पटना: बिहार की राजधानी पटना में आरजेडी के पूर्व एमएलसी और उनके बेटे ने थाने में जमकर (Former MLC and his son threaten police in Patna) दबंगई दिखाई. मामला शुक्रवार की रात पीरबहोर थाना का है. यहां आरजेडी के पूर्व एमएलसी अनवर अहमद और उनके बेटे वार्ड संख्या 40 के वार्ड पार्षद असफर अहमद ने डीएसपी सहित पुलिस कर्मियों के साथ दुर्व्यव्हार किया और भद्दी-भद्दी गालियां दी. दोनों पुलिस पर हमला करने के चिह्नित आरोपी को छुड़ाने पहुंचे थे.
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देर रात तक हुआ हंगामाः मामला इस कदर बढ़ गया कि देर रात थाने की सामने वाली सड़क अशोक राजपथ को उपद्रवियों ने जाम कर दिया. काफी देर तक हंगामा होता रहा. इस दौरान पुलिस ने बल प्रयोग कर उपद्रवियों को खदेड़ा. मौके पर देर रात तक पुलिस कैम्प करती रही. पांच थाने की पुलिस मौके पर डटी रही. पुलिस ने गुरुवार को पुलिस पर हमले मामले में कुल 11 लोगों के साथ शुक्रवार को वार्ड पार्षद सहित एक अन्य चिह्नित अभियुक्त को गिरफ्तार कर लिया है और उन्हें जेल भेजने की तैयारी देर रात से ही शुरू कर दी है.
वार्ड पार्षद को गिरफ्तार करने बाद तनावः वार्ड संख्या 40 के पार्षद की गिरफ्तारी की सूचना मिलते ही रात 9.30 बजे के लगभग थाने के बाहर सैकड़ों की संख्या में जुटे कुछ असामाजिक तत्वों ने पहले आसपास के दुकानों को जबरन बन्द करवाया. फिर सड़क जाम कर हंगामा शुरू कर दिया. हालांकि हंगामे की सूचना मिलते हैं कई थाने की पुलिस के साथ-साथ वज्रवाहन और अतिरिक्त पुलिस बल पीरबहोर थाने पहुंची और सड़क जाम कर हंगामा कर रहे लोगों पर हल्का बल प्रयोग कर उन्हें खदेड़ दिया. देर रात तक थाना परिसर और उसके बाहर तनाव की स्थिति बनी रही.
"मैं जनता का सेवक हूं और हमेशा रहूंगा. गलत हमेशा गलत होता है. मैं जनता के लिए हमेशा लड़ा हूं और आगे भी लड़ता रहूंगा. मेरे ऊपर लगाए गए सभी आरोप निराधार हैं " -असफर अहमद, पार्षद, वार्ड संख्या 40
"इतने देर तक थाने में बैठ कर क्या करूंगा, बस यूं ही गपशप कर रहा था. आरोप लगते ही रहता है. ऐसे ही आरोप खत्म भी होता है. बेटे पर एफआईआर हो गया तो हो गया. पुलिस के साथ कोई गाली-गलौज नहीं हुआ है. सब आरोप निराधार हैं "- अनवर अहमद, पूर्व एमएलसी, आरजेडी
पूर्व एमएलसी ने दी डीएसपी को देख लेने की धमकीः डीएसपी टाउन बताते हैं कि अपने बेटे की गिरफ्तारी की सूचना मिलते ही आरजेडी के पूर्व विधान पार्षद अनवर अहमद भी पीरबहोर थाने पहुंचे और ऊंची आवाज में मौके पर मौजूद पुलिस अधिकारियों और सिपाहियों को धमकाने लगे. इस दौरान पूर्व एमएलसी ने धमकी देते हुए कहा कि अगर उनके बेटे को नहीं छोड़ा जाएगा तो वह ऊपर तक जाएंगे. हालांकि पुलिस के सामने पूर्व एमएलसी की एक न चली और उनके बेटे के साथ गिरफ्तार एक अन्य आरोपित को पुलिस ने देर रात जेल भेज दिया.
पूर्व विधान पार्षद को भी कुछ देर तक किया डिटेनः पूर्व विधान पार्षद को भी देर रात तक थाना में डिटेन किया गया था. फिर बाद में उन्हें देर रात रिहा किया गया. हालांकि. थाने से निकलने के दौरान पूर्व राजद एमएलसी ने बताया कि यूं ही गपशप के दौरान थाने में घंटों बैठे थे. उन्होंने अपने और अपने बेटे के ऊपर लगे सभी आरोपों को निराधार बताया. डीएसपी टाउन अशोक प्रसाद के अनुसार पुलिस के काम मे बाधा डाली गई है. इस मामले में पार्षद पर आरोप दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जाएगी. वहीं डीएसपी ने बताया है कि थाने में हंगामा करने वाले वार्ड पार्षद ने अपना कपड़ा खुद थाने में फाड़ लिया और इसका इल्जाम पुलिस पर लगाने की कोशिश की. हालांकि असफर की यह कोशिश थाने में लगे सीसीटीवी मे कैद हो गई है.
"पकड़े गए अभियुक्त को छुड़ाने के लिए वार्ड संख्या 40 के पार्षद ने थाने में घुसकर धमकी दी. उन्होंने कहा कि अगर उनके आदमी को नहीं छोड़ा गया तो वह इलाके के लोगों को जुटाकर इस पूरे मामले को दूसरा रंग दे देंगे. उन्होंने मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों के साथ भी अभद्र भाषा का प्रयोग किया. बेटे की गिरफ्तारी की सूचना मिलते ही आरजेडी के पूर्व विधान पार्षद अनवर अहमद भी पीरबहोर थाने पहुंचे और कहा कि अगर उनके बेटे को नहीं छोड़ा जाएगा तो वह ऊपर तक जाएंगे " -अशोक प्रसाद, डीएसपी टाउन पटना
क्या है मामला: दरअसल, गुरुवार की रात छापेमारी करने गई पुलिस टीम पर स्थानीय लोगों ने सब्जीबाग डेंटल कॉलेज के सामने हमला कर दिया था. मौके पर मोजूद लोगों ने पुलिसकर्मियों को सड़क पर दौड़ा-दौड़ा कर पीटा था. इसी मामले में इलाके के डीएसपी और थानेदार घटनास्थल पर गए थे और वहां से एक स्थानीय दुकानदार को शक के आधार पर पकड़कर थाना लेते आये थे. इसके बाद स्थानीय वार्ड पार्षद असफर अहमद थाना पहुंच गए और पुलिस के कब्जे से हिरासत में लिए दुकानदार को छोड़ने का दबाव बनाने लगे. इस बाबत डीएसपी बताते हैं कि पकड़े गए अभियुक्त को छुड़ाने के लिए वार्ड संख्या 40 के पार्षद ने थाने में घुसकर धमकी दी. उन्होंने कहा कि अगर उनके आदमी को नहीं छोड़ा गया तो वह इलाके के लोगों को जुटाकर इस पूरे मामले को दूसरा रंग दे देंगे. डीएसपी बताते हैं कि देखते ही देखते असफर अहमद ने उनके और मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों के साथ भी अभद्र भाषा का प्रयोग किया. हालांकि इस दौरान मौके पर मौजूद डीएसपी ने सख्त रुख अख्तियार करते हुए असफर को बल पूर्वक कब्जे में लिया.