पटना: बिहार के लाखों नियोजित शिक्षकों ने हड़ताल की तैयारी कर ली है. सरकार से खासे नाराज नियोजित शिक्षकों ने इस बार आर-पार की लड़ाई लड़ने का ऐलान कर दिया है. हड़ताल कब से शुरू होगा, इस पर सोमवार को आखिरी फैसला होना है. लेकिन, इतना तय है कि फरवरी महीने में होने वाली मैट्रिक और इंटर परीक्षा पर संकट के बादल मंडराते नजर आ रहे हैं.
'इस बार हम पीछे नहीं हटने वाले'
बिहार माध्यमिक शिक्षक संघर्ष समिति के प्रवक्ता संतोष श्रीवास्तव ने ईटीवी भारत के साथ बातचीत में बताया कि इस बार हम पीछे नहीं हटने वाले. सरकार ने हमेशा हमसे सौतेला व्यवहार किया है. ना तो सेवा शर्त को लेकर हमारी मांग अब तक पूरी हुई है और ना ही सुप्रीम कोर्ट ने जो बातें कही थी उसे अब तक पूरा किया गया है. सरकार लगातार हमारे हितों की अनदेखी कर रही है. उन्होंने कहा कि नियोजित शिक्षकों के लिए जो नियम कानून बनाए जाते हैं, वह भी किसी नियोजित अधिकारी से ही बनवाने चाहिए ताकि उन्हें नियोजन का मतलब और नियोजन का दर्द पता हो.
परीक्षा प्रणाली पर पड़ेगा शिक्षकों के हड़ताल का असर
बता दें कि बिहार में 3 फरवरी से इंटरमीडिएट की परीक्षा शुरू हो रही है. इसके बाद 17 फरवरी से मैट्रिक की परीक्षा शुरू होगी. फरवरी में परीक्षा के बाद मार्च में मूल्यांकन का कार्य भी होना है. शिक्षकों के हड़ताल का बड़ा असर इस पूरी परीक्षा प्रणाली पर पड़ेगा और परीक्षा के साथ मूल्यांकन कार्य भी प्रभावित होने की आशंका है.