पटना: बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान एनडीए ने 19 लाख लोगों को रोजगार देने के वायदे किए थे. सरकार गठन के एक साल बाद भी तेज गति से रोजगार के अवसर पैदा नहीं हुए हैं. बिहार सरकार के उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन (Industries Minister Shahnawaz Hussain) औद्योगिकरण के जरिए लोगों को रोजगार देना चाहते हैं. बिहार में इथेनॉल पालिसी (Ethanol Policy in Bihar) से सरकार को काफी उम्मीदें हैं.
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उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन ने दावा किया है कि 151 एथेनॉल उत्पादन इकाइयों के लिए 30382 करोड़ रुपए के निवेश के प्रस्ताव एसआईपीबी द्वारा स्वीकृत है. बिहार के लिए 18.50 करोड़ इथेनॉल आपूर्ति का कोटा निर्धारित किया गया था, लेकिन बाद में इसे बढ़ाकर 35.28 किलोमीटर प्रति वर्ष किया गया है. 17 इथेनॉल इकाइयों की स्थापना के लिए रास्ता खुल गया है.
आरजेडी विधायक आलोक मेहता ने कहा कि सरकार सिर्फ लंबे-चौड़े दावे कर रही है, धरातल पर कुछ दिख नहीं रहा है. उन्होंने कहा कि जब तक बिहार में सही रूप में सिंगल विंडो सिस्टम (Single Window System) लागू नहीं हो जाता, तब तक औद्योगिकरण संभव नहीं है.
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वहीं, कांग्रेस विधायक डॉ. शकील अहमद ने कहा है कि मैं भी चाहता हूं कि बिहार में उद्योगों का जाल बिछे. शाहनवाज हुसैन कोशिश भी कर रहे हैं, लेकिन सरकार की नीयत ठीक रहेगी तभी बिहार में उद्योग लगेंगे फिलहाल तो सिंगल विंडो सिस्टम सरकार के लिए बड़ी चुनौती है.
उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन ने दावा किया है कि बिहार में उद्योगों का जाल बिछाया है. हर महीने एसआईपीबी के तहत बिहार को हजार करोड़ से ज्यादा के प्रस्ताव मिल रहे हैं. इथेनॉल पॉलिसी लागू हो चुकी है और उद्योग लगने शुरू हो गए हैं. उद्योग मंत्री ने कहा कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में उन लोग बेहतर काम कर रहे हैं. बिहार में हर हाल में उद्योगों का जाल बिछेगा. विपक्ष को नकारात्मक राजनीति से बाज आना चाहिए.
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