पटना: राजधानी में कृषि विभाग का नया दफ्तर तैयार हो गया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 18 सितंबर को इस भवन का उद्घाटन करेंगे. इस भवन के बनने से ना सिर्फ किसान बल्कि कृषि विभाग से जुड़े तमाम अधिकारी कर्मचारियों का काम भी आसान हो जाएगा.कृषि से जुड़े तमाम विभागों के दफ्तर इसी एक बिल्डिंग में ही होंगे.
इस भवन की विशेषताएं
भवन का नाम | कृषि भवन |
कार्य शुरू हुआ | 14 फरवरी 2014 |
पूरे कैंपस का विस्तार | 23.8 एकड़ |
निर्माण पर खर्च | 125.23 करोड़ |
भवन की विशेषता | भूकंप रोधी |
भवन की विशेषता | वर्षा जल संचयन की सुविधा |
आवासन की सुविधा | अधिकारियों और कर्मचारियों के आवासन की सुविधा |
हरित भवन परिकल्पना के अनुरूप बनाया गया भवन
पटना के मीठापुर में बने इस बेहद खास सरकारी भवन को पूरी तरह आधुनिक संसाधन और हरित भवन परिकल्पना के अनुरूप बनाया गया है. इसका निर्माण कार्य 14 फरवरी 2014 को शुरू हुआ था. तब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ही इसकी आधारशिला रखी थी. इस भवन पर कुल 125.23 करोड़ रुपए की लागत आई है.
10 एकड़ में मुख्य भवन का निर्माण
कृषि मंत्री प्रेम कुमार ने बताया कि इस भवन में वर्षा जल संचयन और जल जीवन हरियाली परियोजना के तहत तमाम उपाय किए गए हैं. भवन भूकंप रोधी भी है और शून्य जल निर्वहन वाला भी, यानी यहां से जो भी पानी निकलेगा उसका उपयोग इसी परिसर में हो जाएगा. कृषि भवन का परिसर करीब 24 एकड़ में फैला है. इसमें से करीब 10 एकड़ में मुख्य भवन का निर्माण किया गया है.
आसान हो जाएगा काम
इसके साथ ही इस भवन के परिसर में एक पोखर भी बनाया गया है. इसी परिसर में अधिकारियों और कर्मचारियों के रहने के लिए आवास भी बनाए गए हैं. अब तक पटना के विभिन्न इलाकों में कृषि विभाग के दफ्तर थे. इस कारण ना सिर्फ किसानों को, बल्कि विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों को भी परेशानी हो रही थी. अब सारे दफ्तर एक ही कैंपस में होंगे जिससे काम आसान हो जाएगा.