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'अग्निपथ आंदोलन' के बाद ट्रेनों पर बढ़ा दवाब, पटना जंक्शन पर तत्काल टिकट के लिए मारा-मारी - Increased Pressure on Trains

अग्निपथ आंदोलन (Agnipath army recruitment plan) के बाद रेल परिचालन के साथ ही ट्रेनों पर बढ़ा दवाब गया है. ट्रेनों में सीटें पहले से फूल है. वहीं दूसरी ओर ट्रेन कैंसिल होने के कारण फंसे हुए यात्री तत्काल के लिए मारा मारी कर रहे हैं. पढ़ें पूरी खबर..

अग्निपथ आंदोलन
अग्निपथ आंदोलन
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Published : Jun 24, 2022, 8:00 PM IST

पटनाः सेना में भर्ती की नई योजना अग्निपथ योजना के विरोध प्रदर्शन के कारण बिहार समेत देश भर में रेल सेवाएं (Agnipath scheme protest) बाधित हुई थी. आंदोलन के कारण पूर्व मध्य रेलवे ने 285 ट्रेनों को पूरी तरह से कैंसिल कर दिया गया था और ट्रेनों को आंशिक रूप से रद्द करना पड़ा था. अब रेल सेवाएं एक बार फिर पटरी पर आ गई है. परिचालन शुरू होने के साथ ही ट्रेनों पर यात्रियों का दवाब बढ़ा (Increased Pressure on Trains After Agneepath Agitation) है. ट्रनों में पहले से ही सीटें फुल है. दूसरी तरफ तत्काल की सीटों के लिए यात्रियों के बीच मारा-मारी चल रही है.

पढ़ें- अग्निपथ : देखिए ट्रेन में आग कैसे लगायी गयी? सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल

पूर्व मध्य रेल को 241 करोड़ का नुकसानः बता दे कि अग्निपथ योजना के विरोध में हुए आंदोलन के कारण पूर्व मध्य रेल जोन को 241 करोड़ रुपये का नुकसान झेलना पड़ा है. 12 लाख लोगों को अपनी यात्री रद्द करनी पड़ी. 922 मेल एक्सप्रेस ट्रेनें रद्द हुई और 120 मेल ट्रेनों को आंशिक रूप से रद्द करना पड़ा है. जबकि 1.5 लाख यात्री ऐसे थे, जिन्हें बीच रास्ते में ही अपनी ट्रेन को छोड़ना पड़ा. 5 लाख से अधिक पीएनआर रद्द हुए हैं. करीब 70 करोड़ रुपये यात्रियों को रिफंड के तौर पर लौटाए गए. एक रिपोर्ट में बताया गया है कि रेलवे मंत्रालय ने उदाहरण देते हुए कहा कि अगर एक यात्री का किराया 600 रुपये के करीब मानें, तो कुल 70 करोड़ का रिफंड लौटा रहे हैं.

घंटों लाइन में लगने के बाद भी नहीं मिल रहा है कन्फर्म टिकटः रेलवे में सफर करने के लिए लोग घंटों पटना जंक्शन के टिकट काउंटर काउंटर पर कतार में तत्काल टिकट के लिए खड़े हैं. कोई रेल यात्री सुबह 6 बजे से तो कोई 7 बजे से तत्काल टिकट के लिए लाइन में रहने को मजबूर है. इसके बाद भी कन्फर्म टिकट मिलेगा की नहीं ये भगवान भरोसे है. तत्काल टिकट के लिए लाइन में लगे जयनारायण ने ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान अपनी परेशानी बताते हुए कहा कि ट्रेन रद्द होने से काफी परेसानी हुई. उनको महाराष्ट्र जाना था, ट्रेन रद्द होने के कारण वे नहीं जा पाए. यहां तक कि टिकट भी कैंसिल नहीं हो पाया. उन्होंने बताया कि तत्काल टिकट लेने के लिए रात-भर जग कर सुबह लाइन में हैं. लाइन में लगे हुए हैं, पर टिकट मिल पाएगा या नही भगवान जाने. 3 दिन में महाराष्ट्र पहुंचकर ड्यूटी ज्वाइन नहीं कर पायेंगे तो नौकरी भी जा सकती है.

"तत्काल टिकट लेने के लिए यात्रियों की भीड़ बढ़ी हुई है. अभी पीक सीजन भी है. इस कारण से आरपीएफ टीम मुस्तैदी से टिकट काउंटर पर लगी हुई है कि कोई भी दलाल यात्रियो को परेसान ना करे."-दिनेश चौधरी, आरपीएस एसआई


अग्निपथ योजना के विरोध प्रदर्शन के कारण कैंसिल हुई थी टिकटः टिकट काउंटर पर 4 नंबर पर कतार में लगी खुशबू कुमारी ने कहा कि उनको दिल्ली जाना है. लेकिन तत्काल के लिए 2 दिनों से कतार में लगती है और टिकट नहीं मिलने से वापस घर लौटना पड़ जा रहा है. आज भी सुबह से कतार में है. टिकट मिलेगा या नहीं, कंफर्म नहीं है. खुश्बू ने कहा कि जिस भी ट्रेन का स्टेटस चेक करते हैं, सभी में वेटिंग है. ऐसे में तत्काल ही सहारा है. तत्काल के लिए काफी जदोहजह करना पड़ रहा है.

