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RTI कार्यकर्ता हत्या मामलाः LJPR ने हाईकोर्ट से लगाई संज्ञान लेने की गुहार, बोले- ये घटना बेहद दुखद

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Published : Mar 25, 2022, 7:05 PM IST

मोतिहारी के हरसिद्धि में पिछले साल आरटीआई कार्यकर्ता (RTI Activist Vipin Agarwal Murder Case) की गोली मारकर हत्या हुई थी. पिता को इंसाफ नहीं मिलने पर बेटे रोहित के आत्मदाह के बाद मामले पर लगातार हंगामा हो रहा है. इस पर बिहार विधानसभा में भी मामला उठ चुका है. मामले में विपक्षी सदस्यों ने राज्य सरकार पर नाकामी का आरोप लगाया है. पढ़ें पूरी खबर..

चंदन सिंह
चंदन सिंह

मोतिहारी: हरसिद्धि में पिछले साल आरटीआई कार्यकर्ता विपिन अग्रवाल की हत्या के बाद पुलिस कार्यशैली से नाराज उनके पुत्र रोहित (RTI Activist Son Commits Self Immolation In Motihari) ने अपने शरीर में आग लगाकर तीन मंजिला भवन से छलांग लगा दी. रोहित की मौत के बाद एक बार फिर से राज्य में कानून व्यवस्था पर बिहार सरकार की चारों ओर किरकिरी हो रही है. इसी बीच लोजपा(आर) ने राज्य में कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए पटना हाईकोर्ट से आरटीआई कार्यकर्ता विपिन अग्रवाल मामले में संज्ञान लेने की अपील (LJP R Demand Intervention of High Court) की है.

पढ़ें- मौत के बाद भी RTI Activist को नहीं मिला इंसाफ, तो बेटे ने लगायी आग और छत से कूदकर दे दी जान

लोजपा ने मोतिहारी एसपी डॉ कुमार आशीष के रवैये पर उठाया सवालः लोजपा(आर) के प्रवक्ता चंदन सिंह ने बिहार सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि अब मृतक रोहित के दादा पर प्रशासन की ओर से मनमाफिक बयान देने का दबाव बनाया जा रहा है. सोशल मीडिया पर ये वायरल हो रहा है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार मुख्यमंत्री के अलावा बिहार के गृह मंत्री भी हैं. उनके राज्य में न्याय मिल पाना असंभव है. आरटीआई कार्यकर्ता विपिन अग्रवाल का बेटा मोतिहारी एसपी डॉ कुमार आशीष से मिलकर अपराधियों की गिरफ्तारी के बारे में जानना चाह रहे थे. एसपी ने मिलने से इंकार कर दिया. इसके बाद रोहित को आत्महत्या करने पर मजबूर होना पड़ा. चंदन सिंह ने कहा कि मामले में साजिश रचने वाले बड़े सफेदपाशों के ऊपर कार्यवाही नहीं जा रही है.

रोहित के दादा ने जारी किया वीडियो: बता दें कि रोहित के दादा ने एक वीडियो जारी (RTI activist Vipin Agarwal father released video) किया है. 1 मिनट 43 सेकेंड के इस वीडियो में बुजुर्ग ने अपना दर्द बयां करते हुए पुलिस की कार्यशैली की पोल खोल कर रख दी है. रोहित के आत्मदाह करके जान देने से टूट चुके उसके दादा अब न्याय की गुहार लगा रहे हैं. हॉस्पिटल से जारी वीडियो में मृतक रोहित के दादा विजय अग्रवाल ने बताया कि 'पुलिस बयान बदलने के लिए दबाव बना रही है. रोहित एसपी से मिलने गया था, ताकि वह अपने पिता के अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर सके. लेकिन एसपी से उसकी मुलाकात नहीं हो सकी. वह एसपी ऑफिस से लौटा. उसने मिट्टी तेल छिड़क कर शरीर में आग लगा ली और घर के सामने स्थित एक तीन मंजिला मकान से छलांग लगा दी. इलाज के लिए रोहित को मोतिहारी के एक निजी क्लिनिक में भर्ती कराया गया, जहां उसने दम तोड़ दिया. अब पुलिस घटना को लेकर बयान बदलने के लिए अब दबाव बना रही है.'

