ETV Bharat / city

नालंदा: प्रभारी मंत्री ने जल जीवन हरियाली पर की बैठक, अभियान को गति देने के दिए निर्देश - पांच हजार सार्वजनिक जल संरचनाएं चिन्हित

जिले के प्रभारी मंत्री शैलेश कुमार ने जल जीवन हरियाली अभियान की स्थिति की जानकारी के लिए जिला स्तरीय बैठक की. इस दौरान डीएम योगेन्द्र सिंह समेत जिले के कई अधिकारी मौजूद रहे.

Nalanda
प्रभारी मंत्री ने जल जीवन हरियाली पर की बैठक
author img

By

Published : Dec 18, 2019, 2:23 AM IST

नालंदा: जिले के प्रभारी मंत्री शैलेश कुमार की अध्यक्षता में जल जीवन हरियाली अभियान की मौजूदा स्थिति पर विचार करने के लिए जिला स्तरीय बैठक की गई. इस मौके पर डीएम योगेन्द्र सिंह ने जल जीवन अभियान की वस्तुस्थिति की जानकारी मंत्री को दी. मंत्री की मौजूदगी में ही जल जीवन हरियाली अभियान के संचालन के लिए परामर्शदात्री समिति का गठन किया गया. जिसके संयोजक जिला पदाधिकारी होंगे.

जल जीवन हरियाली बिहार सीएम नीतीश कुमार के ड्रीम प्रोजेक्ट में से एक है. इसको पूरा करने के लिए शासन प्रशासन पूरी तरह से प्रयासरत है. बिहार के वन आच्छादित क्षेत्र को 13 प्रतिशत से बढ़ाकर 17 से 18 प्रतिशत करने की कोशिश की जा रही है. ताकि जलवायु परिवर्तन के कारण हो रहे पर्यावरण संकट को दूर करने की दिशा में अहम कड़ी साबित हो.

Nalanda
जानकारी देते प्रभारी मंत्री

पांच हजार सार्वजनिक जल संरचनाएं चिन्हित
इस अभियान के तहत करीब पांच हजार सार्वजनिक जल संरचनाओं को चिन्हित किया गया है. सभी जल संरचनाओं का जीर्णोद्धार चरणबद्ध तरीके से किया जाएगा. जिसके लिए कार्रवाई प्रारंभ कर दी गई है. 1 एकड़ से अधिक क्षेत्रफल वाले जल संरचनाओं का जीर्णोद्धार लघु जल संसाधन विभाग के माध्यम से तथा 1 एकड़ से कम वाले जल संरचनाओं का जीर्णोद्धार ग्रामीण विकास विभाग के जरिए मनरेगा के तहत कराया जा रहा है.

प्रभारी मंत्री ने जल जीवन हरियाली पर की बैठक, अभियान को गति देने के दिए निर्देश

चरणबद्ध तरीके से होगा कुओं का जीर्णोद्धार
जिले में करीब 2500 सार्वजनिक कुओं को चिन्हित किया गया है. सभी कुओं का चरणबद्ध तरीके से जीर्णोद्धार किया जाएगा. प्रत्येक कुओं के पास चबूतरे का निर्माण पानी, खींचने की व्यवस्था भी की जाएगी. चापाकल और नलकूपों का भी निर्माण कराया जाएगा. छोटी-छोटी नदियों के जल संरचना का निर्माण कराया जाना है. नदियों और नालों के जल संग्रहण क्षेत्र में चेकडैम जल संचयन की अन्य संरचना का निर्माण भी किया जाना है. नए जल स्त्रोतों के सृजन के लिए भी कार्यवाही की जा रही है.

Nalanda
जानकारी देते डीएम

निजी क्षेत्र में पोखर निर्माण के लिए मिलेगा 40 प्रतिशत रुपया
निजी क्षेत्रों में पोखर के निर्माण के लिए सरकार के द्वारा 40 प्रतिशत अनुदान दिया जाएगा. इस अभियान के तहत राज्य में अधिक से अधिक वृक्षारोपण तथा सरकारी भूमि पर पौधशाला का सृजन किया जाना है. वृक्षारोपण के लिए प्रत्येक पंचायत में करीब दो से ढाई हजार वृक्ष लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. वृक्षारोपण के लिए स्थल को चिन्हित किया जा रहा है. साथ ही लगाए जाने वाले पौधों की संख्या और प्रजाति का भी निर्धारण किया जा रहा है.

नालंदा: जिले के प्रभारी मंत्री शैलेश कुमार की अध्यक्षता में जल जीवन हरियाली अभियान की मौजूदा स्थिति पर विचार करने के लिए जिला स्तरीय बैठक की गई. इस मौके पर डीएम योगेन्द्र सिंह ने जल जीवन अभियान की वस्तुस्थिति की जानकारी मंत्री को दी. मंत्री की मौजूदगी में ही जल जीवन हरियाली अभियान के संचालन के लिए परामर्शदात्री समिति का गठन किया गया. जिसके संयोजक जिला पदाधिकारी होंगे.

जल जीवन हरियाली बिहार सीएम नीतीश कुमार के ड्रीम प्रोजेक्ट में से एक है. इसको पूरा करने के लिए शासन प्रशासन पूरी तरह से प्रयासरत है. बिहार के वन आच्छादित क्षेत्र को 13 प्रतिशत से बढ़ाकर 17 से 18 प्रतिशत करने की कोशिश की जा रही है. ताकि जलवायु परिवर्तन के कारण हो रहे पर्यावरण संकट को दूर करने की दिशा में अहम कड़ी साबित हो.

