ETV Bharat / city

धार्मिक न्यास परिषद के अध्यक्ष को हटाने की मांग, CM नीतीश से नहीं मिल पाए पुजारी - Demand for removal of Religious Trust Council President

मधेपुरा के सिंघेश्वर मंदिर के पुजारी जेडीयू कार्यालय पार्टी (पटना) पहुंचे. पर सीएम नीतीश कुमार से मुलाकाता नहीं हो पाई. पुजारी ने कहा कि धार्मिक न्यास परिषद के अध्यक्ष को हटाने की मांग की है.

council
मांग
author img

By

Published : Dec 18, 2020, 1:13 AM IST

Updated : Dec 18, 2020, 4:48 AM IST

पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलने मधेपुरा के सिंघेश्वर मंदिर के पुजारी पहुंचे और धार्मिक न्यास परिषद के अध्यक्ष को हटाने की मांग की. हालांकि मुख्यमंत्री सें मुलाकात नहीं हुई. उन्होंने पार्टियों कार्यलय में अपना आवेदन के साथ अपना नाम भी लिखवाया
वहीं, मधेपुरा के सिंघेश्वर मंदिर के पुजारी का कहना है कि जब से अखिलेश जैन धार्मिक न्यास परिषद के अध्यक्ष बने हैं. तब से मंदिरों में विवाद शुरू हो गया है. पुजारी चाहते हैं कि अवकाश प्राप्त जिला सत्र न्यायाधीश अध्यक्ष बने.

Council
पुजारी

मठों मंदिरों में विवाद बढ़ने का आरोप
बिहार राज्य धार्मिक न्यास परिषद के माध्यम से बिहार में मंदिरों का संचालन होता है. बिहार राज्य धार्मिक न्यास परिषद के अध्यक्ष अखिलेश कुमार जैन हैं. वहीं, सिंघेश्वर मंदिर के पुजारी अभिषेक कुमार आनंद का कहना है कि वर्तमान में धार्मिक न्यास परिषद के अस्थाई अध्यक्ष हैं. ये जैन समुदाय से आने वाले अखिलेश जैन का हिंदू धर्म के प्रति जो कार्य होना चाहिए, वह नहीं कर पा रहे हैं. इनको हटाकर अवकाश प्राप्त जिला सत्र न्यायाधीश को इस पद पर बैठाने की मांग भी कर रहे हैं.

पढ़ें: कार्यकर्ताओं से नहीं हुई पश्चिम बंगाल चुनाव पर चर्चा, बिहार में किसान आंदोलन का प्रभाव नहीं: नीतीश कुमार

पुजारी कन्हैया ठाकुर का कहना है कि मुख्यमंत्री से मिलकर हम लोग अपनी बात रखना चाहते हैं. इसलिए पार्टी कार्यालय में आकर नाम लिखवा दिया है. पार्टी कार्यालय से सूचना आने पर मुख्यमंत्री से मिलेंगे.

मुख्यमंत्री से पुजारियों की नहीं हुई मुलाकात
जदयू कार्यालय में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गुरुवार देर शाम तक पार्टी कार्यकर्ताओं से मिले. कई कार्यकर्ताओं ने पार्टी में मान-सम्मान नहीं मिलने की शिकायत भी की. मधेपुरा से आए पुजारी भी मुख्यमंत्री से मिलना चाहते थे, लेकिन मुख्यमंत्री से 50 कार्यकर्ता ही मिल पाए. बंगाल से आए कार्यकर्ताओं से भी मुख्यमंत्री ने मुलाकात की.

पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलने मधेपुरा के सिंघेश्वर मंदिर के पुजारी पहुंचे और धार्मिक न्यास परिषद के अध्यक्ष को हटाने की मांग की. हालांकि मुख्यमंत्री सें मुलाकात नहीं हुई. उन्होंने पार्टियों कार्यलय में अपना आवेदन के साथ अपना नाम भी लिखवाया
वहीं, मधेपुरा के सिंघेश्वर मंदिर के पुजारी का कहना है कि जब से अखिलेश जैन धार्मिक न्यास परिषद के अध्यक्ष बने हैं. तब से मंदिरों में विवाद शुरू हो गया है. पुजारी चाहते हैं कि अवकाश प्राप्त जिला सत्र न्यायाधीश अध्यक्ष बने.

Council
पुजारी

मठों मंदिरों में विवाद बढ़ने का आरोप
बिहार राज्य धार्मिक न्यास परिषद के माध्यम से बिहार में मंदिरों का संचालन होता है. बिहार राज्य धार्मिक न्यास परिषद के अध्यक्ष अखिलेश कुमार जैन हैं. वहीं, सिंघेश्वर मंदिर के पुजारी अभिषेक कुमार आनंद का कहना है कि वर्तमान में धार्मिक न्यास परिषद के अस्थाई अध्यक्ष हैं. ये जैन समुदाय से आने वाले अखिलेश जैन का हिंदू धर्म के प्रति जो कार्य होना चाहिए, वह नहीं कर पा रहे हैं. इनको हटाकर अवकाश प्राप्त जिला सत्र न्यायाधीश को इस पद पर बैठाने की मांग भी कर रहे हैं.

पढ़ें: कार्यकर्ताओं से नहीं हुई पश्चिम बंगाल चुनाव पर चर्चा, बिहार में किसान आंदोलन का प्रभाव नहीं: नीतीश कुमार

पुजारी कन्हैया ठाकुर का कहना है कि मुख्यमंत्री से मिलकर हम लोग अपनी बात रखना चाहते हैं. इसलिए पार्टी कार्यालय में आकर नाम लिखवा दिया है. पार्टी कार्यालय से सूचना आने पर मुख्यमंत्री से मिलेंगे.

मुख्यमंत्री से पुजारियों की नहीं हुई मुलाकात
जदयू कार्यालय में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गुरुवार देर शाम तक पार्टी कार्यकर्ताओं से मिले. कई कार्यकर्ताओं ने पार्टी में मान-सम्मान नहीं मिलने की शिकायत भी की. मधेपुरा से आए पुजारी भी मुख्यमंत्री से मिलना चाहते थे, लेकिन मुख्यमंत्री से 50 कार्यकर्ता ही मिल पाए. बंगाल से आए कार्यकर्ताओं से भी मुख्यमंत्री ने मुलाकात की.

Last Updated : Dec 18, 2020, 4:48 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.