पटना: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी (Jitan Ram Manjhi) ने बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत (Kangana Ranaut) को उनकी 'असली आजादी' ( Real Freedom) वाली टिप्पणी के लिए जमकर लताड़ा है. ट्वीट कर उन्होंने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ram Nath Kovind) से मांग की है कि एक्ट्रेस से अविलंब 'पद्म श्री' सम्मान वापस लिया जाए.
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दरअसल, कंगना रनौत ने एक टीवी चैनल पर इंटरव्यूह के दौरान उन्होंने भारत के स्वतंत्रता संग्राम के बारे में सावरकर, लक्ष्मीबाई और नेताजी बोस को याद करते हुए कहा, 'ये लोग जानते थे कि खून बहेगा, लेकिन यह हिंदुस्तानी खून नहीं होना चाहिए. वे इसे जानते थे. बेशक, उन्हें एक पुरस्कार दिया जाना चाहिए. वह आजादी नहीं थी, वो भिक्षा थी. हमें 2014 में असली आजादी मिली है.
स्वतंत्रता सेनानियों के संघर्ष को कंगना की ओर से 'भीख' बताने पर पूर्व सीएम और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतनराम मांझी ने बेहद तल्ख लहजे में ट्वीट किया है. उन्होंने लिखा है, 'महामहिम राष्ट्रपति जी अविलंब कंगना रनौत से पद्म श्री सम्मान वापिस लेना चाहिए. नहीं तो दुनिया ये समझेगी कि गांधी, नेहरू, भगत सिंह, पटेल, कलाम, मुखर्जी, सावरकर सब के सब ने भीख मांगी तो आजादी मिली. लानत है ऐसे कंगना पर. ऐसे टॉक के लिए माफी मांगे और सभी चैनल कंगना को बैन करें.'
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आपको बताएं कि कंगना को इसी महीने मोदी सरकार द्वारा पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. 34 वर्षीय एक्ट्रेस को अपने भड़काऊ बयानों के चलते ट्विटर पर ब्लॉक कर दिया गया है. इससे पहले भी वह अपने विवादित बयानों को लेकर सुर्खियां बटोर चुकी हैं. वहीं, उनके इस बयान पर बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने भी तीखा हमला किया है. उन्होंने कहा, 'कभी महात्मा गांधी जी के त्याग और तपस्या का अपमान, कभी उनके हत्यारे का सम्मान, और अब शहीद मंगल पाण्डेय से लेकर रानी लक्ष्मीबाई, भगत सिंह, चंद्रशेखर आज़ाद, नेताजी सुभाष चंद्र बोस और लाखों स्वतंत्रता सेनानियों की कुर्बानियों का तिरस्कार. इस सोच को मैं पागलपन कहूं या फिर देशद्रोह?'