग्रेस-आरजेडी का गठबंधन किया था. हमारे शीर्ष नेतृत्व और कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व में बहुत अच्छे संबंध हैं, यह बात कांग्रेस नेताओं को पता होनी चाहिए.
'राज्यसभा में अन्य की श्रेणी में आ खड़ी हुई RJD'
मनोज झा ने कहा कि कुछ समय पहले तक राज्यसभा में आरजेडी के 5 सांसद थे, लेकिन राम जेठमलानी के निधन के बाद संख्या 4 हो गई. अब पार्टी राज्यसभा में अन्य की श्रेणी में आ खड़ी हुई है. अगर इस बार दोनों सीट पर हम अपने उम्मीदवार उतारेंगे, तब ही हमारी संख्या 5 या उससे ज्यादा होगी. इसके बाद ही राज्यसभा के नियमों के तहत हमें दल की कैटेगरी में रखा जाएगा ना कि अन्य के, यह बात कांग्रेस को समझनी चाहिए.