पटना: हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के अध्यक्ष जीतनराम मांझी ने एनडीए छोड़ने की धमकी दी (Jitan Ram Manjhi Warns to Leave NDA) है. उन्होंने गया में खुले मंच से कहा कि अगर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मेरे बेटे और मंत्री संतोष कुमार के फंड में एक हजार करोड़ नहीं जमा कराया तो वे महागठबंधन की तरफ पलटी मार देंगे. अब इस पर जेडीयू ने प्रतिक्रिया दी है. मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि विकास कार्यों के लिए चिंतित होने में कोई बुराई नहीं है.
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एनडीए छोड़ने और महागठबंधन में शामिल होने की जीतनराम मांझी की धमकी के बाद बिहार में सियासत शुरू हो गई है. विपक्ष जहां सरकार पर चुटकी ले रहा है, वहीं सत्ता पक्ष सफाई देने में जुट गया है. जेडीयू नेता और मंत्री श्रवण कुमार (Shravan Kumar supports Jitan Ram Manjhi) ने कहा कि कि हर जनप्रतिनिधि चाहता है कि उसके क्षेत्र का विकास हो. लिहाजा इसमें कुछ गलत बात भी नहीं है.
श्रवण कुमार ने कहा कि जीतनराम मांझी अपने क्षेत्र का विकास चाहते हैं. इसके लिए राशि की मांग कर रहे हैं तो सही है. आखिर हर जनप्रतिनिधि चाहता है कि उसके क्षेत्र में विकास हो. वे भी इसी को लेकर चिंतित हैं तो इसमें क्या बुरी बात है.
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वहीं, एक हजार करोड़ नहीं देने पर महागठबंधन में जाने की मांझी की धमकी पर मंत्री ने चुप्पी साध ली. उन्होंने इसको लेकर कुछ भी नहीं कहा. उन्होंने केवल इतना ही कहा कि क्षेत्र की तरक्की, उन्नति और विकास के लिए अपनी बात रखना गलत नहीं है.
दरअसल, गया जिले के इमामगंज विधानसभा में आयोजित एक मंच से मांझी ने कहा था कि हमने अपने बेटे संतोष कुमार सुमन को कहा है कि आप एक हजार करोड़ की योजनाओं का एस्टीमेट बनाकर रखें और इसके लिए हमने सीएम नीतीश कुमार से मांग किया है कि एक हजार करोड़ की योजना दें. अगर वे वैसा नहीं करते हैं तो हम पलटी मार देंगे और महागठबंधन में चले जाएंगे.
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