वहीं ममता कुमारी ने कहा कि ट्रेन रद्द होने के कारण मेरा टिकट कैंसिल हो गया. उनको अंबाला जाना है. 2 दिन से ऑनलाइन टिकट लेने का प्रयास कर रही हैं. लेकिन कंफर्म टिकट नहीं मिलने से आज पटना जंक्शन के टिकट काउंटर पर तत्काल के लिए लाइन में तीसरे स्थान पर खड़े हैं. लाइन में लग टिकट लेने पहुची हैं .उन्होंने कहा कि आज विश्वास है कि मिल जाएगा.पर देखते है क्या होता है. वही वीआईपी काउंटर पर लगे रमेश कुमार ने कहा कि हमको मुंबई जाना है. लाइन में चौथे नंबर पर बारी है, लेकिन लग रहा है कि टिकट नहीं मिल पाएगा. पटना से दिल्ली जा रहे डॉक्टर नीलकंठ ने बताया कि दिन प्रतिदिन भारत की जनसंख्या बढ़ती जा रही है. उस हिसाब से ट्रेनों ओर उसमें सीटों की संख्या बढ़ाने की जरूरत है. साथ ही तत्काल टिकट की व्यवस्था में पारदर्शित की जरूरत है. लाइन में कई घंटे इंतजार के बाद भी टिकट नहीं मिल पा रहा है.


बता दें कि तत्काल आरक्षण की स्थिति विभिन्न ट्रेनों में सीटों के आधार पर अलग-अलग रहती है. कुछ ट्रेनों में तत्काल आरक्षण में वेटिंग की स्थिति देखने को मिल रही है. बता दें कि तत्काल टिकट लेने में नॉन एसी में यात्रियों को 200 रुपया तक एक्स्ट्रा चार्ज देना होता है और ऐसी में 300 से 400 रुपए एक्स्ट्रा चार्ज देना होता है. इसके बावजूद भी लोगों को टिकट नहीं मिल रहा है, जिस कारण से रेल यात्रियों की परेशानी बढ़ गई है. हालाकि काउंटर पर भीड़ को देखते हुए आपीएफ टीम काउंटर पर मौजूद नजर आई.



पढ़ें-लखीसराय में विक्रमशिला और जनसेवा एक्सप्रेस में उपद्रवियों ने लगायी आग, घंटों देरी से पहुंची पुलिस

पटनाः सेना में भर्ती की नई योजना अग्निपथ योजना के विरोध प्रदर्शन के कारण बिहार समेत देश भर में रेल सेवाएं (Agnipath scheme protest) बाधित हुई थी. आंदोलन के कारण पूर्व मध्य रेलवे ने 285 ट्रेनों को पूरी तरह से कैंसिल कर दिया गया था और ट्रेनों को आंशिक रूप से रद्द करना पड़ा था. अब रेल सेवाएं एक बार फिर पटरी पर आ गई है. परिचालन शुरू होने के साथ ही ट्रेनों पर यात्रियों का दवाब बढ़ा (Increased Pressure on Trains After Agneepath Agitation) है. ट्रनों में पहले से ही सीटें फुल है. दूसरी तरफ तत्काल की सीटों के लिए यात्रियों के बीच मारा-मारी चल रही है.

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पूर्व मध्य रेल को 241 करोड़ का नुकसानः बता दे कि अग्निपथ योजना के विरोध में हुए आंदोलन के कारण पूर्व मध्य रेल जोन को 241 करोड़ रुपये का नुकसान झेलना पड़ा है. 12 लाख लोगों को अपनी यात्री रद्द करनी पड़ी. 922 मेल एक्सप्रेस ट्रेनें रद्द हुई और 120 मेल ट्रेनों को आंशिक रूप से रद्द करना पड़ा है. जबकि 1.5 लाख यात्री ऐसे थे, जिन्हें बीच रास्ते में ही अपनी ट्रेन को छोड़ना पड़ा. 5 लाख से अधिक पीएनआर रद्द हुए हैं. करीब 70 करोड़ रुपये यात्रियों को रिफंड के तौर पर लौटाए गए. एक रिपोर्ट में बताया गया है कि रेलवे मंत्रालय ने उदाहरण देते हुए कहा कि अगर एक यात्री का किराया 600 रुपये के करीब मानें, तो कुल 70 करोड़ का रिफंड लौटा रहे हैं.

