पटना: देशभर में लगे लॉक डाउन के दौरान दूसरे राज्यों से बिहारवासी अपने घर आ रहे है. इसके मद्देनजर सभी लोगों को उनके घर तक पहुंचाने के लिए विशेष बस की व्यवस्था की गई है. सोमवार को कैमूर, गोपालगंज, सिवान और नवादा जैसे बिहार के विभिन्न बॉर्डर पर आये 13000 से अधिक लोगों की मेडिकल स्क्रीनिंग करने के बाद बसों से उन्हें विभिन्न जिलों में भेजा गया.
350 बसों का हो रहा इस्तेमाल
परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि जिला प्रशासन की ओर से विभिन्न चेकपोस्ट पर लोगों के उतरने के बाद ही मेडिकल जांच की व्यवस्था की गई है. आपदा प्रबंधन विभाग के निर्देशों के आधार पर ये सारी तैयारी की गई है. कोरोना वायरस के संभावित संक्रमण से बचाव के लिए यात्रियों को बस में बैठने से पहले और गंतव्य पर उतारने के बाद बसों को सेनेटाइज करने का निर्देश भी दिया गया है. हर जिलों के लिए यात्रियों की संख्या के अनुसार बस की व्यवस्था की गई है. लोगों को 350 बसों से विभिन्न जिलों एवं जिला प्रखंडों में भेजा जा रहा है.
जिला परिवहन पदाधिकारी की देख रेख में बसों का हो रहा परिचालन
सभी लोगों को बिहार राज्य के सीमावर्ती जिलों से बस के जरिए उनके गांव से संबंधित जिला मुख्यालय तक पहुंचाया जा रहा है. बसों में बैठने वाले यात्रियों को सोशल डिस्टेंसिंग और दूसरी सावधानियों का पालन करने के निर्देश भी दिए गए हैं. सभी चेकपोस्ट पर जिला परिवहन पदाधिकारी की तैनाती की गई है. उनकी देख रेख में बसों का परिचालन किया जा रहा है. परिवहन सचिव ने बताया कि लॉक डाउन के दौरान दूसरे राज्यों से बिहार आये बिहारवासियों को किसी तरह की असुविधा का सामना नहीं करना पड़े, इसके लिए व्यवस्था की गई है. मेडिकल जांच में कोरोना वायरस के संदिग्ध पाए जाने पर आईसोलेन के लिए भेजे जाने का भी निर्देश है.