पटना: राजधानी पटना (Patna) के बीआईए सभागार में अंतर्राष्ट्रीय वैश्य महासम्मेलन (International Vaisya Conferance) बिहार इकाई की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक आयोजित की गई. इस बैठक में बिहार के प्रत्येक विधानसभा से 200 प्रतिनिधि शामिल हुए. बैठक में जिला सम्मेलन कराने, सदस्यता अभियान चलाने और राजनीति में वैश्यों की भागीदारी समेत कई ज्वलंत मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गई. वहीं, इस सम्मेलन में मुख्य अतिथि के तौर पर डॉ. श्रीराम पटना पीएमसीएच के पूर्व विभागाध्यक्ष डेंटिस्ट अरविंद महिला कॉलेज की प्राचार्य शामिल रहे.
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अंतर्राष्ट्रीय वैश्य महासम्मेलन में संगठन को धार देने के लिए चर्चा की गई. आगामी दो माह दिसंबर और जनवरी में वैश्य जिला सम्मेलन कराया जाएगा. इसको लेकर के विधानसभा क्षेत्रों में वैसे बहुल 131 विधानसभा जहां वैश्यों की आबादी 50 से 60 हजार है, वहां पर विधानसभा स्तर पर दिसंबर और जनवरी में सम्मेलन कराया जाएगा. इसको लेकर सहमति बनी है.
वहीं, इस मौके पर पत्रकारों से बातचीत के दौरान वैश्य महासम्मेलन के प्रदेश अध्यक्ष जगन्नाथ प्रसाद गुप्ता ने बताया कि बैठक में राज्य सरकार से सर्व सहमति से मांग किया गया है कि व्यवसायिक हित को ध्यान में रखते हुए व्यवसायिक आयोग का शीघ्र गठन किया जाए. साथ ही वैश्यों की जो उपजातियां हैं, बिहार सरकार सभी उप जातियों के लिए एक जाति प्रमाण पत्र जारी करें, जो बनिया के नाम पर हो. साथ ही पटना के अन्य चौक चौराहों पर महापुरुषों को आदमकद प्रतिमा स्थापित करने की भी मांग उठाई.
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''इस महासम्मेलन का मुख्य उद्देश्य दिसंबर और जनवरी माह में जिला स्तर से लेकर विधानसभा स्तर पर वैश्य सम्मेलन कराया जाना है. साथ ही सदस्यता अभियान चलाने पर जोर देना है. इस अभियान के तहत 250 प्राथमिक सदस्य, 11 हजार 100 आजीवन सदस्य बनाए जाने का निर्णय लिया गया है.''-जगन्नाथ प्रसाद गुप्ता, प्रदेश अध्यक्ष वैश्य महासभा
वहीं, बैठक में प्रधान महासचिव पंकज केसरी प्रवक्ता दीपक कुमार अग्रवाल, वरिष्ठ उपाध्यक्ष कृष्ण कुमार के साथ राज्य के सभी जिलों से पहुंचे वैश्य समाज के लोगों ने सर्व सहमति से जिला सम्मेलन कराए जाने को लेकर के सहमति जताई है.