एसपी कार्यालय में कर्मियों से हुई थी बहस : चौदह वर्षीय रोहित कुमार दिवंगत आरटीआई कार्यकर्ता के तीन संतानों में सबसे बड़ा था. रोहित गुरुवार को एसपी से मिलने गया था. मुलाकात न हो पाने के बाद से ही वह गुस्से में था. सितंबर 2021 में अपने पुत्र विपिन अग्रवाल की हत्या के बाद गुरुवार की देर रात 14 वर्षीय पौत्र रोहित की आत्मदाह करके जान देने से टूट चुके विजय अग्रवाल ने पुलिस पर कई गंभीर आरोप लगाये हैं. विजय अग्रवाल के अनुसार गुरुवार को रोहित एसपी से मिलने के लिये सुबह में ही उनके कार्यालय पहुंचा था. जहां एसपी के नहीं मिलने पर कार्यालय कर्मियों के साथ उसकी बहस हुई.

रोहित ने आत्मदाह से पहले पुलिस को दी थी चेतावनी: बुजुर्ग ने बताया कि रोहित पुलिस से बहस के बाद ही से आवेश में था. नाराज होकर घर लौटे रोहित ने पुलिस को फोन करके 15 मिनट में पिता के बाकी हत्यारों पर कार्रवाई करने को कहा. साथ ही उसने कार्रवाई नहीं करने पर आत्महत्या करने की धमकी दी थी. लेकिन पुलिस की कार्रवाई 15 मिनट में पूरा नहीं होने पर रोहित ने शरीर मे आग लगा कर तीन मंजिले भवन के छत से कूद पड़ा. छत से कूदने के पहले रोहित ने प्रशासन के खिलाफ नारे भी लगाये थे. छत से कूदने पर वह बिजली प्रवाहित हाई टेंशन तार पर गिरा, जिस कारण वह वह बुरी तरह झुलस गया

पढ़ें- दादा की जुबानी पोते की मौत का सच सुनिए, RTI Activist पिता को इंसाफ दिलाने के लिए बेटे ने दी जान

नोट- आपके शहर या क्षेत्र में कोई अपराध या हादसे की सूचना मिलती है, तो आप इसकी जानकारी इस नंबर 1860 345 6999 पर दे सकते हैं.

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मोतिहारी: हरसिद्धि में पिछले साल आरटीआई कार्यकर्ता विपिन अग्रवाल की हत्या के बाद पुलिस कार्यशैली से नाराज उनके पुत्र रोहित (RTI Activist Son Commits Self Immolation In Motihari) ने अपने शरीर में आग लगाकर तीन मंजिला भवन से छलांग लगा दी. रोहित की मौत के बाद एक बार फिर से राज्य में कानून व्यवस्था पर बिहार सरकार की चारों ओर किरकिरी हो रही है. इसी बीच लोजपा(आर) ने राज्य में कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए पटना हाईकोर्ट से आरटीआई कार्यकर्ता विपिन अग्रवाल मामले में संज्ञान लेने की अपील (LJP R Demand Intervention of High Court) की है.

