पटना: पांचवें चरण में बिहार की 5 लोकसभा सीटों पर सोमवार को वोटिंग होगी. शनिवार को ही इन सभी जगहों पर चुनाव प्रचार का शोर थम गया. सोमवार को मुजफ्फरपुर, हाजीपुर, सीतामढ़ी, सारण और मधुबनी में मतदान होंगे. इस बीच एनडीए और महागठबंधन ने अपनी-अपनी जीत के दावे भी किए हैं.
नए चेहरों पर दांव
6 मई को बिहार की जिन 5 सीटों पर मतदान होने हैं, उनमें से ज्यादातर सीटों पर इस बार नए चेहरे नजर आ रहे हैं. बिहार में एनडीए और महागठबंधन दोनों ने कई नए उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है.
मधुबनी में त्रिकोणीय मुकाबला
मधुबनी में जहां एनडीए ने अशोक यादव को टिकट दिया है. वहीं, महागठबंधन की ओर से वीआईपी ने बद्री कुमार पूर्वे को मैदान में उतारा है. ये दोनों ही प्रत्याशी लोकसभा चुनाव में पहली बार आमने सामने होंगे. हालांकि मधुबनी से पूर्व कांग्रेस नेता शकील अहमद निर्दलीय ताल ठोक रहे हैं. ऐसे में माना जा रहा है कि यहां त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिलेगा.
हाजीपुर में मौजूदा मंत्री पशुपति पारस चुनावी मैदान में
बात करें मुजफ्फरपुर की तो वहां एनडीए प्रत्याशी और वर्तमान सांसद अजय निषाद के सामने वीआईपी ने एक नए चेहरे को उतारा है. यहां से राजकिशोर चौधरी महागठबंधन के प्रत्याशी हैं. वहीं, हाजीपुर में एनडीए की ओर से रामविलास पासवान की जगह उनके भाई पशुपति कुमार पारस चुनाव लड़ रहे हैं. महागठबंधन ने यहां पूर्व मंत्री शिवचंद्र राम को टिकट दिया है.
सारण में दिलचस्प मुकाबला
सारण में एनडीए प्रत्याशी राजीव प्रताप रूडी के सामने लालू यादव के समधी चंद्रिका राय हैं. जबकि सीतामढ़ी में पूर्व मंत्री सुनील कुमार पिंटू और राजद के अर्जुन राय के बीच मुकाबला है.
अपनी-अपनी जीत का दावा
नए चेहरों को टिकट देने के सवाल पर राजद नेता भाई वीरेंद्र ने कहा कि महागठबंधन ने जिन लोगों को भी टिकट दिया है चाहे वे नए हो या पुराने सभी की जीत होगी. वहीं एनडीए ने भी दावा किया है कि महागठबंधन अपने अंतर्कलह से जूझ रहा है. एनडीए सभी सीटों पर भारी अंतर से जीत दर्ज करेगा.