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यूपी में हो सकेगा बिहार के शवों का दाह संस्कार, साथ में ले जाने होंगे ये सामान - Cremation ban in U.P.

कैमूर के बिहार-यूपी बॉर्डर पर शवों के अंतिम संस्कार को लेकर जारी तेरे-मेरे के विवाद पर कैमूर एसपी ने विराम लगा दिया है. उन्होंने कहा कि यूपी के गंगा घाट पर दाह संस्कार की पूरी सामग्री साथ ले जाकर शवों का अंतिम संस्कार किया जा सकता है.

शव का अंतिम संस्कार
शव का अंतिम संस्कार
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Published : May 14, 2021, 9:31 PM IST

Updated : May 14, 2021, 10:00 PM IST

कैमूर(भभुआ): यूपी सरकार के द्वारा अपनी सीमा में शव लेकर आने से रोके के जाने के बाद कैमूर के लोगों में उबाल देखने को मिल रहा था. इस मामले पर सियासत भी शुरू हो गई थी. कैमूर वासियों ने यहां तक कह दिया था कि अगर वे अंतिम संस्कार करने नहीं देंगे, तो यूपी वालों को गया में पिंडदान करने से रोकेंगे. वहीं इस विवाद पर विराम लगाते हुए कैमूर एसपी राकेश कुमार ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि बिहार से लाए गए लाशों को उत्तर प्रदेश में जलाने पर कोई प्रतिबंध नहीं है.

इसे भी पढ़ेंः बिहार से यूपी जा रहे शवों के अंतिम संस्कार पर लगी रोक!

"मेरी बात यूपी के गाजीपुर एसपी से हुई. उन्होंने बताया कि शवों को जलाने पर कोई पाबंदी नहीं है. जलप्रवाह पर रोक है. शवों का यूपी में दाह संस्कार किया जा सकता है. बशर्ते मृतक के परिजन अपने साथ दाह संस्कार की पूरी सामग्री (लकड़ी भी) भी लेकर जाएं. साथ में जरूरी दस्तावेज भी होना चाहिए.-" राकेश कुमार, एसपी, कैमूर

कैमूर एसपी राकेश कुमार ने दिया बयान
कैमूर एसपी राकेश कुमार ने दिया बयान

इसे भी पढ़ेंः ये जो रोज कमाने-खाने वाले मजदूर हैं...लॉकडाउन ने छीना रोजगार, अब रोजी-रोटी का संकट

यूपी सरकार ने जारी किया था फरमान
सोमवार की रात से लगभग 4 दर्जन से अधिक शव लदे वाहनों को बॉर्डर पर से उत्तर प्रदेश की पुलिस ने लौटा दिया गया था. मौके पर मौजूद कुछ पुलिस के जवानों ने मृतकों के परिजनों से कहा कि जिस राज्य का शव है, उसी राज्य में अंतिम संस्कार करने का फरमान जारी हुआ है. इसे लेकर सोमवार की रात से उत्तर प्रदेश में बिहार से जाने वाले शव लदे वाहनों को प्रवेश नहीं करने दिया जा रहा है.

यह भी पढ़ें: गंगा में लाश मामला : मानवाधिकार आयोग ने केंद्र, उत्तर प्रदेश और बिहार को नोटिस जारी किया

बक्सर में गंगा में मिली थी 40 लाशें
बड़ौरा बॉर्डर के आस-पास के लोगों ने बताया कि 3 दिन पहले बिहार के बक्सर में गंगा नदी के महादेव घाट पर एक साथ लगभग 40 लाशें देखी गई थीं. स्थानीय प्रशासन ने बताया था कि उक्त लाशें उत्तर प्रदेश से बहकर बिहार में आ रही हैं. इसके बाद यूपी के जमानियां स्थित गंगा नदी के तट पर बिहार जाने वाले शवों के दाह संस्कार पर रोक लगाने का फरमान जारी हुआ था. हालाकि कैमूर एसपी ने बताया कि दाह संस्कार पर रोक नहीं है बल्कि जल प्रवाह पर रोक लगाई गई है.

दो अलग-अलग स्थानों पर दाह संस्कार
बता दें कि, कैमूर जिले के रामगढ़, नुआंव एवं मोहनिया प्रखंड के लोग बड़ौरा बॉर्डर पार कर शव को जमनियां ले जाकर अंतिम संस्कार करते हैं. जबकि, भभुआ, चैनपुर, चांद, दुर्गावती आदि के लोग वाराणसी में शवों का दाह संस्कार करते हैं.

