पटना: जीएसटी दिवस के अवसर पर पटना के वाणिज्य कर विभाग (Commercial Tax Department of Patna) में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद और वाणिज्य कर विभाग के कई अधिकारी शामिल हुए. कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने कहा (Deputy CM Tarkishore Prasad Statement On GST) कि पूरे देश में आज ही के दिन 5 वर्ष पूर्व जीएसटी लागू हुआ (GST Day is Celebrated On 1st July) था. कर की समानता पूरे देश में एक हो इसके लिए जीएसटी को लागू किया गया था. राज्य के विकास में जीएसटी की बड़ी भूमिका रही है, बिहार में पिछले वित्तीय वर्ष में 36000 करोड़ रुपये जीएसटी राशि संग्रह की गयी.
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'एक जुलाई को बिहार सहित पूरे देश में जीएसटी दिवस मनाया जा रहा है. आज से 5 साल पहले पूरे देश में जीएसटी लागू किया गया था. उसमें मुख्य रूप से कर की समानता पूरे देश में एक समान हो, जिससे किसी प्रकार की कोई कठिनाई ना हो, इस उद्देश्य से इसे भारत सरकार ने लागू किया. इसके अच्छे परिणाम भी आए हैं. GST के द्वारा जो राजस्व स्रोत हैं, वो 80 प्रतिशत है. इसके राजस्व का राज्य के विकास में एक बड़ी भूमिका है. आज जीएसटी दिवस पर विभिन्न व्यवसायिक संगठन के प्रतिनिधि के साथ बैठक किया है.' - तारकिशोर प्रसाद, उपमुख्यमंत्री
1 जुलाई को मनाया जाता है GST दिवस : उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि वास्तव में जीएसटी संग्रह में उद्यमियों, व्यापारियों और जो हमारे उपभोक्ता हैं, उनकी बड़ी भूमिका है. उपभोक्ताओं के कारण ही इतनी बड़ी कर राशि से हम राज्य के विकास में हम बड़ी भूमिका निभा रहे हैं. GST दिवस के अवसर पर हम उन्हें, अपने उपभोक्ताओं, अपने व्यावसायिक संगठनों को, अपने अधिकारियों को बधाई देता हूं. व्यापारियों को भी बधाई देते हैं, अपने अधिकारियों के कुशल प्रयास से आज विगत वित्तीय वर्ष में लगभग 36 हजार करोड़ रुपए जीएसटी संग्रह किया गया है. जोकि राज्य के विकास में एक बडा और अहम योगदान है.
क्यों मनाया जाता है GST Day : पुरानी अप्रत्यक्ष कर व्यवस्था के बदले GST 1 जुलाई, 2017 को देश में लागू हुआ था. नई व्यवस्था लागू होने की खुशी में ही हर साल एक जुलाई को जीएसटी दिवस के रूप में मनाया जाता है. सबसे पहले एक जुलाई 2018 को जीएसटी लागू होने की पहली वर्षगांठ पर इसे मनाया गया था. देश स्वतंत्र होने के बाद जीएसटी को सबसे बड़ा टैक्स सुधार माना जाता है. इससे देश के अप्रत्यक्ष कर ढांचे में बहुत परिवर्तन हुआ. जीएसटी लागू करने का उद्देश्य देश में एक देश-एक मार्केट-एक टैक्स विचार को लागू करना था. जीएसटी लागू होने से सर्विस टैक्स, वैट, क्रय कर, एक्साइज ड्यूटी और अन्य कई टैक्स समाप्त हो गए हैं. इनकी जगह जीएसटी ने ले लिया. हालांकि, अभी भी शराब, पेट्रोलियम पदार्थ और स्टाम्प ड्यूटी को जीएसटी से मुक्त रखा गया है.
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