पटना: बिजली विभाग ने निर्णय लिया है कि इस बार लॉकडाउन की अवधि में भी बिजली मीटर की रीडिंग जारी रहेगी. मीटर रीडिंग करने वाले उपभोक्ताओं के घर जाएंगे. उपभोक्ताओं को ऑनलाइन बिल जमा करने का ही विकल्प रहेगा. पिछली बार के लॉकडाउन के दौरान मीटर की रीडिंग बाधित थी. इस वजह से उपभोक्ताओं को एक साथ ज्यादा बिजली बिल देना पड़ा था.
ऑनलाइन बिल जमा करने वालों की संख्या कम
राज्य में बिजली उपभोक्ताओं की संख्या करीब एक करोड़ 60 लाख है. रियायत के बावजूद ऑनलाइन बिल जमा करने वाले उपभोक्ताओं की संख्या महज 12 से 15% ही है. बिजली बिल के करीब 800 करोड़ का एक चौथाई लगभग 200 करोड़ रुपए का भुगतान ऑनलाइन जमा होता है.
![Electricity meter](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/bh-pat-02-electric-meter-reading-going-on-lock-down-7209154_19072020113312_1907f_00449_1075.jpg)
शहरी उपभोक्ता ही करते हैं ऑनलाइन बिल भुगतान
विद्युत विभाग के अनुसार ऑनलाइन बिल भुगतान करने वालों में अधिकतम शहरी उपभोक्ता ही हैं. बिजली कंपनी की माने तो करीबन 70% उपभोक्ता ग्रामीण क्षेत्र से आते हैं, ग्रामीण इलाकों में अधिकतम लोग अभी पुराने तरीके से काउंटर पर जाकर बिजली जमा करते हैं.
![Electricity meter](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/bh-pat-02-electric-meter-reading-going-on-lock-down-7209154_19072020113312_1907f_00449_279.jpg)
कोरोना काल में सुरक्षा
विद्युत विभाग ने राज्य भर में नए प्रीपेड मीटर लगाने का भी निर्णय लिया है. 15% उपभोक्ताओं के घरों में प्रीपेड मीटर लग चुके हैं. कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए बिजली कंपनी ने अपने कर्मचारियों को सुरक्षात्मक उपाय दे रखा है.
नियमित बिजली आपूर्ति जारी रखना सरकारी आदेश
बिहार सरकार के निर्देश पर कोरोना महामारी के दौरान नियमित बिजली आपूर्ति जारी रखना और बिजली बिल का कलेक्शन सुनिश्चित करने का निर्देश जारी किया गया है. बिजली विभाग की माने तो सभी स्टाफ और कर्मियों को मास्क सैनीटाइजर और फेस शिल्ड उपलब्ध कराया गया है.