पटना: ग्लैमरस दुनिया से राजनीति में कदम रखने वाले चिराग पासवान आज कल 'एतरफा प्यार' में पड़ गए हैं. अब आप सोच रहे होंगे कि राजनीति में एकतरफा प्यार होता है क्या, लेकिन बिहार विधानसभा चुनाव में कुछ ऐसा ही हो रहा है. बार-बार, हर बार चिराग पासवान कह रहे हैं हम तो बीजेपी के साथ हैं. चिराग पासवान ने तो इतनी बार कह दिया कि अब बीजेपी को सफाई देनी पड़ रही है कि नहीं जी, हमारा तो उनसे कोई संबंध ही नहीं हैं.
दो दिन पहले ईटीवी भारत से जब चिराग पासवान ने बात की तो, उन्होंने साफ-साफ कहा कि हम बीजेपी के साथ थे, साथ हैं और साथ रहेंगे. इतना ही नहीं, एलजेपी सुप्रीमो ने कहा कि अगर विश्वास नहीं होता तो, हम दिल चीर कर दिखा देंगे. हमारे दिल में पीएम मोदी बसते हैं और हम उनके हनुमान हैं.
यही नहीं, चिराग पासवान ने आगे कहा कि 10 नवंबर को बिहार चुनाव के नतीजे आएंगे तो, बिहार में बीजेपी की अगुआई में बीजेपी और एलजेपी की सरकार बनेगी. चिराग पासवान का कहना है कि बिहार में नीतीश कुमार का यह आखिरी कार्यकाल है.
दरअसल, चिराग पासवान का बीजेपी के प्रति सॉफ्ट रहने के कारण एनडीए के घटक दल पशोपेश में हैं. उन्हें समझ में नहीं आ रहा है कि आखिर किस रणनीति के तहत चिराग पासवान सियासत कर रहे हैं. ऐसे में बीजेपी के नेता मुखर हो कर चिराग पासवान और उनकी पार्टी पर हमला करना शुरू कर दिया.
जरूर देखें- चिराग पासवान से खास बातचीत
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खूब बरसी भाजपा, फिर भी चिराग बोलते रहे- मैं हूं मोदी का 'हनुमान'https://t.co/FxEE6VYPdV
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बिहार बीजेपी वरिष्ठ नेता और उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने चिराग पासवान पर हमला करते हुए कहा कि बिहार चुनाव में एलजेपी वोटकटवा पार्टी बन कर रह जाएगी. इसके बाद एक-एक कर के बीजेपी के छोटे और बड़े नेता खुलकर चिराग पर हमला करने लगे.
बीजेपी नेताओं की जुबानी हमला का जवाब भी चिराग पासवान ने अपने ही अंदाज में दिया. चिराग पासवान ने कहा कि बीजेपी के नेता मेरे और मेरी पार्टी के खिलाफ क्यों बयान दे रहे हैं, मुझे पता है. उन पर कहां से जबाव डाला जा रहा है, ये भी मुझे पता है. चिराग ने आगे कहा कि पीएम मोदी बिहार चुनाव के दौरान प्रचार करते हैं तो वो भी मेरे और मेरी पार्टी के खिलाफ बोल सकते हैं, मैं बिल्कुल बुरा नहीं मानूंगा क्योंकि मुझे पता है कि उनपर भी दवाब होगा.
चिराग ने कहा कि मेरी पार्टी बीजेपी के साथ थी, है और रहेगी. एलजेपी प्रमुख के अनुसार, बिहार में अगली सरकार बीजेपी के नेतृत्व में बनने जा रही है और एलजेपी प्रमुख सहयोगी होगी. यही नहीं, उन्होंने कहा कि एलजेपी बिहार चुनाव में बीजेपी को खुलकर मदद कर रही है.
एकतरफा प्यार क्यों?
ऐसे में सवाल उठता है कि बीजेपी के नेता लगातार एलजेपी पर खुल कर हमला कर रहे हैं, लेकिन चिराग पासवान बीजेपी से एकतरफा प्यार कर रहे हैं. सियासी पंडितों का कहना है कि चिराग पासवान वोटरों के बीच ये साफ-साफ संदेश देने की कोशिश कर रहे हैं कि बीजेपी नेताओं के तमाम बयान नीतीश के कहने पर आ रहे हैं. जबकि पीएम मोदी और बीजेपी उनके साथ है.
सियासी पंडितों के अनुसार, चिराग पासवान एक रणनीति के तहत खुद को पीएम मोदी का हनुमान बता रहे हैं ताकि एलजेपी के पक्ष में वोट बटोरा जाए. साथ ही चिराग पासवान बार-बार ये कह रहे हैं कि बीजेपी की अगुआई में बिहार में बीजेपी-एलजेपी की सरकार बनेगी, जो इसी रणनीति के तहत है.
चिराग पासवान ये भी कहते रहे हैं कि बिहार में अकले चुनाव लड़ने का जो कदम उठाया है, उसके बारे में गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को जानकारी थी. चिराग के इस बयान के बाद से ही बीजेपी नेतओं को लगने लगा कि चिराग का ये बयान जमीनी स्तर पर मौजूद कार्यकर्ताओं को गलत संदेश दे रहा है और इसका फायदा एलजेपी हो सकता है. इसके बाद बीजेपी के तत्काल डैमेज कंट्रोल में जुट गए और चिराग के प्रति आक्रामक तेवर अपना लिया.
हालांकि, बीजेपी नेताओं के आक्रामक तेवर के बाद भी चिराग का बीजेपी के प्रति एकतरफा प्यार उमड़ रहा है. वे बार-बार कह रहे हैं कि मैं मोदी का हनुमान हूं और इस बार बिहार में बीजेपी-एलजेपी की सरकार बनने जा रही है. चिराग ने बीजेपी उम्मीदवार श्रेयसी सिंह का समर्थन करते हुए, अपने कार्यकर्ताओं को भी उनके लिए जीत सुनिश्चित करने का आह्वान कर दिया है.
गौरतलब है कि बिहार में 5 फीसदी पासवान समुदाय के वोटर्स हैं. कहा जाता है कि ये वोटर्स रामविलास पासवान के साथ ही रहा है और उनके कहने पर ट्रांसफर होता रहा हैं. ऐसे में ये देखना दिलचस्प होगा कि चिराग पासवान का 'One Sided Love' वाली रणनीति जमीनी स्तर पर कितनी कामयाब होती है और क्या अपने पिता की तरह 15 साल बाद सत्ता की चाबी लेकर किंगमेकर बन पाते हैं ?