पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) 22 दिसंबर से समाज सुधार अभियान (Samaj Sudhar Abhiyan) पर निकलेंगे. मोतिहारी से मुख्यमंत्री की यात्रा शुरू होगी और पटना में समाप्त होगी. मुख्यमंत्री इससे पहले एक दर्जन यात्रा कर चुके हैं. वैसे तो हर बार चंपारण से ही यात्रा की शुरुआत करते रहे हैं, लेकिन इस बार की यात्रा खास इसलिए है क्योंकि शराबबंदी जैसे मुद्दे पर मुख्यमंत्री जिलों में जाकर समीक्षा करेंगे.
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सीएम के समाज सुधार अभियान पर जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार (JDU Spokesperson Neeraj Kumar) का कहना है मुख्यमंत्री अपनी यात्रा से कई बड़े फैसले लिए हैं और शराबबंदी की समीक्षा जब करेंगे तो उससे शासन-प्रशासन का तंत्र चुस्त-दुरुस्त होगा. उनका यह भी कहना है कि हम लोग सालों भर परीक्षा देते हैं. हमारे नेता को ना तो मॉल बनाना है और न ही संपत्ति सृजन करना है, वे तो मानव सृजन करने में लगे हैं.
"माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी पहले भी यात्रा करते रहे हैं. उनकी यात्रा का मकसद आम लोगों के बीच जाना और उनसे संवाद करना है. इस बार जब समाज सुधार अभियान के तहत शराबबंदी की समीक्षा करेंगे तो उससे शासन-प्रशासन का तंत्र चुस्त-दुरुस्त होगा"- नीरज कुमार, मुख्य प्रवक्ता, बिहार जेडीयू
जेडीयू प्रवक्ता नीरज ने कहा कि मुख्यमंत्री आतंक राज की समाप्ति के लिए न्याय यात्रा से शुरुआत की थी और सरकार में रहते कई यात्राएं की. लोगों से संवाद का ही परिणाम है कि बिहार में लोक सेवा अधिकार कानून, महिलाओं को आरक्षण, समाज सुधार बाल विवाह का मामला हो या फिर दहेज प्रथा का मामला हो, तमाम बड़े फैसले लिए गए हैं. लोगों से संवाद कर बड़ा अभियान चलाया गया और अब शराबबंदी नई पीढ़ी को बचाने के लिए लिया गया फैसला है, लेकिन जिन को राजनीतिक कोरोना है वही लोग आलोचना कर रहे हैं.
नीरज ने कहा कि महिलाओं की मांग पर ही बिहार में शराबबंदी कानून (Liquor Prohibition Law in Bihar ) लागू किया गया है. मुख्यमंत्री यात्रा में महिलाओं से संवाद करेंगे तो तंत्र को और दुरुस्त करने में मदद मिलेगी. सीएम की यात्रा को 2024 और 2025 के चुनावों की तैयारी के रूप में देखे जाने के सवाल पर नीरज ने कहा कि हम लोग तो सालों भर परीक्षा देते रहते हैं. हमारे नेता को ना तो मॉल बनाना है और ना ही संपत्ति सृजन करना है. वे तो मानव सृजन करने में लगे हैं.
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दरअसल, मुख्यमंत्री की यात्रा पर सियासत शुरू है. 12 दिनों की अपनी यात्रा में वे सभी 38 जिलों की समीक्षा करेंगे. वैसे तो कई मुद्दों पर समीक्षा होगी, जिनमें विकास कार्यों की भी समीक्षा होगी. सात निश्चय योजना की भी समीक्षा होगी लेकिन सबकी नजर शराबबंदी की समीक्षा पर होगी और महिलाओं से संवाद पर भी कि आखिर महिलाएं मुख्यमंत्री को क्या फीडबैक देती हैं. सीएम के साथ-साथ अब तेजस्वी यादव ने भी खरमास के बाद बेरोजगारी यात्रा की बात कही है.
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