पटनाः पंचायत चुनाव (Bihar Panchayat Election 2021) का बिगुल बज गया है. इस बार बिहार में पंचायत चुनाव कराने को लेकर राज्य निर्वाचन आयोग (state election commission) ने ईवीएम और मतपेटिका दोनों से चुनाव कराने का फैसला किया है. जिसकी घोषणा भी हो गई है. लोगों को मतदान के लिए जागरूक करने का बीड़ा भी राज्य निर्वाचन आयोग ने उठाया है. लेकिन कई पंचायत में लोगों को जागरूक ही नहीं किया गया है कि मतदान कैसे करना है. पटना से सटे पंचायतों का भी यही हाल है. पटना का सबसे चर्चित चिपुरा पंचायत का नाम भी इसमें शामिल है. यह विधानसभा क्षेत्र में आता है.
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बता दें कि हर साल नए वोटर का नाम लिस्ट में जुड़ता है. कई वोटर अभी भी नहीं जान रहे हैं कि ईवीएम से कैसे वोटिंग करनी है. इसको लेकर राज्य निर्वाचन आयोग ने लोगों को जागरूक करने के लिए रणनीति बनाई थी. जो पूरा होता नहीं दिख रहा है.
इन सवालों को लेकर ईटीवी भारत की टीम पंचायतों का दौरा करने निकली. पहला पंचायत हमने वो चुना, जहां तमाम तरह की योजनाओं से लोग फायदा उठा रहे हैं. वह पंचायत पटना मुख्यालय से 20 किमी दूर संपतचक का चिपुरा पंचायत है. यहां टीम ने लोगों से जाना कि वे मतदान के लिए कितना तैयार हैं.
चिपुरा पंचायत में 8 अक्टूबर को मतदान होने हैं. बातचीत में ग्रामीण पंचायत और मुखिया से संतुष्ट दिखे. ग्रामीण विनोद महतो ने तो इतना तक कह दिया कि जितने काम इस पंचायत में हुए हैं, उतना शायद ही किसी पंचायत में हुआ होगा. लोग मुखिया सतीश कुमार से भी खुश थे. लेकिन कई लोगों को यह पता नहीं था कि ईवीएम से कैसे मतदान करना है.
'पंचायत में नल जल का तो काम हुआ है. नल भी लगा हुआ है. लेकिन घर में पानी कभी-कभी आता है. ईवीएम से चुनाव पंचायत में पहली बार हो रहा है. लेकिन लोकसभा और विधानसभा में ईवीएम से कई बार वोट दे चुके हैं. हल्की जानकारी मिलेगी तो सब याद आ जाएगा.' -शिव प्रसाद राय, स्थानीय
'इस पंचायत में बहुत कुछ काम हो गया है. वृद्धा पेंशन के लिए कई सालों से आवेदन दिया है. कागज जमा किया है. लेकिन पेंशन नहीं मिल पाया है. इस बार ईवीएम से वोटिंग करनी है. जागरुकता तो जरूरी है.' -मीरा देवी, स्थानीय
स्थानीय लोगों ने बताया कि इस बार का मुद्दा सरकारी योजनाएं हैं. जिस भी पंचायत के मुखिया, वार्ड सदस्य, सरपंच, वगैरह ने अपने क्षेत्र में काम नहीं किया होगा, तो लोग उन्हें वोट नहीं देगा. जनता ने मूड बना लिया है कि जो काम करेंगे वोट उन्हीं को मिलेगा.
आपको जानकारी दें कि संपतचक में आनेवाले इस चिपुरा पंचायत में सीएम नीतीश कई बार आ चुके हैं. यहां सरकारी योजनाओं पर भरपूर काम हुए हैं. ऑप्टिकल फाइवर तक पहुंच गया है. लेकिन राज्य निर्वाचन आयोग की रणनीति यहीं पर फेल साबित हो गई है. लोगों को मतदान के प्रति जागरूक करने का सिलसिला भी अभी शुरू नहीं हुआ है.
बता दें कि पंचायत चुनाव के नामांकन की प्रक्रिया का तीसरा चरण गुरुवार से ही शुरू है. नामांकन के तीसरे दिन राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा दूसरे दिन विभिन्न पदों पर नामांकन किए गए प्रत्याशियों की सूचना जारी की गई है. आपको बता दें कि 17 सितंबर को तीसरे चरण के नामांकन के दूसरे दिन 25,464 नामांकन हुआ है. जिसमें सार्वाधिक 14,195 नामांकन ग्राम पंचायत सदस्य पद के लिए किया गया है.
नोट - बिहार के किसी कोने से राज्य निर्वाचन आयोग से शिकायत या सुझाव के लिए sec.bihar.gov.in पर या टोल फ्री नंबर 18003 457 243 पर कॉल कर सकते हैं.
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