पटना: बिहार तकनीकी सेवा आयोग के बाहर सरकारी पॉलिटेक्निक से पास किये छात्राें ने अर्धनग्न हाेकर प्रदर्शन किया (Half naked demonstration of polytechnic students). प्रदर्शनकारी छात्रों का कहना था विभाग ने नियोजन में धांधली की है. बिहार के सरकारी पॉलिटेक्निक से पास छात्रों की बहाली नहीं करके प्राइवेट पॉलिटेक्निक से पास पांच सौ छात्रों की बहाली की गई. छात्रों का आराेप था कि बहाली में धांधली होने के कारण सरकारी पॉलिटेक्निक के पास आउट 15 सौ से अधिक अभ्यर्थी बेरोजगार रह गए.
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छात्रों ने मांग की है कि बिहार राज्य के समस्त पॉलिटेक्निक संस्थानों के छात्रों से चयन कर मेरिट लिस्ट प्रकाशित करें. नहीं तो आगे भी प्रदर्शन जारी रहेगा (Demonstration outside BTSC). प्रदर्शनकारी छात्र केशव शर्मा का कहना था कि सभी विभागों में पॉलिटेक्निक से संबंधित जो भी नियुक्तियां निकल रही है, उसमें ज्यादा से ज्यादा प्राइवेट कॉलेज के छात्रों को लिया जा रहा है. जबकि, मुख्यमंत्री ने कहा था कि सरकारी कॉलेज के जो छात्र होंगे उनको अलग से 40 फीसदी आरक्षण दिया जाएगा. लेकिन इसका पालन नहीं किया जा रहा है.
"हम लोगों ने गवर्नमेंट कॉलेज से परीक्षा पास की है बावजूद इसके अभी तक सरकार हम लोगों का नियोजन नहीं कर रही है. यही कारण है कि आज कल हम लोग प्रदर्शन करने के लिए मजबूर हैं". -केशव शर्मा, प्रदर्शनकारी
प्रदर्शन कर रहे संजय कुमार ने कहा कि जब तक सरकार हम लोगों का नियोजन नहीं करेगी और जो मेरिट लिस्ट बनाया गया है उसमें सुधार नहीं किया जाएगा तब तक प्रदर्शन जारी रहेगा. बता दें कि तकनीकी सेवा आयोग द्वारा वर्ष 2019 में आवेदन लिए गए थे, जिसका रिजल्ट जुलाई 2022 में प्रकाशित किया गया. जो रिजल्ट प्रकाशित किया गया उसमें गड़बड़ी का आराेप छात्र लगा रहे हैं. उनका आराेप है कि जानबूझकर प्राइवेट पॉलिटेक्निक कॉलेज के छात्रों का चयन किया गया. जब तक सरकार रिजल्ट में सुधार नहीं करेगी प्रदर्शन जारी रहेगा.