पटना: कोरोना महामारी की भयावहता (Corona Pandemic Horror) पूरी दुनिया ने देखी है. पहली, दूसरी, तीसरी लहर के बाद अब चौथी लहर की आशंका जतायी जा रही है. इसे देखते हुए मशहूर कार्डियोलॉजिस्ट डॉक्टर नरेश त्रेहन (Cardiologist Dr Naresh Trehan) ने लोगों को सतर्क रहने और सावधानी बरतने की सलाह दी. उन्होंने कहा कि कोरोना का XE वेरिएंट ओमीक्रोन से भी कमजोर (Corona XE variant weaker than Omicron) है. वेरिएंट भयंकर हो या कमजोर, इसके साइड इफेक्ट्स बहुत हैं. इसलिए हमें हर वक्त अपने आप को सुरक्षित रखना है. भीड़-भाड़ वाली जगहों में जाएं तो मास्क जरूर पहनें.
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भारत में डिटेक्शन लेकिन कन्फॉर्मेशन अधिक नहीं: बिहार की राजधानी पटना आये डॉक्टर नरेश त्रेहन ने कहा कि देश में कोरोना की चौथी लहर को लेकर यह नहीं कहा जा सकता कि नहीं आयेगी क्योंकि चाइना और अन्य यूरोपीयन देशों में जो नया वेरिएंट आ रहा है, वह b1 B2 का कॉन्बिनेशन है. उसका भारत में डिटेक्शन है लेकिन कन्फॉर्मेशन अधिक नहीं हुआ है. कोरोना को लेकर सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित नेशनल टास्क फोर्स में शामिल डॉक्टर नरेश त्रेहन ने कहा कि आज के समय में कोरोना को लेकर देश में तैयारी अच्छी है.
सबको सतर्क रहने की आवश्यकता: उन्होंने कहा कि किसी भी जिले में मामले में मिल रहे हैं तो उनका अर्ली डिटेक्शन हो रहा है. नया वेरिएंट मिल रहा है तो समय रहते कंटेन कर लिया जा रहा है. यह सभी उपाय अगर सफल होते हैं तो हो सकता है कि चौथी लहर तीसरे लहर से भी कमजोर हो. यह भी उम्मीद की जा रही है कि भले ही यह वायरस अधिक संक्रामक है लेकिन ओमीक्रोन से भी ज्यादा कमजोर है. डॉक्टर त्रेहन ने कहा कि वह भी यही चाहते हैं कि यह वेरिएंट कमजोर हो और लोगों को अधिक हानि ना पहुंचाए. ऐसे में हमें अभी भी सतर्क रहने की आवश्यकता है.
खुद को रखें स्वस्थ: डॉक्टर नरेश त्रेहान ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर ने बहुत तबाही मचायी थी. तीसरी लहर कमजोर रही है. दूसरी लहर के दौरान काफी कुछ सीखने को मिला. यह समझ में आया कि जिन लोगों के शरीर में पहले से कुछ ना कुछ बीमारी है और वे कमजोर हैं तो उन पर संक्रमण का अटैक गंभीर रूप से हुआ. ऐसे में खुद को स्वस्थ रखने की आवश्यकता है. इसके लिए व्यायाम करें, मानसिक शांति के लिए प्राणायाम करें और योगासन करें.
खान-पान पर दें विशेष ध्यान: साथ ही उन्होंने कहा कि खाना भूख मिटाने के लिए खाएं, पेट भरने के लिए नहीं. दिन भर में खाने के दौरान तेल 15 सीसी से अधिक नहीं खाएं और चार प्रकार के कार्बोहाइड्रेट वाले पदार्थ जैसे आलू, चीनी, चावल और मैदा का सेवन कम से कम करें. 25 वर्ष की आयु पर पहुचते हैं तो एक बार अपने बॉडी का फुल चेकअप करा लें. उम्र बढ़ने के साथ-साथ साल में एक बार बॉडी का फूल चेकअप कराते रहें. खानपान दुरुस्त और दिनचर्या अच्छी रखेंगे तो स्वास्थ्य मजबूत होगा. संक्रमण की किसी भी लहर से लड़ने में मदद मिलेगी.
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