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लोजपा ने मोतिहारी एसपी डॉ कुमार आशीष के रवैये पर उठाया सवालः लोजपा(आर) के प्रवक्ता चंदन सिंह ने बिहार सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि अब मृतक रोहित के दादा पर प्रशासन की ओर से मनमाफिक बयान देने का दबाव बनाया जा रहा है. सोशल मीडिया पर ये वायरल हो रहा है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार मुख्यमंत्री के अलावा बिहार के गृह मंत्री भी हैं. उनके राज्य में न्याय मिल पाना असंभव है. आरटीआई कार्यकर्ता विपिन अग्रवाल का बेटा मोतिहारी एसपी डॉ कुमार आशीष से मिलकर अपराधियों की गिरफ्तारी के बारे में जानना चाह रहे थे. एसपी ने मिलने से इंकार कर दिया. इसके बाद रोहित को आत्महत्या करने पर मजबूर होना पड़ा. चंदन सिंह ने कहा कि मामले में साजिश रचने वाले बड़े सफेदपाशों के ऊपर कार्यवाही नहीं जा रही है.

रोहित के दादा ने जारी किया वीडियो: बता दें कि रोहित के दादा ने एक वीडियो जारी (RTI activist Vipin Agarwal father released video) किया है. 1 मिनट 43 सेकेंड के इस वीडियो में बुजुर्ग ने अपना दर्द बयां करते हुए पुलिस की कार्यशैली की पोल खोल कर रख दी है. रोहित के आत्मदाह करके जान देने से टूट चुके उसके दादा अब न्याय की गुहार लगा रहे हैं. हॉस्पिटल से जारी वीडियो में मृतक रोहित के दादा विजय अग्रवाल ने बताया कि 'पुलिस बयान बदलने के लिए दबाव बना रही है. रोहित एसपी से मिलने गया था, ताकि वह अपने पिता के अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर सके. लेकिन एसपी से उसकी मुलाकात नहीं हो सकी. वह एसपी ऑफिस से लौटा. उसने मिट्टी तेल छिड़क कर शरीर में आग लगा ली और घर के सामने स्थित एक तीन मंजिला मकान से छलांग लगा दी. इलाज के लिए रोहित को मोतिहारी के एक निजी क्लिनिक में भर्ती कराया गया, जहां उसने दम तोड़ दिया. अब पुलिस घटना को लेकर बयान बदलने के लिए अब दबाव बना रही है.'

एसपी कार्यालय में कर्मियों से हुई थी बहस : चौदह वर्षीय रोहित कुमार दिवंगत आरटीआई कार्यकर्ता के तीन संतानों में सबसे बड़ा था. रोहित गुरुवार को एसपी से मिलने गया था. मुलाकात न हो पाने के बाद से ही वह गुस्से में था. सितंबर 2021 में अपने पुत्र विपिन अग्रवाल की हत्या के बाद गुरुवार की देर रात 14 वर्षीय पौत्र रोहित की आत्मदाह करके जान देने से टूट चुके विजय अग्रवाल ने पुलिस पर कई गंभीर आरोप लगाये हैं. विजय अग्रवाल के अनुसार गुरुवार को रोहित एसपी से मिलने के लिये सुबह में ही उनके कार्यालय पहुंचा था. जहां एसपी के नहीं मिलने पर कार्यालय कर्मियों के साथ उसकी बहस हुई.

रोहित ने आत्मदाह से पहले पुलिस को दी थी चेतावनी: बुजुर्ग ने बताया कि रोहित पुलिस से बहस के बाद ही से आवेश में था. नाराज होकर घर लौटे रोहित ने पुलिस को फोन करके 15 मिनट में पिता के बाकी हत्यारों पर कार्रवाई करने को कहा. साथ ही उसने कार्रवाई नहीं करने पर आत्महत्या करने की धमकी दी थी. लेकिन पुलिस की कार्रवाई 15 मिनट में पूरा नहीं होने पर रोहित ने शरीर मे आग लगा कर तीन मंजिले भवन के छत से कूद पड़ा. छत से कूदने के पहले रोहित ने प्रशासन के खिलाफ नारे भी लगाये थे. छत से कूदने पर वह बिजली प्रवाहित हाई टेंशन तार पर गिरा, जिस कारण वह वह बुरी तरह झुलस गया

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