पटना: हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी अपने बयानों के कारण लगातार चर्चा में हैं. अब मांझी ने बिहार में शराबबंदी (Liquor Ban in Bihar) को लेकर बयान (Jitan Ram Manjhi on liquor ban) दिया है. उनका कहना है कि पूर्ण शराबबंदी नहीं, सीमित शराबबंदी होनी चाहिए. जीतनराम मांझी के इस बयान पर अब जदयू ने उन्हें सलाह दी है. जदयू प्रवक्ता निखिल मंडल ने कहा है कि मांझी जी को कुछ भी कहना है तो नीतीश कुमार से मिलकर अपनी बात रखें. बिहार की जनता तो पूर्ण शराबबंदी चाहती है.
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निखिल मंडल ने कहा कि जीतनराम मांझी मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं. समय-समय पर वे तरह-तरह के बयान भी देते रहते हैं. जहां तक पूर्ण शराबबंदी की बात है तो जीतनराम मांझी ने भी हाथों में हाथ डालकर पूर्ण शराबबंदी का समर्थन किया था. विधानसभा से भी सर्वसम्मति प्रस्ताव पास हुआ है.
इससे इतर मांझी को कुछ कहना है तो वे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलकर और अपनी बात रख सकते हैं. इसमें और बेहतर क्या हो सकता है, सुझाव दे सकते हैं. शराबबंदी बिहार की जनता की मांग है. जनता चाहती है कि पूर्ण शराबबंदी रहे जिससे अमन-चैन कायम रहे. जीतनराम मांझी के सीमित शराबबंदी लागू करने की मांग पर जदयू प्रवक्ता ने कहा यह तो मांझी का कहना है. बिहार की जनता चाहती है कि पूर्ण शराबबंदी कायम रहे, जो पिछले 6 साल से लागू है.
बिहार में पूर्ण शराबबंदी को लेकर विपक्ष की ओर से लगातार हमले हो रहे हैं. शराबबंदी को फेल बताया जा रहा है. वहीं, अब सहयोगी हम पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने भी शराबबंदी को लेकर सवाल खड़ा किया है. जीतनराम मांझी ने पूर्ण शराबबंदी की जगह सीमित शराबबंदी की मांग कर नीतीश कुमार की मुश्किलें बढ़ा दी हैं.
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