पटना: बिहार में नौकरी दिलाने के नाम पर साइबर ठगी (Cyber Fraud on Pretext of Getting Job) की घटनाओं में बेतहाशा वृद्धि हो रही है. इससे बचने के लिए आर्थिक अपराध इकाई (Economic Offenses Unit) ने कुछ उपाय निर्देश के रूप में जारी किया है.
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आर्थिक अपराध इकाई ने पोस्टर जारी कर बताया कि ज्यादातर जॉब के लिए ऑनलाइन जॉब पोर्टल (Online Job Portal) अपने शिकार को खोजने का सबसे बढ़िया जरिया होता है. जॉब रिक्रूटमेंट साइड से नौकरी तलाशने वाले की प्रोफाइल साइबर फ्रॉड द्वारा निकाली जाती है, जो शिकार बन जाता है. उन सभी को बल्क से मेल भेजा जाता है.
फ्रॉड करने वाले खुद को जॉब कंसलटेंट के तौर पर पेश करते हैं. यह अपनी फर्जी वेबसाइट और अस्थाई दफ्तर दिखाते हैं. लोगों से वॉलेट या बैंक ट्रांसफर के जरिए रजिस्ट्रेशन फीस जमा कराने के लिए कही जाती है. ऑनलाइन या टेलीकॉम से इंटरव्यू किया जाता है और फर्जी अप्वाइंटमेंट लेटर भेजे जाते हैं. ऐसे में लोगों को काफी सतर्क रहने की जरूरत है.
आर्थिक अपराध इकाई ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि सुरक्षित तरीके से नौकरी पाने के लिए लोगों को विश्वसनीय वेबसाइट पर ही जाकर अप्लाई करना चाहिए. ज्यादातर कंपनी अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर नई नौकरियां पोस्ट करती है. इस तरह मेल की जगह कंपनी के करियर पेज पर जाएं. साइट पर सीधे अप्लाई करें. विदेश में नौकरी के लिए भारत में एजेंट से संपर्क कतई भी नहीं करनी चाहिए.
इसके साथ ही जॉब पोर्टल पर भी पोस्ट करते हुए सुनिश्चित कर लें कि उस पर वह पोस्ट लिखी गई हो, जिसके लिए आवेदन कर रहे हैं. इसके रिस्पांस जो भी मेल मिलेगी, उस समय इस पोस्ट का जिक्र होगा.
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आर्थिक अपराध इकाई ने बताया कि नौकरी तलाशने वालों से कोई भी कंपनी किसी भी चरण में पैसे जमा करने के लिए नहीं करती है, इसलिए सिक्योरिटी डिपाजिट रजिस्ट्रेशन या डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के लिए फीस मांगने वाली कंपनी से सावधान रहने की जरूरत है. ऑफर अपॉइंटमेंट लेटर में कोई शक हो तो कंपनी के पंजीकृत लैंडलाइन नंबर पर कॉल करें. चेक करें कि जिस व्यक्ति ने मेल भेजा है, वास्तव में वह है कि नहीं. तभी किसी प्रकार का फॉर्म अप्लाई करें.
दरअसल बिहार ही नहीं देश में साइबर फ्रॉड काफी एक्टिव हो गए हैं. इन दिनों नौकरी दिलाने के नाम पर साइबर ठगी के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. लिहाजा लोगों को सचेत रहने को लेकर आर्थिक अपराध इकाई समय-समय पर निर्देश जारी करती है. आर्थिक अपराध इकाई बिहार पुलिस की नोडल एजेंसी है.
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