सीमा से लौटाए जा रहे थे शव वाहन
दरअसल, यूपी सरकार के एक आदेश के बाद कैमूर के बिहार-यूपी बॉर्डर से दर्जनों शव वापस लौटाए जा रहे थे. बॉर्डर इलाके में चेकपोस्ट बनाकर विधिवत पुलिस की तैनाती कर दी गई थी, और सभी शवों के वाहनों को एक-एक कर लौटाया जा रहा था. बॉर्डर पर तैनात पुलिसकर्मियों ने बताया कि बिहार की ओर से शव लेकर आने वाले किसी वाहन को सीमा में प्रवेश नहीं देने का उन्हें आला अधिकारियों से निर्देश मिला है. वहीं कैमूर एसपी ने दोनों राज्यों के तेरे-मेरे के विवाद पर विराम लगा दिया है. उन्होंने कहा कि शवों के जल प्रवाह पर रोक है. यूपी के गंगा घाट पर लोग पूरी सामग्री साथ ले जाकर शव का अंतिम संस्कार कर सकते हैं.

कैमूर(भभुआ): यूपी सरकार के द्वारा अपनी सीमा में शव लेकर आने से रोके के जाने के बाद कैमूर के लोगों में उबाल देखने को मिल रहा था. इस मामले पर सियासत भी शुरू हो गई थी. कैमूर वासियों ने यहां तक कह दिया था कि अगर वे अंतिम संस्कार करने नहीं देंगे, तो यूपी वालों को गया में पिंडदान करने से रोकेंगे. वहीं इस विवाद पर विराम लगाते हुए कैमूर एसपी राकेश कुमार ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि बिहार से लाए गए लाशों को उत्तर प्रदेश में जलाने पर कोई प्रतिबंध नहीं है.

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"मेरी बात यूपी के गाजीपुर एसपी से हुई. उन्होंने बताया कि शवों को जलाने पर कोई पाबंदी नहीं है. जलप्रवाह पर रोक है. शवों का यूपी में दाह संस्कार किया जा सकता है. बशर्ते मृतक के परिजन अपने साथ दाह संस्कार की पूरी सामग्री (लकड़ी भी) भी लेकर जाएं. साथ में जरूरी दस्तावेज भी होना चाहिए.-" राकेश कुमार, एसपी, कैमूर

कैमूर एसपी राकेश कुमार ने दिया बयान
कैमूर एसपी राकेश कुमार ने दिया बयान

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यूपी सरकार ने जारी किया था फरमान
सोमवार की रात से लगभग 4 दर्जन से अधिक शव लदे वाहनों को बॉर्डर पर से उत्तर प्रदेश की पुलिस ने लौटा दिया गया था. मौके पर मौजूद कुछ पुलिस के जवानों ने मृतकों के परिजनों से कहा कि जिस राज्य का शव है, उसी राज्य में अंतिम संस्कार करने का फरमान जारी हुआ है. इसे लेकर सोमवार की रात से उत्तर प्रदेश में बिहार से जाने वाले शव लदे वाहनों को प्रवेश नहीं करने दिया जा रहा है.

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बक्सर में गंगा में मिली थी 40 लाशें
बड़ौरा बॉर्डर के आस-पास के लोगों ने बताया कि 3 दिन पहले बिहार के बक्सर में गंगा नदी के महादेव घाट पर एक साथ लगभग 40 लाशें देखी गई थीं. स्थानीय प्रशासन ने बताया था कि उक्त लाशें उत्तर प्रदेश से बहकर बिहार में आ रही हैं. इसके बाद यूपी के जमानियां स्थित गंगा नदी के तट पर बिहार जाने वाले शवों के दाह संस्कार पर रोक लगाने का फरमान जारी हुआ था. हालाकि कैमूर एसपी ने बताया कि दाह संस्कार पर रोक नहीं है बल्कि जल प्रवाह पर रोक लगाई गई है.

दो अलग-अलग स्थानों पर दाह संस्कार
बता दें कि, कैमूर जिले के रामगढ़, नुआंव एवं मोहनिया प्रखंड के लोग बड़ौरा बॉर्डर पार कर शव को जमनियां ले जाकर अंतिम संस्कार करते हैं. जबकि, भभुआ, चैनपुर, चांद, दुर्गावती आदि के लोग वाराणसी में शवों का दाह संस्कार करते हैं.

सीमा से लौटाए जा रहे थे शव वाहन
दरअसल, यूपी सरकार के एक आदेश के बाद कैमूर के बिहार-यूपी बॉर्डर से दर्जनों शव वापस लौटाए जा रहे थे. बॉर्डर इलाके में चेकपोस्ट बनाकर विधिवत पुलिस की तैनाती कर दी गई थी, और सभी शवों के वाहनों को एक-एक कर लौटाया जा रहा था. बॉर्डर पर तैनात पुलिसकर्मियों ने बताया कि बिहार की ओर से शव लेकर आने वाले किसी वाहन को सीमा में प्रवेश नहीं देने का उन्हें आला अधिकारियों से निर्देश मिला है. वहीं कैमूर एसपी ने दोनों राज्यों के तेरे-मेरे के विवाद पर विराम लगा दिया है. उन्होंने कहा कि शवों के जल प्रवाह पर रोक है. यूपी के गंगा घाट पर लोग पूरी सामग्री साथ ले जाकर शव का अंतिम संस्कार कर सकते हैं.

Last Updated : May 14, 2021, 10:00 PM IST
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