पटना: राजधानी पटना सहित कई इलाकों में डेंगू के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. डेंगू के बढ़ते मामले को लेकर मुख्य सचिव आमिर सुबहानी ने सोमवार को वीडियो कांफ्रेंस के जरिए समीक्षा बैठक की. बैठक में स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत, नगर विकास के प्रधान सचिव आनंद किशोर, स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह के साथ ही सभी जिलाधिकारी, नगर आयुक्त और नगर परिषद के पदाधिकारी उपस्थित थे.
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मुख्य सचिव आमिर सुबहानी ने स्वास्थ्य विभाग और नगर विकास विभाग के अधिकारियों के साथ सभी डीएम को डेंगू जांच से लेकर इलाज में कोई कोताही न बरती जाए, इस का निर्देश दिया. मुख्य सचिव ने निर्देश दिया कि अस्पतालों में डेंगू जांच के पर्याप्त किट की आपूर्ति करें. डेंगू के जो मरीज अस्पताल में भर्ती हैं उनके लिए मच्छरदानी की व्यवस्था करें. इसके अलावा साफ सफाई पर भी विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया गया.
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कब होता है डेंगू?: शरीर में प्लेटलेट की मात्रा एक लाख से लगभग पांच लाख होती है और इसकी मात्रा पचास हजार से जैसे-जैसे नीचे आती है तो उस व्यक्ति में डेंगू का प्रकोप बढ़ जाता है, इससे बचने के लिए कूलर या अन्य कोई भी सामान में पानी नहीं जमने देना चाहिए, अगर पानी जमता है तो इस बीमारी की संभावना बढ़ जाती है.
डेंगू बढ़ने के प्रमुख कारण: सितंबर के महीने में सामान्य से अधिक बारिश होना. साल 2019 में भी ऐसा ही हुआ था जो डेंगू के मच्छर के पनपने के लिए महीना होता है और उसे नर्चर कंडीशन भी मिल रहे हैं. हाइजीन और साफ सफाई के प्रति लोगों में लापरवाही होना, 2020 और 2021 में कोरोना के कारण लोगों ने साफ सफाई पर विशेष ध्यान दिया. लोगों ने अपने आसपास गंदगी नहीं होने दी. किसी प्रकार का कोई इधर उधर का सामान नहीं छुए, हाइजीन पर विशेष ध्यान दिया, जिसके कारण ऐसा नहीं हो पाया, लेकिन अब कोरोना के बाद लोगों में फिर से लापरवाही आई. लोगों ने हाथ पैर की साफ सफाई पर विशेष ध्यान नहीं दिया जिससे भी इसका असर पड़ा.