Nalanda
जानकारी देते प्रभारी मंत्री

पांच हजार सार्वजनिक जल संरचनाएं चिन्हित
इस अभियान के तहत करीब पांच हजार सार्वजनिक जल संरचनाओं को चिन्हित किया गया है. सभी जल संरचनाओं का जीर्णोद्धार चरणबद्ध तरीके से किया जाएगा. जिसके लिए कार्रवाई प्रारंभ कर दी गई है. 1 एकड़ से अधिक क्षेत्रफल वाले जल संरचनाओं का जीर्णोद्धार लघु जल संसाधन विभाग के माध्यम से तथा 1 एकड़ से कम वाले जल संरचनाओं का जीर्णोद्धार ग्रामीण विकास विभाग के जरिए मनरेगा के तहत कराया जा रहा है.

प्रभारी मंत्री ने जल जीवन हरियाली पर की बैठक, अभियान को गति देने के दिए निर्देश

चरणबद्ध तरीके से होगा कुओं का जीर्णोद्धार
जिले में करीब 2500 सार्वजनिक कुओं को चिन्हित किया गया है. सभी कुओं का चरणबद्ध तरीके से जीर्णोद्धार किया जाएगा. प्रत्येक कुओं के पास चबूतरे का निर्माण पानी, खींचने की व्यवस्था भी की जाएगी. चापाकल और नलकूपों का भी निर्माण कराया जाएगा. छोटी-छोटी नदियों के जल संरचना का निर्माण कराया जाना है. नदियों और नालों के जल संग्रहण क्षेत्र में चेकडैम जल संचयन की अन्य संरचना का निर्माण भी किया जाना है. नए जल स्त्रोतों के सृजन के लिए भी कार्यवाही की जा रही है.

Nalanda
जानकारी देते डीएम

निजी क्षेत्र में पोखर निर्माण के लिए मिलेगा 40 प्रतिशत रुपया
निजी क्षेत्रों में पोखर के निर्माण के लिए सरकार के द्वारा 40 प्रतिशत अनुदान दिया जाएगा. इस अभियान के तहत राज्य में अधिक से अधिक वृक्षारोपण तथा सरकारी भूमि पर पौधशाला का सृजन किया जाना है. वृक्षारोपण के लिए प्रत्येक पंचायत में करीब दो से ढाई हजार वृक्ष लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. वृक्षारोपण के लिए स्थल को चिन्हित किया जा रहा है. साथ ही लगाए जाने वाले पौधों की संख्या और प्रजाति का भी निर्धारण किया जा रहा है.

Intro:नालंदा में 2500 कुआं किया गया चिन्हित
सरकारी जमीन पर होगा पौधशाला का सृजन
नालंदा। जल जीवन हरियाली बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ड्रीम प्रोजेक्ट में से एक है । इस प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए पूरा महकमा लग गया है । इस सामाजिक कार्य को पूरा करने के लिए शासन प्रशासन पूरी तरह से प्रयासरत है। बिहार के वन आच्छादित क्षेत्र को 13 प्रतिशत से बढ़ाकर 17 से 18 प्रतिशत करने की कोशिश की जा रही है ताकि जलवायु परिवर्तन के कारण हो रहे पर्यावरण संकट को दूर करने की दिशा में अहम कड़ी साबित हो।


Body:नालंदा जिले में जल जीवन हरियाली अभियान के तहत करीब 5000 सार्वजनिक जल संरचनाओं को चिन्हित किया गया है। इस अभियान के तहत सभी जल संरचनाओं का जीर्णोद्धार चरणबद्ध तरीके से किया जाएगा जिसके लिए कार्रवाई प्रारंभ कर दी गई है। 1 एकड़ से अधिक क्षेत्रफल वाले जल संरचनाओं का जीर्णोद्धार लघु जल संसाधन विभाग के माध्यम से तथा 1 एकड़ से कम वाले जल संरचनाओं का जीर्णोद्धार ग्रामीण विकास विभाग द्वारा मनरेगा के तहत कराया जा रहा है।
नालंदा जिले में करीब 2500 सार्वजनिक कुआं को चिन्हित किया गया है । सभी कुआं का चरणबद्ध तरीके से जीर्णोद्धार किया जाएगा। प्रत्येक कुआं के पास चबूतरा का निर्माण पानी, खींचने की व्यवस्था भी की जाएगी । चापाकल और नलकूपों का भी निर्माण कराया जाएगा। छोटी छोटी नदियों के जल संरचना का निर्माण कराया जाना है। छोटी-छोटी नदियों नालों के जल संग्रहण क्षेत्र में चेकडैम जल संचयन की अन्य संरचना का निर्माण भी किया जाना है नए जल स्रोतों के सूजन के लिए भी कार्यवाही की जा रही है। निजी क्षेत्रों में पोखर के निर्माण के लिए सरकार के द्वारा 40 प्रतिशत अनुदान दिया जाएगा।
इस अभियान के तहत राज्य में अधिक से अधिक वृक्षारोपण तथा सरकारी भूमि पर पौधशाला का सृजन किया जाना है । वृक्षारोपण के लिए प्रत्येक पंचायत में करीब 2000 से ढाई हजार वृक्ष लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। वृक्षारोपण के लिए स्थल को चिन्हित किया जा रहा है । साथ ही लगाए जाने वाले पौधों की संख्या एवं प्रजाति का भी निर्धारण किया जा रहा है।



Conclusion:अब देखना है कि सरकार द्वारा वृक्षारोपण एवं जल संचय को व्यापक जनांदोलन का रूप देने की कोशिश की जा रही है जिसमें सरकार कितना सफल हो पाती है।
बाइट। शैलेश कुमार, मंत्री ग्रामीण कार्य विभाग
बाइट। योगेंद्र सिंह, जिलाधिकारी, नालंदा
पी टू सी
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.