घंटों लाइन में लगने के बाद भी नहीं मिल रहा है कन्फर्म टिकटः रेलवे में सफर करने के लिए लोग घंटों पटना जंक्शन के टिकट काउंटर काउंटर पर कतार में तत्काल टिकट के लिए खड़े हैं. कोई रेल यात्री सुबह 6 बजे से तो कोई 7 बजे से तत्काल टिकट के लिए लाइन में रहने को मजबूर है. इसके बाद भी कन्फर्म टिकट मिलेगा की नहीं ये भगवान भरोसे है. तत्काल टिकट के लिए लाइन में लगे जयनारायण ने ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान अपनी परेशानी बताते हुए कहा कि ट्रेन रद्द होने से काफी परेसानी हुई. उनको महाराष्ट्र जाना था, ट्रेन रद्द होने के कारण वे नहीं जा पाए. यहां तक कि टिकट भी कैंसिल नहीं हो पाया. उन्होंने बताया कि तत्काल टिकट लेने के लिए रात-भर जग कर सुबह लाइन में हैं. लाइन में लगे हुए हैं, पर टिकट मिल पाएगा या नही भगवान जाने. 3 दिन में महाराष्ट्र पहुंचकर ड्यूटी ज्वाइन नहीं कर पायेंगे तो नौकरी भी जा सकती है.

"तत्काल टिकट लेने के लिए यात्रियों की भीड़ बढ़ी हुई है. अभी पीक सीजन भी है. इस कारण से आरपीएफ टीम मुस्तैदी से टिकट काउंटर पर लगी हुई है कि कोई भी दलाल यात्रियो को परेसान ना करे."-दिनेश चौधरी, आरपीएस एसआई


अग्निपथ योजना के विरोध प्रदर्शन के कारण कैंसिल हुई थी टिकटः टिकट काउंटर पर 4 नंबर पर कतार में लगी खुशबू कुमारी ने कहा कि उनको दिल्ली जाना है. लेकिन तत्काल के लिए 2 दिनों से कतार में लगती है और टिकट नहीं मिलने से वापस घर लौटना पड़ जा रहा है. आज भी सुबह से कतार में है. टिकट मिलेगा या नहीं, कंफर्म नहीं है. खुश्बू ने कहा कि जिस भी ट्रेन का स्टेटस चेक करते हैं, सभी में वेटिंग है. ऐसे में तत्काल ही सहारा है. तत्काल के लिए काफी जदोहजह करना पड़ रहा है.

वहीं ममता कुमारी ने कहा कि ट्रेन रद्द होने के कारण मेरा टिकट कैंसिल हो गया. उनको अंबाला जाना है. 2 दिन से ऑनलाइन टिकट लेने का प्रयास कर रही हैं. लेकिन कंफर्म टिकट नहीं मिलने से आज पटना जंक्शन के टिकट काउंटर पर तत्काल के लिए लाइन में तीसरे स्थान पर खड़े हैं. लाइन में लग टिकट लेने पहुची हैं .उन्होंने कहा कि आज विश्वास है कि मिल जाएगा.पर देखते है क्या होता है. वही वीआईपी काउंटर पर लगे रमेश कुमार ने कहा कि हमको मुंबई जाना है. लाइन में चौथे नंबर पर बारी है, लेकिन लग रहा है कि टिकट नहीं मिल पाएगा. पटना से दिल्ली जा रहे डॉक्टर नीलकंठ ने बताया कि दिन प्रतिदिन भारत की जनसंख्या बढ़ती जा रही है. उस हिसाब से ट्रेनों ओर उसमें सीटों की संख्या बढ़ाने की जरूरत है. साथ ही तत्काल टिकट की व्यवस्था में पारदर्शित की जरूरत है. लाइन में कई घंटे इंतजार के बाद भी टिकट नहीं मिल पा रहा है.


बता दें कि तत्काल आरक्षण की स्थिति विभिन्न ट्रेनों में सीटों के आधार पर अलग-अलग रहती है. कुछ ट्रेनों में तत्काल आरक्षण में वेटिंग की स्थिति देखने को मिल रही है. बता दें कि तत्काल टिकट लेने में नॉन एसी में यात्रियों को 200 रुपया तक एक्स्ट्रा चार्ज देना होता है और ऐसी में 300 से 400 रुपए एक्स्ट्रा चार्ज देना होता है. इसके बावजूद भी लोगों को टिकट नहीं मिल रहा है, जिस कारण से रेल यात्रियों की परेशानी बढ़ गई है. हालाकि काउंटर पर भीड़ को देखते हुए आपीएफ टीम काउंटर पर मौजूद नजर आई.



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